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ख़रीदार

बोयर

कृषि योग्य भूमि

byronic

अंग्रेज़ शायर लार्ड बाइरन म:१८२४-ए-या उन की रूमानी शायरी से मुताल्लिक़

byroad

छोटी सड़क।

byre

गाइयों का बाड़ा।

by rights

इंसाफ़ की रोओ से

by reason of

के सबब , की वजह से

ब्यार

हवा

बयार

हवा

बइर

बेर का पेड़ या फल

बायद

चाहिए

बयाद

in memoriam

बियाड़

वह खेत जिसमें पहले बीज बोए जाते हैं और छोटे छोटे पोधे हो जाने पर वहाँ से उखाड़कर दूसरे खेत में रोपे जाते हैं, वो जगह जहांँ बीज बोए जाएंँ

बायद-ओ-शायद

अद्भुत, विचित्र, अनोखा

बय्यर-बानी

स्त्री जाति, औरत जाति, महिला

ब्योरा देना

बयान करना, सूचना देना, ख़बर पहुँचाना

बियर्रा

رک : بیرا (۱)

ब्योड़ी

ماش کی دال کی مسالے دار پیٹھی بھر کر تلی ہوئی بوری۔

bayard

बहादुर और सूओरमा

ब्योरा करना

बयान करना, सूचना देना, ख़बर पहुँचाना

बे-यार-ओ-मददगार

जिसका कोई सहायक और खबरगीर न हो, निराश्रय, निःसहाय, बेकस

ब्योरा

कच्चा-चिट्ठा, विवरण

बोईरा

رک : بویر.

बयारी

हवा, आँधी

ब्याधा

= व्याध

बियाधा

= व्याध

बियारी

रात का भोजन, ब्यालू

बयारा

बेलदार पेड़, जैसे-लौकी या ककड़ी का।

बियादी

(موسیقی) وہ مخالف سر جس کے آ جانے سے راگ میں خرابی پیدا ہو جائے جیسے بھیروں راگ میں تیور رکھب.

बूईदा

फा. वि. सँघा हुआ।

बूईदनी

سونْگھنے کے لائق چیز وہ چیز جسے سونْگھا جائے.

biyearly

हर दूसरे साल।

ब्याध

बीमारी, रोग

व्यर्थ

بے اثر ، بے معنی ؛ لغو ، فضول

बियाध

बीमारी, रोग

ब्याधित

بیمار ، مریض

बाइध

عرب عاریہ یعنی عربوں کی سب سے پہلی نسل جو’عروبیت‘ کی موجد تھی، لیکن اب کوئی فرد اس نسل کا روئے زمین پر باقی نہیں رہا، اس لئے انھیں بائدہ یعنی ’نابود‘ بھی کہا جاتا ہے

by degrees

रफ़्ता रफ़्ता

ब-यादगार

स्मरण में, यादगारी में।

बाएँ-दहने

बायाँ एवं दायाँ

टूम कापड़े जिस घर पावें, ऐक छोड़ दस बइयर आवें

अमीर आदमी चाहे तो जितनी शादियाँ मर्ज़ी से कर ले

टूम बइयर की पत बढ़ावे, टूम तझे धनवंत कहावे

स्त्री का सम्मान गहने से होता है और आदमी गहने की वजह से धनवान कहलाता है

'इलाज-ए-वाक़ि'अ पेश अज़ वुक़ू' बायद कर्द

घटना घटने से पहले ही उसके रोकने का इंतिज़ाम करना चाहिए

टूम बइयर की पत बंधावे, टूम तझे धनवंत कहावे

स्त्री का सम्मान गहने से होता है और आदमी गहने की वजह से धनवान कहलाता है

ग़ुलाम आब-कश बायद न ख़िश्त-ज़न

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) ग़ुलाम या दास अच्छा हो तो है वरना बोझ होता है

यक मन 'इल्म रा, दह मन 'अक़्ल बायद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) एक भाग ज्ञान के लिए दस भाग बुद्धि की आवश्यक्ता होती है, बुद्धि के बिना ज्ञान से लाभ नहीं उठाया जा सकता

चेना जी का लेना चौदह पानी देना, बयार चले तो लेना न देना

चेना अत्यंत अविश्वस्नीय अनाज है इसे बहुत बार पानी देना पड़ता है और यदि गर्म हवा चले तो कुछ रहता ही नहीं

यार ग़ार बायद कि ज़ख़्म मारे कशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) यार-ए-ग़ार को चाहिए कि साँप का ज़हर चूस ले, (हज़रत अबूबकर सिद्दीक़ की तरफ़ इशारा) मुख़लिस दोस्त ऐसा हो कि अपनी जान की भी पर्वा ना करे

दस्त ब-कार व दिल ब-यार

हाथ काम में और दिल दोस्त में, जब कोई व्यक्ति हाथ से कुछ काम कर रहा हो पर उस पर ध्यान केंद्रित न हो दिल में कुछ और सोच रहा हो

मर्द बायद कि हरासाँ न शवद , मुश्किले नीस्त कि आसाँ न शवद

(फ़ारसी शेअर उर्दू में बतौर मक़ूला मुस्तामल) आदमी को चाहिए कि हिरासाँ ना हो, कोई मुश्किल ऐसी नहीं है कि जो आसां ना हो जाये

मुश्किले नीस्त कि आसाँ न शवद , मर्द बायद कि हरासाँ न शवद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) हर मुश्किल आसान हो जाती है, इंसान को चाहिए कि हिरासाँ ना हो, नाउम्मीद ना होना चाहिए , मुसीबत से मुक़ाबला करने के वक़्त कहते हैं

मर्द बायद कि गीरद अंदर गोश, अज़ नविश्त अस्त पंद बर दीवार

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) आदमी को चाहिए कि नसीहत सन ले चाहे दीवार पर लिखी हो, यानी अच्छी बात जिस तरह भी मालूम हो और जिस से भी मालूम हो उसे याद रखना चाहिए और इस पर अमल करना चाहिए

'इल्म दर सीना बायद न कि दर सफ़ीना

ज्ञान तो मनुष्य के हृदय में होना चाहिए न कि किताबों में, विद्या सीखनी चाहिए

लैला रा ब-चश्म मजनूँ बायद दीद

۔(ف) معشوق کو عاشق کی نظر سے دیکھنا چاہئے۔ ؎

शायद-ओ-बायद

सुविधाजनक एंव उपयुक्त, जैसा होना चाहिए, अच्छी तरह से

पए 'इल्म चूँ शमा' बायद गुदाख़्त कि बे 'इल्म नतवाँ ख़ुदा रा शनाख़्त

इलम हासिल करने के लिए बहुत कोशिश करनी चाहिए कीवनका जाहिल ख़ुदा की क़ुदरत को नहीं समझ सकता

दीदा-बायद

जो भी हो, देखा जाएगा, देखिए क्या होता है

हल्वा ख़ुर्दन रा रू-ए-बायद

इज़्ज़त के वास्ते लियाक़त चाहिए, अच्छी चीज़ हासिल करने के लिए इस का अहल होना ज़रूरी है

जैसी बहे बियार पैठ तब तैसी दीजिये

हरवक़त के मुनासिब काम करना चाहिए या ज़माना बदले तो तुम भी बदल जाओ

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में कसीर-उल-'अलाइक़ के अर्थदेखिए

कसीर-उल-'अलाइक़

kasiir-ul-'alaa.iqکَثِیرُ العَلائِق

स्रोत: अरबी

वज़्न : 122122

कसीर-उल-'अलाइक़ के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जिसके मित्र और रिश्तेदार बहुत हों, बहुत लोगों से संबंध रखने वाला
  • जिसके पीछे दुनिया के बहुत से झगड़े लगे हों
  • जो मायाजाल में पूरी तरह फँसा हो

کَثِیرُ العَلائِق کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

صفت

  • کثرت سے تعلقات رکھنے والا، جس کے عزیز اور رشتہ دار بہت ہیں
  • جس کے پیچھے دنیا کے بہت سے جھگڑے لگے ہوں
  • جو سحر یا شبعدہ میں پوری طرح پھنسا ہو

Urdu meaning of kasiir-ul-'alaa.iq

  • Roman
  • Urdu

  • kasrat se taalluqaat rakhne vaala, jis ke aziiz aur rishtedaar bahut hai.n
  • jis ke piichhe duniyaa ke bahut se jhag.De lage huu.n
  • jo sahr ya shabaadaa me.n puurii tarah phansaa ho

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कृषि योग्य भूमि

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अंग्रेज़ शायर लार्ड बाइरन म:१८२४-ए-या उन की रूमानी शायरी से मुताल्लिक़

byroad

छोटी सड़क।

byre

गाइयों का बाड़ा।

by rights

इंसाफ़ की रोओ से

by reason of

के सबब , की वजह से

ब्यार

हवा

बयार

हवा

बइर

बेर का पेड़ या फल

बायद

चाहिए

बयाद

in memoriam

बियाड़

वह खेत जिसमें पहले बीज बोए जाते हैं और छोटे छोटे पोधे हो जाने पर वहाँ से उखाड़कर दूसरे खेत में रोपे जाते हैं, वो जगह जहांँ बीज बोए जाएंँ

बायद-ओ-शायद

अद्भुत, विचित्र, अनोखा

बय्यर-बानी

स्त्री जाति, औरत जाति, महिला

ब्योरा देना

बयान करना, सूचना देना, ख़बर पहुँचाना

बियर्रा

رک : بیرا (۱)

ब्योड़ी

ماش کی دال کی مسالے دار پیٹھی بھر کر تلی ہوئی بوری۔

bayard

बहादुर और सूओरमा

ब्योरा करना

बयान करना, सूचना देना, ख़बर पहुँचाना

बे-यार-ओ-मददगार

जिसका कोई सहायक और खबरगीर न हो, निराश्रय, निःसहाय, बेकस

ब्योरा

कच्चा-चिट्ठा, विवरण

बोईरा

رک : بویر.

बयारी

हवा, आँधी

ब्याधा

= व्याध

बियाधा

= व्याध

बियारी

रात का भोजन, ब्यालू

बयारा

बेलदार पेड़, जैसे-लौकी या ककड़ी का।

बियादी

(موسیقی) وہ مخالف سر جس کے آ جانے سے راگ میں خرابی پیدا ہو جائے جیسے بھیروں راگ میں تیور رکھب.

बूईदा

फा. वि. सँघा हुआ।

बूईदनी

سونْگھنے کے لائق چیز وہ چیز جسے سونْگھا جائے.

biyearly

हर दूसरे साल।

ब्याध

बीमारी, रोग

व्यर्थ

بے اثر ، بے معنی ؛ لغو ، فضول

बियाध

बीमारी, रोग

ब्याधित

بیمار ، مریض

बाइध

عرب عاریہ یعنی عربوں کی سب سے پہلی نسل جو’عروبیت‘ کی موجد تھی، لیکن اب کوئی فرد اس نسل کا روئے زمین پر باقی نہیں رہا، اس لئے انھیں بائدہ یعنی ’نابود‘ بھی کہا جاتا ہے

by degrees

रफ़्ता रफ़्ता

ब-यादगार

स्मरण में, यादगारी में।

बाएँ-दहने

बायाँ एवं दायाँ

टूम कापड़े जिस घर पावें, ऐक छोड़ दस बइयर आवें

अमीर आदमी चाहे तो जितनी शादियाँ मर्ज़ी से कर ले

टूम बइयर की पत बढ़ावे, टूम तझे धनवंत कहावे

स्त्री का सम्मान गहने से होता है और आदमी गहने की वजह से धनवान कहलाता है

'इलाज-ए-वाक़ि'अ पेश अज़ वुक़ू' बायद कर्द

घटना घटने से पहले ही उसके रोकने का इंतिज़ाम करना चाहिए

टूम बइयर की पत बंधावे, टूम तझे धनवंत कहावे

स्त्री का सम्मान गहने से होता है और आदमी गहने की वजह से धनवान कहलाता है

ग़ुलाम आब-कश बायद न ख़िश्त-ज़न

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) ग़ुलाम या दास अच्छा हो तो है वरना बोझ होता है

यक मन 'इल्म रा, दह मन 'अक़्ल बायद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) एक भाग ज्ञान के लिए दस भाग बुद्धि की आवश्यक्ता होती है, बुद्धि के बिना ज्ञान से लाभ नहीं उठाया जा सकता

चेना जी का लेना चौदह पानी देना, बयार चले तो लेना न देना

चेना अत्यंत अविश्वस्नीय अनाज है इसे बहुत बार पानी देना पड़ता है और यदि गर्म हवा चले तो कुछ रहता ही नहीं

यार ग़ार बायद कि ज़ख़्म मारे कशद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) यार-ए-ग़ार को चाहिए कि साँप का ज़हर चूस ले, (हज़रत अबूबकर सिद्दीक़ की तरफ़ इशारा) मुख़लिस दोस्त ऐसा हो कि अपनी जान की भी पर्वा ना करे

दस्त ब-कार व दिल ब-यार

हाथ काम में और दिल दोस्त में, जब कोई व्यक्ति हाथ से कुछ काम कर रहा हो पर उस पर ध्यान केंद्रित न हो दिल में कुछ और सोच रहा हो

मर्द बायद कि हरासाँ न शवद , मुश्किले नीस्त कि आसाँ न शवद

(फ़ारसी शेअर उर्दू में बतौर मक़ूला मुस्तामल) आदमी को चाहिए कि हिरासाँ ना हो, कोई मुश्किल ऐसी नहीं है कि जो आसां ना हो जाये

मुश्किले नीस्त कि आसाँ न शवद , मर्द बायद कि हरासाँ न शवद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) हर मुश्किल आसान हो जाती है, इंसान को चाहिए कि हिरासाँ ना हो, नाउम्मीद ना होना चाहिए , मुसीबत से मुक़ाबला करने के वक़्त कहते हैं

मर्द बायद कि गीरद अंदर गोश, अज़ नविश्त अस्त पंद बर दीवार

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) आदमी को चाहिए कि नसीहत सन ले चाहे दीवार पर लिखी हो, यानी अच्छी बात जिस तरह भी मालूम हो और जिस से भी मालूम हो उसे याद रखना चाहिए और इस पर अमल करना चाहिए

'इल्म दर सीना बायद न कि दर सफ़ीना

ज्ञान तो मनुष्य के हृदय में होना चाहिए न कि किताबों में, विद्या सीखनी चाहिए

लैला रा ब-चश्म मजनूँ बायद दीद

۔(ف) معشوق کو عاشق کی نظر سے دیکھنا چاہئے۔ ؎

शायद-ओ-बायद

सुविधाजनक एंव उपयुक्त, जैसा होना चाहिए, अच्छी तरह से

पए 'इल्म चूँ शमा' बायद गुदाख़्त कि बे 'इल्म नतवाँ ख़ुदा रा शनाख़्त

इलम हासिल करने के लिए बहुत कोशिश करनी चाहिए कीवनका जाहिल ख़ुदा की क़ुदरत को नहीं समझ सकता

दीदा-बायद

जो भी हो, देखा जाएगा, देखिए क्या होता है

हल्वा ख़ुर्दन रा रू-ए-बायद

इज़्ज़त के वास्ते लियाक़त चाहिए, अच्छी चीज़ हासिल करने के लिए इस का अहल होना ज़रूरी है

जैसी बहे बियार पैठ तब तैसी दीजिये

हरवक़त के मुनासिब काम करना चाहिए या ज़माना बदले तो तुम भी बदल जाओ

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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