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करा'

वर्षा का रुका हुआ पानी, तालाब आदि में मुँह से पानी पीना, (वि.) पतली पिंडलियोंवाला।

करे

do

करा

एक प्रकार की ऊख या गन्ना

कराँ

किनारा, छोर, किनारा, हद, सीमा, इंतिहा

किरा

किराया, भाड़ा।।

कीरा

= कीड़ा

क्या करे

क्या उपचार करे

खट-कीरा

a bug

हर किरा नीस्त अदब लाइक़-ए-सोहबत नबुवद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल)जिस शख़्स में अदब नहीं वो सोहबत के लायक़ नहीं यानी बेअदब आदमी की सोहबत से गुरेज़ करो

ऊ ख़्वेश्तन गुम अस्त किरा रहबरी कुनद

جو خود نہیں جانتا وہ دوسرے کو کیْا بتائے گا۔

क्या करें

कैसे करें, नहीं कर सकते, मजबूरी है

कराओ

get done

कराई

काम करने या कराने का पारिश्रमिक

हर किरा सब्र नीस्त हिकमत नीस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल)जिस शख़्स में सब्र नहीं इस में अक़ल नहीं होती, बेसबर आदमी सोच समझ के काम नहीं कर सकता

कड़े

adamant, anklet, bracelet, rude

कड़ा

(पदार्थ) जिसके कणों, तंतुओं, संयोजक अवयवों आदि की बनावट या संघात इतना घना, ठोस या दृढ़ हो कि उसे काटा, तोड़ा, दबाया या लचाया न जा सके और इसीलिए जिसमें कुछ गड़ाना या घसाना बहुत कठिन हो। कठोर। सख्त। ' कोमल ' या ' मुलायम ' का विपर्याय। जैसे-कड़ी जमीन, कड़ा तख्ता, कड़ा लोहा

कड़ी

ज़ंजीर का जोड़, कठिन

देखा करे

(इच्छा उक्ति) किसी वस्तु की प्रशंसा में कहते हैं, किसी चीज़ की तारीफ़ में कहते हैं, मतलब ये है कि जिस के देखने से कभी जी न भरे

क़री'

प्रतिद्वंद्वी, हरीफ़, तुल्य, समान, मानिद, श्रेष्ठ, पूज्य, बुजुर्ग ।

हुआ करे

कुछ पर्वा नहीं, बला से, उदासीनता या उचाट मन दिखाने के लिए

चिड़िया करे ख़ोंचा चड़ा करे नोचा

बीवी बेचारी तो थोड़ा थोड़ा करके जमा करती है मियां उड़ा डालते हैं , कमज़ोर की निसबत ज़बरदस्त से ज़्यादा नुक़्सान पहुंचता है

बैद करे बैदाई, चंगा करे ख़ुदाई

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

लड़नी रात करे बिछड़नी रात न करे

महबूब के साथ लड़ाई भी जुदाई से बेहतर है (लड़ाई झगड़े के मौक़ा पर प्रयुक्त)

ख़ुदा बिछड़ती रात न करे लड़ती रात करे

लड़ाई होती रहे लोग मुतफ़र्रिक़ ना हूँ

ग़रज़ मंद करे या दर्द मंद करे

या तो जिसे कुछ काम हो वह सहायता करता है या शुभचिंतक अथवा दयावान

'इश्क़ या करे अमीर या करे फ़क़ीर

'इश्क़ हर एक के बस का नहीं है, अमीर अथवा फ़क़ीर ही इस को निभा सकते हैं क्यूँकि दोनों को कोई चिंता नहीं होती

पड़ोस छोड़ पीत करे

कमीने आदमी के प्रति कहते हैं चूँकि उसे पड़ोसी भली भाँति जानते हैं वो उससे दोस्ती पैदा नहीं करते तो उसे दूर के लोगों से दोस्ती पैदा करनी पड़ती है

या करे दर्द मंद या करे ग़रज़ मंद

या तो जिसे कुछ काम हो वह सहायता करता है या शुभचिंतक अथवा दयावान

बैद करे बैदाई चांगाई करे ख़ुदा ही

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

करे दाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूछों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

बैद करे बैदाई, चंगा करे इलाही

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

फ़ज़्ल करे तो छुट्टियाँ 'अद्ल करे तो लुट्टियाँ

ख़ुदा अगर मेहरबानी करे तो गुनाह की सज़ा से बचेंगे और अगर अदल करे तो बंदों को बचाओ की कोई सूरत नहीं

नादान करे बात दाना करे क़यास

मूर्ख कोरी बात करता है और बुद्धिमान हर बात को परखता है

भाई भाव करे नैन मारे ऊपर छाव करे

अपनों की कठोरता बेगानों की दया से अच्छी है

करे डाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूछों वाला

किसी का दोष और कोई अभियोेगी, करे कोई और पकड़ा जाए कोई

करे दाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूँछों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

ख़ता करे बीवी, पकड़ी जाए बाँदी

अपराध धनवान करे सज़ा निर्धन को मिले

करे डाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूँचों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

सासर साँसा मत करे देख थरेड़ा काम, थोड़े को बहता करे देन लगे जब राम

सास घबरा नहीं कि काम मंदा है, जब ख़ुदा देने को आता है तो थोड़ा बहुत हो जाता है

सासड़ साँसा मत करे देख थरेड़ा काम, थोड़े को बहता करे देन लगे जब राम

सास घबरा नहीं कि काम मंदा है, जब ख़ुदा देने को आता है तो थोड़ा बहुत हो जाता है

फूहड़ करे सिंगार माँग ईंटों से फोड़े

मूर्ख स्त्री के पास समय पड़ने पर कोई चीज़ नहीं निकलती इसलिये उसे अनुचित चीज़ें प्रयोग करनी पड़ती हैं

भाई भाव करे तल मारे ऊपर चाव करे

सामने से तो भाई की तरह प्यार करे और चाहत दिखाए और भीतर में शत्रुता करे

लिखना पढ़ना करे वही गाड़ी घोड़ा चढ़े वही

जो लिखता पढ़ता है वही अमीर बनता है, वही इज़्ज़त पाता है

करे एक पकड़े जाएँ सब

एक व्यक्ति की बुराई से पूरी जाति या समुदाय पर आरोप लगाया जाता है, थोड़े से दुष्कर्म और सभी के लिए मुसीबत

ख़ुदा 'उम्र दराज़ करे

(दुआ) अल्लाह ताला उम्र तबीअई को पहुंचाए (बड़े, छोटों को इस तरह दुआ देते हैं)

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाँव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

ख़ुदा ग़रीक़-ए-रहमत करे

ईश्वर क्षमा करे

सास बहू की हुई लड़ाई , करे पड़ोसन हाथा पाई

जघड़ा किसी का हो, लड़े कोई

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

परवर या करे अमीर , या करे फ़क़ीर

दोनों बेफ़िकर य होते हैं इस लिए वही इशक़ करसकते हैं

काम करे नथ वाली, पकड़ी जावे चिरकुट वाली

अपराध धनवान करता है और पकड़ा जाता है निर्धन

दो दिल राज़ी तो क्या करे क़ाज़ी

फ़रीक़ैन की रजामंदी में हाकिम दख़ल नहीं दे सकता, दो शख़्स मुत्तफ़िक़ हूँ तो तीसरा नुक़्सान नहीं पहुंचा सकता

बी बी ख़ता करे बाँदी पकड़ी जाए

बड़े के दोष पर छोटे का दुर्भाग्य अर्थात बड़ा अपराध करे एवं छोटा पकड़ा जाए

पासा पड़े सो दाँव और राजा करे सो न्याव

हाकिम के मुंह से जो निकले वही इंसाफ़ है

जो करे सेवा वही खाए मेवा

जो सेवा करता है वही लाभ उठाता है

कोई काम करे दाम से, हम दाम करें काम से

कोई रुपय से रुपया कमाता है, हम काम कर के कमाते हैं

गुड़ न दे गुड़ की सी बात तो करे

a kind word costs nothing

तुम्हारी बराबरी वो करे जो दौड़ते हिरन को पकड़े

बड़े निर्लज्ज हो

बूढ़ा तोता टें टें करे या काट खाए

बूढ़े व्यक्ति पर उपदेश का प्रभाव नहीं होता वह अपनी लत के अनुसार ही करेगा

'ईद बक़र'ईद, शबरात कटनी, दरिया करे हाय-हाय फगवा बिसनी

मुस्लमानों पर व्यंग है कि ईद, बक़रईद एवं शब-बरात के अवसर रंडियां बुलाते हैं और मुहर्रम में मातम करते हैं

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वर्षा का रुका हुआ पानी, तालाब आदि में मुँह से पानी पीना, (वि.) पतली पिंडलियोंवाला।

करे

do

करा

एक प्रकार की ऊख या गन्ना

कराँ

किनारा, छोर, किनारा, हद, सीमा, इंतिहा

किरा

किराया, भाड़ा।।

कीरा

= कीड़ा

क्या करे

क्या उपचार करे

खट-कीरा

a bug

हर किरा नीस्त अदब लाइक़-ए-सोहबत नबुवद

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल)जिस शख़्स में अदब नहीं वो सोहबत के लायक़ नहीं यानी बेअदब आदमी की सोहबत से गुरेज़ करो

ऊ ख़्वेश्तन गुम अस्त किरा रहबरी कुनद

جو خود نہیں جانتا وہ دوسرے کو کیْا بتائے گا۔

क्या करें

कैसे करें, नहीं कर सकते, मजबूरी है

कराओ

get done

कराई

काम करने या कराने का पारिश्रमिक

हर किरा सब्र नीस्त हिकमत नीस्त

(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल)जिस शख़्स में सब्र नहीं इस में अक़ल नहीं होती, बेसबर आदमी सोच समझ के काम नहीं कर सकता

कड़े

adamant, anklet, bracelet, rude

कड़ा

(पदार्थ) जिसके कणों, तंतुओं, संयोजक अवयवों आदि की बनावट या संघात इतना घना, ठोस या दृढ़ हो कि उसे काटा, तोड़ा, दबाया या लचाया न जा सके और इसीलिए जिसमें कुछ गड़ाना या घसाना बहुत कठिन हो। कठोर। सख्त। ' कोमल ' या ' मुलायम ' का विपर्याय। जैसे-कड़ी जमीन, कड़ा तख्ता, कड़ा लोहा

कड़ी

ज़ंजीर का जोड़, कठिन

देखा करे

(इच्छा उक्ति) किसी वस्तु की प्रशंसा में कहते हैं, किसी चीज़ की तारीफ़ में कहते हैं, मतलब ये है कि जिस के देखने से कभी जी न भरे

क़री'

प्रतिद्वंद्वी, हरीफ़, तुल्य, समान, मानिद, श्रेष्ठ, पूज्य, बुजुर्ग ।

हुआ करे

कुछ पर्वा नहीं, बला से, उदासीनता या उचाट मन दिखाने के लिए

चिड़िया करे ख़ोंचा चड़ा करे नोचा

बीवी बेचारी तो थोड़ा थोड़ा करके जमा करती है मियां उड़ा डालते हैं , कमज़ोर की निसबत ज़बरदस्त से ज़्यादा नुक़्सान पहुंचता है

बैद करे बैदाई, चंगा करे ख़ुदाई

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

लड़नी रात करे बिछड़नी रात न करे

महबूब के साथ लड़ाई भी जुदाई से बेहतर है (लड़ाई झगड़े के मौक़ा पर प्रयुक्त)

ख़ुदा बिछड़ती रात न करे लड़ती रात करे

लड़ाई होती रहे लोग मुतफ़र्रिक़ ना हूँ

ग़रज़ मंद करे या दर्द मंद करे

या तो जिसे कुछ काम हो वह सहायता करता है या शुभचिंतक अथवा दयावान

'इश्क़ या करे अमीर या करे फ़क़ीर

'इश्क़ हर एक के बस का नहीं है, अमीर अथवा फ़क़ीर ही इस को निभा सकते हैं क्यूँकि दोनों को कोई चिंता नहीं होती

पड़ोस छोड़ पीत करे

कमीने आदमी के प्रति कहते हैं चूँकि उसे पड़ोसी भली भाँति जानते हैं वो उससे दोस्ती पैदा नहीं करते तो उसे दूर के लोगों से दोस्ती पैदा करनी पड़ती है

या करे दर्द मंद या करे ग़रज़ मंद

या तो जिसे कुछ काम हो वह सहायता करता है या शुभचिंतक अथवा दयावान

बैद करे बैदाई चांगाई करे ख़ुदा ही

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

करे दाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूछों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

बैद करे बैदाई, चंगा करे इलाही

आदमी अपनी तरफ़ से उपाय करता रहे अब रही सफलता सो वह ईश्वर के हाथ है

फ़ज़्ल करे तो छुट्टियाँ 'अद्ल करे तो लुट्टियाँ

ख़ुदा अगर मेहरबानी करे तो गुनाह की सज़ा से बचेंगे और अगर अदल करे तो बंदों को बचाओ की कोई सूरत नहीं

नादान करे बात दाना करे क़यास

मूर्ख कोरी बात करता है और बुद्धिमान हर बात को परखता है

भाई भाव करे नैन मारे ऊपर छाव करे

अपनों की कठोरता बेगानों की दया से अच्छी है

करे डाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूछों वाला

किसी का दोष और कोई अभियोेगी, करे कोई और पकड़ा जाए कोई

करे दाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूँछों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

ख़ता करे बीवी, पकड़ी जाए बाँदी

अपराध धनवान करे सज़ा निर्धन को मिले

करे डाढ़ी वाला पकड़ा जाए मूँचों वाला

अपराध कोई करे और दंड किसी और को मिले तो कहते हैं

सासर साँसा मत करे देख थरेड़ा काम, थोड़े को बहता करे देन लगे जब राम

सास घबरा नहीं कि काम मंदा है, जब ख़ुदा देने को आता है तो थोड़ा बहुत हो जाता है

सासड़ साँसा मत करे देख थरेड़ा काम, थोड़े को बहता करे देन लगे जब राम

सास घबरा नहीं कि काम मंदा है, जब ख़ुदा देने को आता है तो थोड़ा बहुत हो जाता है

फूहड़ करे सिंगार माँग ईंटों से फोड़े

मूर्ख स्त्री के पास समय पड़ने पर कोई चीज़ नहीं निकलती इसलिये उसे अनुचित चीज़ें प्रयोग करनी पड़ती हैं

भाई भाव करे तल मारे ऊपर चाव करे

सामने से तो भाई की तरह प्यार करे और चाहत दिखाए और भीतर में शत्रुता करे

लिखना पढ़ना करे वही गाड़ी घोड़ा चढ़े वही

जो लिखता पढ़ता है वही अमीर बनता है, वही इज़्ज़त पाता है

करे एक पकड़े जाएँ सब

एक व्यक्ति की बुराई से पूरी जाति या समुदाय पर आरोप लगाया जाता है, थोड़े से दुष्कर्म और सभी के लिए मुसीबत

ख़ुदा 'उम्र दराज़ करे

(दुआ) अल्लाह ताला उम्र तबीअई को पहुंचाए (बड़े, छोटों को इस तरह दुआ देते हैं)

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाँव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

ख़ुदा ग़रीक़-ए-रहमत करे

ईश्वर क्षमा करे

सास बहू की हुई लड़ाई , करे पड़ोसन हाथा पाई

जघड़ा किसी का हो, लड़े कोई

राजा करे सो न्याव पासा पड़े तो दाव

हाकिम जो फ़ैसला करे इंसाफ़ कहलाता है अगर बाज़ी जीते तो दाओ कहलाता है

परवर या करे अमीर , या करे फ़क़ीर

दोनों बेफ़िकर य होते हैं इस लिए वही इशक़ करसकते हैं

काम करे नथ वाली, पकड़ी जावे चिरकुट वाली

अपराध धनवान करता है और पकड़ा जाता है निर्धन

दो दिल राज़ी तो क्या करे क़ाज़ी

फ़रीक़ैन की रजामंदी में हाकिम दख़ल नहीं दे सकता, दो शख़्स मुत्तफ़िक़ हूँ तो तीसरा नुक़्सान नहीं पहुंचा सकता

बी बी ख़ता करे बाँदी पकड़ी जाए

बड़े के दोष पर छोटे का दुर्भाग्य अर्थात बड़ा अपराध करे एवं छोटा पकड़ा जाए

पासा पड़े सो दाँव और राजा करे सो न्याव

हाकिम के मुंह से जो निकले वही इंसाफ़ है

जो करे सेवा वही खाए मेवा

जो सेवा करता है वही लाभ उठाता है

कोई काम करे दाम से, हम दाम करें काम से

कोई रुपय से रुपया कमाता है, हम काम कर के कमाते हैं

गुड़ न दे गुड़ की सी बात तो करे

a kind word costs nothing

तुम्हारी बराबरी वो करे जो दौड़ते हिरन को पकड़े

बड़े निर्लज्ज हो

बूढ़ा तोता टें टें करे या काट खाए

बूढ़े व्यक्ति पर उपदेश का प्रभाव नहीं होता वह अपनी लत के अनुसार ही करेगा

'ईद बक़र'ईद, शबरात कटनी, दरिया करे हाय-हाय फगवा बिसनी

मुस्लमानों पर व्यंग है कि ईद, बक़रईद एवं शब-बरात के अवसर रंडियां बुलाते हैं और मुहर्रम में मातम करते हैं

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