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बसंत
एक ऋतु जब शीतकाल समाप्त होता है और ग्रीष्म आरंभ नहीं होता; मधुमास; ऋतुराज, वसंत ऋतु
बसंत की ख़बर होना
वास्तविक स्थिति या परिणाम से अवगत होना, माहौल से बाख़बर होना, घटनाओं का ज्ञान होना
बसंत बनाना
बात बनाना, बात गढ़ना (ज्यादातर भरम में डालने के लिए)
बसंत फूलना
पीलापन छाना (किसी विशेष वस्तू पर), हर तरफ़ पीला ही पीला नज़र आना
बसंत चढ़ना
बसंत के तयोहार में फ़क़ीरों के या देवी देवताओं के स्थानों पर ज़र्द फूल या चादर चढ़ाई जाना
बसंत मनाना
बसंत की ख़ुशी करना, बसंत के मौक़ा पर नाच रंग देखना या दावतें उड़ाना, बसंत के मैले पर जाना
बसंत-पंचमी
हिंदु का एक त्योहार जो माघ सदी पाँचवी तारीख़ को होता है
बसंत चढ़ाना
बसंत के दिन मज़ारों पर जाकर फूल चढ़ाना
बसंती
बसंत ऋतु में होने वाला, बसंत ऋतु संबंधी, बसंत के मौसम का
बसंत की ख़बर
knowledge or care about futurity
बसंत जाड़े का अंत
बसंत के पश्चात सर्दी कम हो जाती है
बसंती-जाड़ा
हलकी ठंड, हलकी सर्दी, मध्यम सर्दी
बसंत की ख़बर पूछना
be extremely ignorant or negligent
वहाँ के घर बसंत है, यहाँ मेरे घर बसंत
میں اس کے گھرجانا نہیں چاہتا
बिजली-बसंत
بسنت کے موسم کی بجلی جو بہت زور شور سے چمکتی ہے
मालती-बसंत
एक आयुर्वेदिक औषधि जो स्वर्ण पन्नि और मोतियों को फूँक कर प्राप्त किया जाता है, क्षय रोग (तप-ए-दिक़) के लिए बहुत लाभदायक होती है
मुँह पर बसंत फूलना
(बीमारी, ख़ौफ़ या ज़ोफ़ वग़ैरा से) चेहरा ज़र्द हो जाना, मुँह पीला पड़ जाना
मुँह पर बसंत खिलना
रुक : मुँह पर बसंत फूलना जो ज़्यादा मुस्तामल है
वहाँ उस के घर बसंत है , यहाँ मेरे घर बसंत
में इस के घर जाना नहीं चाहता, अगर इस को यहां आने में उज़्र है तो मुझे भी उज़्र है
कुवारी को सदा बसंत है
आज़ाद और अकेला के लिए हर वक़्त ख़ुशी है, आज़ाद को हर समय ऐश है कुछ फ़िक्र नहीं होता
कुछ बसंत की भी ख़बर है
दुनिया की स्थितियों से भी कुछ सूचित हैं, सावधान करने के लिए बोलते हैं
अंधा क्या जाने बसंत की बहार
जो किसी चीज़ की वास्तिकता के बारे में न जानता हो वह उस की क्या क़द्र कर सकता है, जिसे किसी बात का अनुभव न हो वह उस के बारे में क्या कह सकता है
आँखों में बसंत फूलना
दिल खिला हुआ होना, आखों से ख़ुशी टपकना
कुँवारी को सदा बसंत
आज़ाद और मुजर्रद के लिए हरवक़त ख़ुशी का मौक़ा है, मुराद ये है कि ग़ैर शादीशुदा औरत को वो दुख नहीं होते जो शादी के बाद सहने होते हैं
माथे पर मोटरी, बसंत के गीत
सर पर तो गठरी है और बंसत के गीत गाती है
छोटी नंद अँगिया का बंद, बड़ी नंद बिजली बसंत
छोटी नंद से प्रायः दुल्हन का प्यार होता है और बड़ी से शत्रुता
छोटी ननद अँगिया का बंद, बड़ी ननद बिजली बसंत
छोटी नंद से प्रायः दुल्हन का प्यार होता है और बड़ी से शत्रुता