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कलाँ
ज्येष्ठ, बड़ा, दीर्घ, लंबा
कलें
चक्रदन्त, मशीनें, यंत्र, पुर्जे़, इंजन
'अक़्ल
बुद्धि, धी, प्रज्ञा, मेधा, सूझ-बूझ, चतुरता, होशयारी, विवेक, तमीज़
कल कल तोड़ देना
जोड़ जोड़ हिला देना, प्रत्येक भाग या अंग को ढीला या बेकार कर देना
चाँद चढ़े, कुल 'आलम देखे
स्पष्ट बात किसी से छुपी नहीं रहती, सच्चाई किसी से गुप्त नहीं रहती, बात खुल जाने पर सब को ज्ञात हो ही जाता है
कल की कल पर छोड़ना
आने वाली घटनाओं के बारे में क्या सोचना, वर्तमान की चिंता करो
काल न छोड़े राजा न छोड़े रंग
मृत्यु राजा हो या फ़क़ीर किसी को नहीं छोड़ती
काल न छोड़े राजा न छोड़े मलंग
मृत्यु राजा हो या फ़क़ीर किसी को नहीं छोड़ती
क़ुल हुवल्लाह पढ़ना
to repeat the words qul huwaʼllāh , or say, God is One', to grumble (the bowels), to be hungry
'अक़्ल के घोड़े दौड़ाना
बहुत चिंतन एवं मनन करना, विचारों का प्रदर्शन करना, दलीलें सोचना या प्रस्तुत करना
काल के हाथ कमान, बूढ़ा छोड़े न जवान
ज़ालिम की निसबत बोलते हैं या मौत और दरबार की निसबत कहते हैं, मौत से कोई नहीं बचता ख़ाह वो बूढ़ा हो या बिछ हो या जवान
'अक़्ल दौड़ाना
विचार करना, विचार विमर्श करना, समझ से काम लेना
काल न छोड़े कोए , गदा हो या राजा होए
मृत्यु राजा हो या फ़क़ीर किसी को नहीं छोड़ती
काल के हाथ कमान, बच्चे छोड़े न जवान
ज़ालिम की निसबत बोलते हैं या मौत और दरबार की निसबत कहते हैं, मौत से कोई नहीं बचता ख़ाह वो बूढ़ा हो या बिछ हो या जवान
जो भादों में बरखा होए, काल बछोहड़ जा कर रोए
यदि भादों में वर्षा हो तो सूखा अथवा अकाल नहीं पड़ता
अँतड़ियों का क़ुल हुवल्लाह पढ़ना
अल्लाह दे अल्लाह दिलावे अल्लाह का दिया कुल 'आलमा पावे
देता तो ईश्वर ही है, जब मनुष्य कुछ देता है तो ईश्वर उसकी इच्छा पूरी करता है
कल पर छोड़ना
किसी काम को दूसरे रोज़ पर उठा रखना
कल बिगाड़ देना
किसी मशीन को बेकार कर देना, बेकार कर देना
बारह वफ़ात की खिचड़ी आज है कल नहीं
अस्थिर चीज़ के संबंध में प्रयुक्त या ऐसी वस्तु के प्रति कहते हैं जो जल्दी नष्ट या समाप्त हो जाने वाली हो
'अक़्ल पर पत्थर पड़ें
जानते हुए नासमझी की बातें करना, बेवक़ूफ़ी के मौक़े पर कोसने के तौर पर यह कहते हैं
'अक़्ल चक्कर में पड़ना
सोचने और समझने की छमता न रहना, होश गुम होना, हैरान और परेशान होना
'अक़्ल ऊँची चड़ना
अक़ल तेज़ होना, समझदार और बुद्धिमान होना
आँतों का क़ुल हुवल्लाह पढ़ना
अत्यधिक भूख लगना, बहुत भूख अनुभव करना
बारह वफ़ात की खिचड़ी, आज है तो कल नहीं
अस्थिर चीज़ के संबंध में प्रयुक्त या ऐसी वस्तु के प्रति कहते हैं जो जल्दी नष्ट या समाप्त हो जाने वाली हो
'अक़्ल-दाढ़
जबड़े के सिरे पर चार दाँत, जो युवा अवस्था में निकलते हैं (अर्थात युवावस्था में और यही उनके नामकरण का कारण भी है)
'अक़्ल पकड़ना
होश में आना, समझ से काम लेना, समझदार बनना
कल पर न छोड़ो
don't put off till tomorrow
कल पर न छोड़ना
काम तुरंत कर देना, काम को आज ही ख़त्म कर देना
हवा का काल पड़ना
हुआ बंद होना, हुआ रुक जाना, हब्स होना, बिलकुल हुआ ना होना
'अक़्ल पर ज़ोर पड़ना
ध्यान और सावधानी से समझने की कोशिश करना, समझबूझ से काम लिया जाना, दिमाग़ पर ज़ोर दे कर सोचना
'अक़्ल उड़ना
बुद्धि समाप्त होना या जाती रहना
'अक़्ल लड़ाना
खूब सोचना, ध्यान से सोचना
वन्नादिर कल-मा'दूम
जो वस्तु या बात अधिक कम हो वह न होने के समान होती है, कमयाब या कभी कभी की बात को विलुप्त या लापता समझना चाहिए
'अक़्ल पर पत्थर पड़ना
बुद्धि का सत्यानास हो जाना, बुद्धि जाती रहना, कुछ समझ में न आना
'अक़्ल पर पर्दा पड़ना
समझ जाती रहना, समझने की क्षमता चली जाना, बेवक़ूफ़ हो जाना, कुछ समझ में न आना
आज का काम कल पर न छोड़ना चाहिए
जो काम करना है तुरंत समाप्त करो
जो आज करना हो वो कल पर न छोड़ो
जो काम आज करना है उसे दूसरे वक़्त पर नहीं टालना चाहिए
आज का काम कल पर छोड़ना
काम में आलस करना, टाल मटोल करना
'अक़्ल पर पर्दा पड़ जाना
मूर्खतापूर्ण कार्य करना, निरर्थक और ऊटपटांग बातें करना
'अक़्ल के तोते उड़ गए
होश जाते रेहे, बौखला जाना, सुध-बुध समाप्त हो जाना, समझ जाती रही
'अक़्ल बड़ी या भैंस
किसी की बेतुकी बात पर उपहास में कहते हैं
'अक़्ल के तोते उड़ गए
होश जाते रेहे, बौखला जाना, सुध-बुध समाप्त हो जाना, समझ जाती रही
'अक़्ल के बख़िये उधेड़ना
बुद्धि को बेकार समझना, बुद्धि के अनुमानों को असत्य घोषित कर देना
'अक़्ल बुढ़िया होना
बुद्धि का क्षीण और निर्बल हो जाना, वह गंतव्य जहाँ बुद्धि अपना काम नहीं कर पाती
'अक़्ल बड़ी होना
बुद्धि का तेज़ होना, अक़ल का ज़्यादा होना
बालाई-हद्द-ए-अक़ल
(ریاضی) کسی سیٹ کا وہ رکن جو اس کی بالائی حد بھی ہو اور تمام بالائی حدود کا رکن اقل بھی
घटा की 'अक़्ल और दाढ़ी बढ़ा की
जूं जूं दाढ़ी बढ़ती गई अक़ल कम होती गई यानी उम्र बढ़ने के साथ अक़ल और समझ में इज़ाफ़ा नहीं हुआ
जैसी फूहड़ आप छिनाल , तैसी लगावे कल ब्योहार
बुरा शख़्स दूसरों को भी बुरा बना देता है
आँतें क़ुल हुवल्लाह पढ़ने लगीं
बहुत भूख लगी, भूख की तीव्रता में अल्लाह याद आने लगा
आँतें क़ुल हुवल्लाह पढ़ती हैं
बहुत भूख लगी, भूख की तीव्रता में अल्लाह याद आने लगा
आज मेरे मंगनी, कल मेरे ब्याह, टूट गई टंगड़ी रह गया ब्याह
मानवीय कामों की या संसार की अल्पकालिकता और भविष्य के अविश्वास को प्रकट करने के अवसर पर बोलते हैं कि समय या युग बदलते देर नहीं लगती, आदमी योजना बनाता है, पर भविष्य में क्या होगा, कोई नहीं जानता
कल पड़ना
रुक: कल आना, चीन मिलना, क़रार आना
'अक़्ल बढ़े सोच से, रोटी बढ़े लोच से
सोचने से अक़्ल में बढ़ोतरी होती है और आटे में लोच हो तो रोटी अच्छी बनती है