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आशनाई
आशना होने की अवस्था या भाव, जान-पहचान, परिचय
आश्राई रहना
मित्रता स्थिर रहना, मोहब्बत का सिलसिला रहना
आश्नाई का सच्चा
वह व्यक्ति जो दोस्ती को निबाह सके
आश्राई जाती रहना
दोस्ती जोती रहना, याराना टूट जाना
आश्नाई का झूटा
वह व्यक्ति जो दोस्ती को निभा न सके
आश्नाई मुल्ला ता-सबक़
ग़रज़ निकल जाने के बाद बेताल्लुक़ी, उस शख़्स के लिए बोला जाता है जो मतलब पूरा होने के बाद अजनबी बन जाए
आश्राई करना आसान निबाहना मुश्किल
दोस्ती पैदा कर लेना आसान बात है, मगर दोस्ती के कर्तव्यों का पालन करना कठिन है
आश्राई करना
संबंध होना, मित्रता पैदा होना, याराना गाँठना
आश्राई लगना
संबंध होना, मित्रता उत्पन्न होना, याराना गाँठना
आश्राई लगाना
संबंध होना, मित्रता पैदा करना, याराना गाँठना
आश्राई खुट करना
संबंध समाप्त कर लेना, मित्रता छोड़ देना
आश्नाई धरना
दोस्ती, परिचय और जान पहचान करना
आश्राई करके निकल जाना
स्त्री का किसी से अनुचित संबंध पैदा करके घर से चला जाना
आश्नाई-रौशनाई
معرفت ہی سے دل روشن ہوتا ہے ، پہچانے کے بعد ہی صحیح معلومات حاصل ہوتی ہیں.
आश्नाई पैदा करना
become acquainted, develop an acquaintance with
'आलम-आश्नाई
सम्पुर्ण संसार का परिचित होना, सारे संसार से परिचित होना, दुनिया को समझना, दुनिया को जानना
ना-आशनाई
नाआशना होना, ना वाक़फ़ीयत, लाइलमी, लाताल्लुक़ी, अपरिचित होना, अनजान होना
न गाड़ी भर आश्नाई , न जौ भर नाता
कोई ताल्लुक़ नहीं है, रिश्ता ना दोस्ती , रुक : गाड़ी भर आश्नाई नहीं चलती, जौ भर नाता चलता है
कम-आश्नाई
थोड़ी सी पहचान, थोड़ा सा अपनापन
देर-आश्नाई
दोस्ती में जल्दबाज़ी न करने का प्रक्रिया
गुर्ग-ए-आशनाई
बाहर की दोस्ती, बाहर में दोस्ती और अंदर में दुश्मनी
रत्ती भर नाता, न गाड़ी भर आश्नाई
दूर-दराज़ के नाते को भी बहुत ही क़रीब की मित्रता पर प्रमुखता दी जाती है
नादान की आशनाई जी का ज़ियाँ
रुक : नादान की दोस्ती अलख
रत्ती भर सगाई, न गाड़ी भर आश्नाई
दूर-दराज़ के नाते को भी बहुत ही क़रीब की मित्रता पर प्रमुखता दी जाती है
ज़ख़्म-ए-आश्ना'ई
दोस्ती पर चोट, मोहब्बत में उठाया जाने वाला कष्ट या तकलीफ़
हक़-ए-आश्नाई
सच्चाई, सत्यता, दूसरे के अधिकार को स्वीकार करना
हर्फ़-ए-आश्नाई
अक्षरों को पहचानना, पढ़ने की योग्यता
रत्ती भर नाता, गाड़ी भर आश्नाई
दूर-दराज़ के नाते को भी बहुत ही क़रीब की मित्रता पर प्रमुखता दी जाती है
घोड़ा दाने, घास से आश्नाई करेगा तो खाएगा क्या
मुआमला की जगह मुरव्वत बरतने से नफ़ा नहीं होता, अगर कोई शख़्स अपने नफ़ा की पर्वा ना करे तो भूका मरता है
बंदर की आशनाई क्या
मूर्ख से मित्रता करना घर में आग लगाने के समान है
बंदर की क्या आशनाई
मूर्ख से मित्रता करना घर में आग लगाने के समान है
चार दिन की आश्नाई
संक्षिप्त मित्रता, थोड़े दिनों का संबंध, अस्थायी मेल मिलाप
घोड़ा घास से आश्नाई करेगा तो खाएगा क्या
मुआमले की जगह मुरव्वत बरतने से नफ़ा नहीं होता, कोई शख़्स अगर अपने काम के नफ़ा की कुछ पर्वा ना करे तो गुज़ारा नामुमकिन है , मज़दूर मज़दूर ना ले तो भूका मर जाये , अपना मतलब कोई नहीं छोड़ता
राई भर नाता और गाड़ी भर आश्नाई
थोड़ा सा या दूर का रिश्ता भी बहुत सी या नज़दीकी बैठक पर वरीयता रखता है
बंदर की आशनाई, घर में आग लगाई
मूर्ख से मित्रता करना घर में आग लगाने के समान है
गाड़ी भर आश्नाई काम की नहीं मगर रत्ती भर नाता काम आता है
ज़रा सी क़राबत बहुत सी दोस्ती पर ग़ालिब होती है, वक़्त पड़ने पर रिश्तेदार ही काम आते हैं, बुरे वक़्त पर अपने ही साथ देते हैं
राई भर नाता , गाड़ी भर आश्नाई
blood is thicker than water
घोड़ा घास से आश्नाई करे तो भूका मरे
मुआमले की जगह मुरव्वत बरतने से नफ़ा नहीं होता, कोई शख़्स अगर अपने काम के नफ़ा की कुछ पर्वा ना करे तो गुज़ारा नामुमकिन है , मज़दूर मज़दूर ना ले तो भूका मर जाये , अपना मतलब कोई नहीं छोड़ता