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रा

= रज्जु

ra

कीमिया: अंसर रेडियम की अलामत।

ta-ra

बोल चाल: शुमाली इंग्लिस्तान ख़ुसूसन : ख़ुदाहाफ़िज़, गुडबाई [ TA-TA का मुतबादिल]

रह रह कर

ٹھہر ٹھہر کے ، بار بار ، وقفے وقفے سے.

सियार औरों को शगून दे , आप कुत्तों से डरे

गीदड़ का रास्ते में मिलना अच्छ्াा शगून समझा जाता है मगर ख़ुद कुत्तों से डरता है यानी दूओसरों को फ़ायदा पहुंचाए मगर ख़ुद को कोई फ़ायदा ना हो

नंगी घेरे घाट , न आप नहाए , न औरों को नहाने दे

रुक : नंगा घेरे घाट, ना आप नहाए, ना औरों को नहाने दे

औरों

अन्य, दूसरे लोग

दो

जो गिनती में एक से एक अधिक हो। तीन से एक कम। पद-दो-एक-एक से एक या दो अधिक। कुछ। जैसे-उनसे दो-एक बातें कर लो। दो चार-दो, तीन अथवा चार। कुछ। थोड़ा। जैसे-दो-चार दिन बाद आना। दो दिन की बहुत थोड़े समय का। हाल का। जैसे-यह तो अभी दो दिन की बात है। किसके दोसिर हैं ? = किसे फालतू सिर है ? कौन व्यर्थ अपने प्राण गवाना चाहता है। मुहा०-(आँखें) दो-चार होना = सामना होना। (किसी से) दो-चार होना = भेंट या मुलाकात होना। दो दो बातें करना संक्षिप्त परंतु स्पष्ट प्रश्नोत्तर करना। साफ-साफ कुछ बातें पूछना और कहना। दो नावों पर पैर रखना = दो आश्रमों या दो पक्षों का अवलंबन करना। ऐसी स्थिति में रहना कि जब जिधर चाहे, तब उधर मुड़ या हो सकें।

दा

बीमारी, दुख, मुरक्कबात में जुज़ो-ए-अव़्वल के तौर पर मुस्तामल, मसलन दा-ए-अलासद, दा-ए-अलबोलेना वग़ैरा

दय

the tenth month of the Persian calendar corresponding to December-January (when the sun is in the sign of Capricorn)

दे

" देना " क्रिया के शुरू में पूर्णता दर्शाने के लिए, जैसे दे पटकना, दे मारना

do

करना

die

दा

दरांती, हँसिया, हँसुआ

दू

सोना

दु

of two minds, divided in thought or sentiment, puzzled, distracted, doubtful, wavering, vacillating, fluctuating, irresolute, abstracted, absent-minded, a waverer, doubt, suspense

दी

गुज़रा हुआ रोज़, आज से पिछला दिन, बीता हुआ कल

दाई

बच्चा जनाने का पेशा करनेवाली औरत, जनाई और दाया

गदा-रा

हे भिक्षुक!, हे हीन

यही भरोसा ठीक है कि दाता दे तो लूँ, औरों का कर आसरा जी तरसावे क्यूँ

किसी से अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए, ईश्वर पर भरोसा करना चाहिए, ईश्वर पर आसरा करना चाहिए

बाँदी औरों के पाँव धोवे , अपने लिये सोवे

दूसरों के काम में चुसती और अपने काम में सुस्ती

औरों को नसीहत ख़ुद मियाँ फ़ज़ीहत

दूसरों को तो नसीहत (उपदेश) करते हैं और स्वयं उसका पालन नहीं करते, स्वयं बुरे काम करके दूसरों को उपदेश देना

नित की बीवी पदनी औरों को दोश

अपना इल्ज़ाम दूसरों के सर , चढ़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ुदा-रा

ईश्वर के लिए, ख़ुदा के वास्ते, भगवान के लिए

रवा-रा

(عور) روا سا ، روا جیسا ، موٹا پِیسا ہوا آٹا.

कांड़ी अपना टेंट न निहारे, औरों की फुल्ली निहारे

अपने अवगुण की उपेक्षा कर के दूसरों के अवगुणों का बखान करना

नित की बीवी पदनी औरों को दोस

अपना इल्ज़ाम दूसरों के सर , चढ़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ुद रा फ़ज़ीहत दीगराँ रा नसीहत

advising others what one does not do oneself

रानी दीवानी हुई , औरों को पत्थर, अपनों को लड्डू मारे

दीवाना बह कार-ए-ख़ुद होशयार, उनकी दीवानगी में भी अपना ही फ़ायदा है

गुज़श्ता रा सलवात आइंदा रा एहतियात

جو گزر گئی سو گزر گئی ، جو ہونا تھا ہو گیا ، آئندہ کے لیے احتیاط رکھیں (فارسی کہاوت اردو میں مستعمل).

गीदड़ औरों को शुगून बताएँ आप अपनी गर्दन कुत्तों से कटवाएँ

अपनी मुसीबत की फ़िक्र नहीं औरों को तदबीर बताते फिरते हैं, औरों को नसीहत अपने फ़ज़ीहत

गीदड़ औरों को शुगून बताए आप अपनी गर्दन कुत्तों से तुड़वाए

अपनी मुसीबत की फ़िक्र नहीं औरों को तदबीर बताते फिरते हैं, औरों को नसीहत अपने फ़ज़ीहत

सीख देत औरों को पाँडा आप भरे पापों का भाँड

पण्डित औरों को तो नसीहत करे और ख़ुद गुनाह करे, उस शख़्स की निसबत बोलते हैं जो ख़ुद गुनाह का मुर्तक़िब होता है लेकिन दूसरों को मुत्तक़ी बनने की तलक़ीन करता है

हँसे तो औरों को , रोवे तो अपनों को

औरों पर मुसीबत पड़े तो हंसी आती है और जो अपने आप पर आन पड़े तो रोना आता है

हकीम औरों की दवा करे अपनी न करे

औरों को नसीहत करे और ख़ुद ना समझे

बे-शु'ऊरों

जिनके पास बुद्धि और समझ नहीं है, खाली दिमाग वाले लोग

कुछ तुम ने समझा, कुछ हम ने समझा, औरों को ख़बर न हुई

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

नेकी नेक रा, बदी बद रा

हर एक को अपने अच्छे बुरे फे़अल की जज़ा और सज़ा ज़रूर मिलेगी

ये तो सिक्षा साध की निहचे चित में ला, भेद न अपने जियो का औरों को बतला

अपना भेद किसी से नहीं कहना चाहिये

नेकी रा नेक व बद रा बदी

सभी को उनके अच्छे और बुरे कर्मों का बदला मिलता है

गुज़श्ता रा सलवात आइंदा रा एहतियात

جو گزر گئی سو گزر گئی ، جو ہونا تھا ہو گیا ، آئندہ کے لیے احتیاط رکھیں (فارسی کہاوت اردو میں مستعمل).

गुज़श्ता रा सलवात

गुज़शता रा सलात, आइन्दा रा एहतियात (रुक) ला इख़तिसार

आइंदा-रा याद

जो भूल हो चुकी है उस पर अधिक ध्यान देने के अतिरिक्त आने वाले समय के लिए सावधान रहना चाहिये ताकि उस भूल का आने वाले कल जैसा न हो (गुज़श्ता रा सलवात के साथ प्रयुक्त)

आइंदा-रा एहतियात

जो भूल हो चुकी है उस पर अधिक ध्यान देने के अतिरिक्त आने वाले समय के लिए सावधान रहना चाहिये ताकि उस भूल का आने वाले कल जैसा न हो (गुज़श्ता रा सलवात के साथ प्रयुक्त)

उदू

(शाब्दिक) उदय, (आशय) सुर्योदय

हर कमाले रा ज़वाले , हर ज़वाले रा कमाल

इंतिहाई तरक़्क़ी के बाद तनज़्ज़ुल और इंतिहाई तनज़्ज़ुल के बाद तरक़्क़ी शुरू होती है

जो औरों का बुरा चेते गा उस का पहले बुरा होगा

जो दूसरों का नुक़्सान चाहेगा इस का अपना नुक़्सान होगा

हर बहारे रा

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) हर बिहार को ख़िज़ां होती है , हर कमाल को ज़वाल होता है

गुज़श्ता रा सलवात

गुज़शता रा सलात, आइन्दा रा एहतियात (रुक) ला इख़तिसार

हर कि ख़ूद रा बीनद ख़ुदा रा न बीनद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) मग़रूर आदमी ख़ुदा को नहीं पाता, ख़ुद पसंद शख़्स ख़ुदा शनास नहीं होता

'अक़्लमंदाँ रा इशारा काफ़ीस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) समझदार इशारे में बात समझ लेता है। उसे बहुत समझाना नहीं पड़ता, अक़्लमंदों के लिए इशारा काफ़ी होता है, अक़्लमंदों के लिए विवरण की आवश्यक्ता नहीं बल्कि वह इशारे में बात समझ जाते हैं

'आक़िलाँ रा इशारा बस

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

क़ज़ा रा चे 'इलाज

मौत से बचना संभव नहीं

'आक़िल रा इशारा बस

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'अयाँ रा चे बयाँ

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) जो बात मालूल है उसको बताने की ज़रूरत नहीं, जिसके लिए किसी तर्क की आवश्यकता न हो

नक़्ल रा चा 'अक़्ल

नक़्ल करने के लिए अधिक अक़ल अर्थात बुद्धि की आवश्यक्ता नहीं

हर बहारे रा ख़िज़ाँ

हर अच्छे समय का अंत निश्चित है

मुफ़्त रा चे गुफ़्त

One cannot murmur at a gift.

एल्ची रा चि ज़वाल

संदेश अच्छा है या बुरा इसके लिए संदेशवाहक ज़िम्मेदार नहीं है और विपरीत संदेश देना याद रखने पर संदेशवाहक को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जाता

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सिरात-ए-मुस्तक़ीम के अर्थदेखिए

सिरात-ए-मुस्तक़ीम

siraat-e-mustaqiimصراطِ مُسْتَقیم

स्रोत: अरबी

वज़्न : 1222121

सिरात-ए-मुस्तक़ीम के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सीधा रास्ता, धर्मपथ, सन्मार्ग

शे'र

English meaning of siraat-e-mustaqiim

Noun, Masculine

  • straight path, the way to God

صراطِ مُسْتَقیم کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • سیدھا راستہ , شریعت محمدیؐ، دین اسلام

Urdu meaning of siraat-e-mustaqiim

  • Roman
  • Urdu

  • siidhaa raasta, shariiyat muhammdii (sal.), diin islaam

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रा

= रज्जु

ra

कीमिया: अंसर रेडियम की अलामत।

ta-ra

बोल चाल: शुमाली इंग्लिस्तान ख़ुसूसन : ख़ुदाहाफ़िज़, गुडबाई [ TA-TA का मुतबादिल]

रह रह कर

ٹھہر ٹھہر کے ، بار بار ، وقفے وقفے سے.

सियार औरों को शगून दे , आप कुत्तों से डरे

गीदड़ का रास्ते में मिलना अच्छ्াा शगून समझा जाता है मगर ख़ुद कुत्तों से डरता है यानी दूओसरों को फ़ायदा पहुंचाए मगर ख़ुद को कोई फ़ायदा ना हो

नंगी घेरे घाट , न आप नहाए , न औरों को नहाने दे

रुक : नंगा घेरे घाट, ना आप नहाए, ना औरों को नहाने दे

औरों

अन्य, दूसरे लोग

दो

जो गिनती में एक से एक अधिक हो। तीन से एक कम। पद-दो-एक-एक से एक या दो अधिक। कुछ। जैसे-उनसे दो-एक बातें कर लो। दो चार-दो, तीन अथवा चार। कुछ। थोड़ा। जैसे-दो-चार दिन बाद आना। दो दिन की बहुत थोड़े समय का। हाल का। जैसे-यह तो अभी दो दिन की बात है। किसके दोसिर हैं ? = किसे फालतू सिर है ? कौन व्यर्थ अपने प्राण गवाना चाहता है। मुहा०-(आँखें) दो-चार होना = सामना होना। (किसी से) दो-चार होना = भेंट या मुलाकात होना। दो दो बातें करना संक्षिप्त परंतु स्पष्ट प्रश्नोत्तर करना। साफ-साफ कुछ बातें पूछना और कहना। दो नावों पर पैर रखना = दो आश्रमों या दो पक्षों का अवलंबन करना। ऐसी स्थिति में रहना कि जब जिधर चाहे, तब उधर मुड़ या हो सकें।

दा

बीमारी, दुख, मुरक्कबात में जुज़ो-ए-अव़्वल के तौर पर मुस्तामल, मसलन दा-ए-अलासद, दा-ए-अलबोलेना वग़ैरा

दय

the tenth month of the Persian calendar corresponding to December-January (when the sun is in the sign of Capricorn)

दे

" देना " क्रिया के शुरू में पूर्णता दर्शाने के लिए, जैसे दे पटकना, दे मारना

do

करना

die

दा

दरांती, हँसिया, हँसुआ

दू

सोना

दु

of two minds, divided in thought or sentiment, puzzled, distracted, doubtful, wavering, vacillating, fluctuating, irresolute, abstracted, absent-minded, a waverer, doubt, suspense

दी

गुज़रा हुआ रोज़, आज से पिछला दिन, बीता हुआ कल

दाई

बच्चा जनाने का पेशा करनेवाली औरत, जनाई और दाया

गदा-रा

हे भिक्षुक!, हे हीन

यही भरोसा ठीक है कि दाता दे तो लूँ, औरों का कर आसरा जी तरसावे क्यूँ

किसी से अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए, ईश्वर पर भरोसा करना चाहिए, ईश्वर पर आसरा करना चाहिए

बाँदी औरों के पाँव धोवे , अपने लिये सोवे

दूसरों के काम में चुसती और अपने काम में सुस्ती

औरों को नसीहत ख़ुद मियाँ फ़ज़ीहत

दूसरों को तो नसीहत (उपदेश) करते हैं और स्वयं उसका पालन नहीं करते, स्वयं बुरे काम करके दूसरों को उपदेश देना

नित की बीवी पदनी औरों को दोश

अपना इल्ज़ाम दूसरों के सर , चढ़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ुदा-रा

ईश्वर के लिए, ख़ुदा के वास्ते, भगवान के लिए

रवा-रा

(عور) روا سا ، روا جیسا ، موٹا پِیسا ہوا آٹا.

कांड़ी अपना टेंट न निहारे, औरों की फुल्ली निहारे

अपने अवगुण की उपेक्षा कर के दूसरों के अवगुणों का बखान करना

नित की बीवी पदनी औरों को दोस

अपना इल्ज़ाम दूसरों के सर , चढ़ाने वाले की निसबत बोलते हैं

ख़ुद रा फ़ज़ीहत दीगराँ रा नसीहत

advising others what one does not do oneself

रानी दीवानी हुई , औरों को पत्थर, अपनों को लड्डू मारे

दीवाना बह कार-ए-ख़ुद होशयार, उनकी दीवानगी में भी अपना ही फ़ायदा है

गुज़श्ता रा सलवात आइंदा रा एहतियात

جو گزر گئی سو گزر گئی ، جو ہونا تھا ہو گیا ، آئندہ کے لیے احتیاط رکھیں (فارسی کہاوت اردو میں مستعمل).

गीदड़ औरों को शुगून बताएँ आप अपनी गर्दन कुत्तों से कटवाएँ

अपनी मुसीबत की फ़िक्र नहीं औरों को तदबीर बताते फिरते हैं, औरों को नसीहत अपने फ़ज़ीहत

गीदड़ औरों को शुगून बताए आप अपनी गर्दन कुत्तों से तुड़वाए

अपनी मुसीबत की फ़िक्र नहीं औरों को तदबीर बताते फिरते हैं, औरों को नसीहत अपने फ़ज़ीहत

सीख देत औरों को पाँडा आप भरे पापों का भाँड

पण्डित औरों को तो नसीहत करे और ख़ुद गुनाह करे, उस शख़्स की निसबत बोलते हैं जो ख़ुद गुनाह का मुर्तक़िब होता है लेकिन दूसरों को मुत्तक़ी बनने की तलक़ीन करता है

हँसे तो औरों को , रोवे तो अपनों को

औरों पर मुसीबत पड़े तो हंसी आती है और जो अपने आप पर आन पड़े तो रोना आता है

हकीम औरों की दवा करे अपनी न करे

औरों को नसीहत करे और ख़ुद ना समझे

बे-शु'ऊरों

जिनके पास बुद्धि और समझ नहीं है, खाली दिमाग वाले लोग

कुछ तुम ने समझा, कुछ हम ने समझा, औरों को ख़बर न हुई

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

नेकी नेक रा, बदी बद रा

हर एक को अपने अच्छे बुरे फे़अल की जज़ा और सज़ा ज़रूर मिलेगी

ये तो सिक्षा साध की निहचे चित में ला, भेद न अपने जियो का औरों को बतला

अपना भेद किसी से नहीं कहना चाहिये

नेकी रा नेक व बद रा बदी

सभी को उनके अच्छे और बुरे कर्मों का बदला मिलता है

गुज़श्ता रा सलवात आइंदा रा एहतियात

جو گزر گئی سو گزر گئی ، جو ہونا تھا ہو گیا ، آئندہ کے لیے احتیاط رکھیں (فارسی کہاوت اردو میں مستعمل).

गुज़श्ता रा सलवात

गुज़शता रा सलात, आइन्दा रा एहतियात (रुक) ला इख़तिसार

आइंदा-रा याद

जो भूल हो चुकी है उस पर अधिक ध्यान देने के अतिरिक्त आने वाले समय के लिए सावधान रहना चाहिये ताकि उस भूल का आने वाले कल जैसा न हो (गुज़श्ता रा सलवात के साथ प्रयुक्त)

आइंदा-रा एहतियात

जो भूल हो चुकी है उस पर अधिक ध्यान देने के अतिरिक्त आने वाले समय के लिए सावधान रहना चाहिये ताकि उस भूल का आने वाले कल जैसा न हो (गुज़श्ता रा सलवात के साथ प्रयुक्त)

उदू

(शाब्दिक) उदय, (आशय) सुर्योदय

हर कमाले रा ज़वाले , हर ज़वाले रा कमाल

इंतिहाई तरक़्क़ी के बाद तनज़्ज़ुल और इंतिहाई तनज़्ज़ुल के बाद तरक़्क़ी शुरू होती है

जो औरों का बुरा चेते गा उस का पहले बुरा होगा

जो दूसरों का नुक़्सान चाहेगा इस का अपना नुक़्सान होगा

हर बहारे रा

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) हर बिहार को ख़िज़ां होती है , हर कमाल को ज़वाल होता है

गुज़श्ता रा सलवात

गुज़शता रा सलात, आइन्दा रा एहतियात (रुक) ला इख़तिसार

हर कि ख़ूद रा बीनद ख़ुदा रा न बीनद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) मग़रूर आदमी ख़ुदा को नहीं पाता, ख़ुद पसंद शख़्स ख़ुदा शनास नहीं होता

'अक़्लमंदाँ रा इशारा काफ़ीस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) समझदार इशारे में बात समझ लेता है। उसे बहुत समझाना नहीं पड़ता, अक़्लमंदों के लिए इशारा काफ़ी होता है, अक़्लमंदों के लिए विवरण की आवश्यक्ता नहीं बल्कि वह इशारे में बात समझ जाते हैं

'आक़िलाँ रा इशारा बस

बुद्धिमान व्यक्ति संकेत से बात समझ जाता है

क़ज़ा रा चे 'इलाज

मौत से बचना संभव नहीं

'आक़िल रा इशारा बस

बुद्धिमान इशारे से बात समझ जाता है

'अयाँ रा चे बयाँ

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) जो बात मालूल है उसको बताने की ज़रूरत नहीं, जिसके लिए किसी तर्क की आवश्यकता न हो

नक़्ल रा चा 'अक़्ल

नक़्ल करने के लिए अधिक अक़ल अर्थात बुद्धि की आवश्यक्ता नहीं

हर बहारे रा ख़िज़ाँ

हर अच्छे समय का अंत निश्चित है

मुफ़्त रा चे गुफ़्त

One cannot murmur at a gift.

एल्ची रा चि ज़वाल

संदेश अच्छा है या बुरा इसके लिए संदेशवाहक ज़िम्मेदार नहीं है और विपरीत संदेश देना याद रखने पर संदेशवाहक को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जाता

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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