खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत" शब्द से संबंधित परिणाम

मन मन भर के पैर हो जाना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

पैर मन मन भर के हो जाना

रुक : पांव मन मन भर के होजाना, पांव शॅल होजाना

पाँव मन मन भर के हो जाना

रुक : पांव सौ सौ मन के हो जाना

मन मन भर के पाँव हो जाना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

मन मन भर के पैर होना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

पाँव हज़ार मन के हो जाना

۔ لازم۔ ہلنا دشوار ہوجانا۔ حرکت دشوار ہونا۔ ؎

पाँव सौ मन के हो जाना

चलने की क्षमता और शक्ति न रहना, चलना मुश्किल हो जाना

सौ सौ मन के पाँव हो जाना

घबराहट या डर से चल न सकना

पाँव सौ सौ मन के हो जाना

be extremely tired, walk with great difficulty (because of fear or grief)

कूएँ की तह में तारा हो जाना

गहरे कोनें की ता में पानी का चमकना

चार दिन में घर का घरवा हो जाना

थोड़े समय में सब समाप्त हो जाना, चंद रोज़ में सब कुछ ख़त्म हो जाना, सब बर्बाद हो जाना

निन्नानवे के फेर में पड़ जाना

۔روپیہ بڑھانے کی فکر میں پڑجانا۔ کنجوسی پر کمر بندھ جانا۔؎

एक एक क़दम लाख लाख मन का हो जाना

رک : ایک ایک پانو الخ.

हँसी के मारे पेट में बल पड़ जाना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

मारे हँसी की पेट में बल पड़ जाना

बहुत हँसी आना, हँसते-हँसते लोट जाना

उस पुरखा की बात पर नाह भरोसा राख, बार-बार जो बोले झूठ दिन भर माँ सौ लाख

झूठे व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए अर्थात जो हमेशा ही झूठ बोलता रहा हो उसका विश्वास न करें

नमक की कान में नमक हो जाना

जैसा माहौल हो वैसा ही बन जाना, वातावरण में ढल जाना, कहीं और के रीति-रिवाजों के अनुसार व्यवहार अपना लेना, ख़ुद को बदल लेना, मिलजुल जाना

उस पुरखा की बात पर न भरोसा रख, बर-बर झूट बोले जो दिन भर माँ सो लख

झूठे व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए अर्थात जो हमेशा ही झूठ बोलता रहा हो उसका विश्वास न करें

मूंड मुंडाए तीन गुन, गई टांट की खाज, बाबा हो जग में फिरे पेट भर खाया नाज

सिर मुंडाने के तीन लाभ हैं एक तो सर की खुजली जाती रहती है दूसरे बाबा बन कर संसार का भरमण होता है और पेट भर कर रोटी मिलती है अर्थात साधु बन जाने में मज़ा है

देख पराई चोपड़ी गिर पड़ बे-ईमान, एक घड़ी की बे-हयाई दिन भर का आराम

लालची व्यक्ति के प्रति कहते हैं कि दूसरे का माल हथियाने का प्रयास करता है, अपमान की परवाह नहीं करता

मरना है बद नेक को जीना नाप सदा, बेहतर है जो जगत में नेक नाम रह जा

अच्छे काम करने चाहिए ताकि दुनिया में रह जाए, वैसे तो अच्छे बुरे सब को मरना है

मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत

दिल की प्रबलता से काम बनता और दिल के छूट जाने से बिगड़ता है

पंडित की जो ज़बान पर है वही पोथी में

पण्डित सोच समझ कर कहता है

लाल बुझक्कड़ बूझियाँ और न बूझा कोए, पैर में चक्की बाँध के कोई हिरना कूदा हुए

रात को गाँव के पास से हाथी गुज़रा, उसके पाँव का निशान देख कर लोग बहुत हैरान हुए, लाल बुझक्कड़ ने यह फ़ैसला दिया कि कोई हिरन पाँव में चक्की बाँध के कूदा है

हरी खेती गाभन गाए तब ही जाने कि मुँह में आए

रुक : हरी खेती गया भिन्न गाय मुँह पड़े तब अलख

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत के अर्थदेखिए

मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत

man ke haare haar hai man ke jiite jiit, paar barham ko paa.ii.e man hii ke partiitمَن کے ہارے ہار ہے مَن کے جیتے جیت، پار برہم کو چاہیے مَن ہی کے پرتیت

कहावत

मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत के हिंदी अर्थ

  • दिल की प्रबलता से काम बनता और दिल के छूट जाने से बिगड़ता है
  • हिम्मत हारने वाला हार जाता है और दिलेर जीत जाता है, दिल ही के कारणवश ईश्वर मिलता है
  • निराश कभी नहीं होना चाहिये

    विशेष परतीत या प्रतीत= विश्वास।

مَن کے ہارے ہار ہے مَن کے جیتے جیت، پار برہم کو چاہیے مَن ہی کے پرتیت کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • دل کی تقویت سے کام بنتا اور دل کے چھوٹ جانے سے بگڑتا ہے
  • ہمت ہارنے والا ہار جاتا ہے اور دلیر جیت جاتا ہے، دل ہی کی وجہ سے خدا ملتا ہے
  • کبھی مایوس نہیں ہونا چاہیے

Urdu meaning of man ke haare haar hai man ke jiite jiit, paar barham ko paa.ii.e man hii ke partiit

  • Roman
  • Urdu

  • dil kii taqaviyat se kaam bantaa aur dal ke chhuuT jaane se biga.Dtaa hai
  • himmat haarne vaala haar jaataa hai aur diler jiit jaataa hai, dil hii kii vajah se Khudaa miltaa hai
  • kabhii maayuus nahii.n honaa chaahi.e

खोजे गए शब्द से संबंधित

मन मन भर के पैर हो जाना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

पैर मन मन भर के हो जाना

रुक : पांव मन मन भर के होजाना, पांव शॅल होजाना

पाँव मन मन भर के हो जाना

रुक : पांव सौ सौ मन के हो जाना

मन मन भर के पाँव हो जाना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

मन मन भर के पैर होना

पाँव का थक कर भारी महसूस होने लगना

पाँव हज़ार मन के हो जाना

۔ لازم۔ ہلنا دشوار ہوجانا۔ حرکت دشوار ہونا۔ ؎

पाँव सौ मन के हो जाना

चलने की क्षमता और शक्ति न रहना, चलना मुश्किल हो जाना

सौ सौ मन के पाँव हो जाना

घबराहट या डर से चल न सकना

पाँव सौ सौ मन के हो जाना

be extremely tired, walk with great difficulty (because of fear or grief)

कूएँ की तह में तारा हो जाना

गहरे कोनें की ता में पानी का चमकना

चार दिन में घर का घरवा हो जाना

थोड़े समय में सब समाप्त हो जाना, चंद रोज़ में सब कुछ ख़त्म हो जाना, सब बर्बाद हो जाना

निन्नानवे के फेर में पड़ जाना

۔روپیہ بڑھانے کی فکر میں پڑجانا۔ کنجوسی پر کمر بندھ جانا۔؎

एक एक क़दम लाख लाख मन का हो जाना

رک : ایک ایک پانو الخ.

हँसी के मारे पेट में बल पड़ जाना

निहायत हँसना, बहुत हँसना, हंसी के मारे पेट दुखने लगना, हंसते हंसते बे-ताब हो जाना

मारे हँसी की पेट में बल पड़ जाना

बहुत हँसी आना, हँसते-हँसते लोट जाना

उस पुरखा की बात पर नाह भरोसा राख, बार-बार जो बोले झूठ दिन भर माँ सौ लाख

झूठे व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए अर्थात जो हमेशा ही झूठ बोलता रहा हो उसका विश्वास न करें

नमक की कान में नमक हो जाना

जैसा माहौल हो वैसा ही बन जाना, वातावरण में ढल जाना, कहीं और के रीति-रिवाजों के अनुसार व्यवहार अपना लेना, ख़ुद को बदल लेना, मिलजुल जाना

उस पुरखा की बात पर न भरोसा रख, बर-बर झूट बोले जो दिन भर माँ सो लख

झूठे व्यक्ति पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए अर्थात जो हमेशा ही झूठ बोलता रहा हो उसका विश्वास न करें

मूंड मुंडाए तीन गुन, गई टांट की खाज, बाबा हो जग में फिरे पेट भर खाया नाज

सिर मुंडाने के तीन लाभ हैं एक तो सर की खुजली जाती रहती है दूसरे बाबा बन कर संसार का भरमण होता है और पेट भर कर रोटी मिलती है अर्थात साधु बन जाने में मज़ा है

देख पराई चोपड़ी गिर पड़ बे-ईमान, एक घड़ी की बे-हयाई दिन भर का आराम

लालची व्यक्ति के प्रति कहते हैं कि दूसरे का माल हथियाने का प्रयास करता है, अपमान की परवाह नहीं करता

मरना है बद नेक को जीना नाप सदा, बेहतर है जो जगत में नेक नाम रह जा

अच्छे काम करने चाहिए ताकि दुनिया में रह जाए, वैसे तो अच्छे बुरे सब को मरना है

मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत

दिल की प्रबलता से काम बनता और दिल के छूट जाने से बिगड़ता है

पंडित की जो ज़बान पर है वही पोथी में

पण्डित सोच समझ कर कहता है

लाल बुझक्कड़ बूझियाँ और न बूझा कोए, पैर में चक्की बाँध के कोई हिरना कूदा हुए

रात को गाँव के पास से हाथी गुज़रा, उसके पाँव का निशान देख कर लोग बहुत हैरान हुए, लाल बुझक्कड़ ने यह फ़ैसला दिया कि कोई हिरन पाँव में चक्की बाँध के कूदा है

हरी खेती गाभन गाए तब ही जाने कि मुँह में आए

रुक : हरी खेती गया भिन्न गाय मुँह पड़े तब अलख

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

मन के हारे हार है मन के जीते जीत, पार ब्रह्म को पाइये मन ही के प्रतीत

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)

सूचनाएँ और जानकारी प्राप्त करने के लिए सदस्यता लें

सदस्य बनिए
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone