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भस्म
लकड़ी आदि के जलने पर बची हुई राख
भस्म होना
जल कर राख हो जाना, जलना, , नाश होना, फ़ना होना, बर्बाद होजाना
भसम-तिक्का
meat burnt or roasted on cinders
भस्म-गर्भ
तिनिश वृक्ष, शीशम और अरोड़ के वृक्ष का नाम
भस्म-गँवा
रेणुका नामक गंधद्रव्य, (पर्या०) भस्मगंधिका, भस्मगंधिनी
भस्म-आसुर
ایک آسر (رک) جس میں یہ طاقت تھی کہ جس کے سر پر ہاتھ رکھے وہ خاک ہوجائے.
भस्म-स्नान
साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना
भस्म-अश्नान
साधु आदि के द्वारा पूरे शरीर पर राख मलना
भस्मी
अग्निहोत्र की राख, जो धार्मिक दृष्टि से पवित्र मानकर तिलक रूप में मस्तक पर तथा शरीर के और अंगों पर लगाई जाती है।
भस्मक
आधुनिक रसायन में वह भस्म या राख जो किसी धातु के पूरी तरह से जल जाने पर बच रहती है।
भस्मा-कार
धोबी, कपड़े धोने का पेशा करने वाला
भसमंत
जिसका भस्म ही शेष रह जाय, भस्मावशेष
भसमी-कृत
reduced to ashes calcined (as a metal)
भस्मासुर
पुराणानुसार एक प्रसिद्ध दैत्य, शिव से वर प्राप्त करने से पहले इसका नाम 'वृकासुर' था, इसने तप करके शिव जी से यह वर पाया था कि तुम जिसके सिर पर हाथ रखोगे, वह भस्म हो जायगा, पीछे से यह असुर पार्वती पर मोहित होकर शिव को ही जलाने पर उद्यत हुआ, तब शिव जी भागे, यह देखकर श्रीकृष्ण, ने बटु का रूप धरकर छल से उसी के सिर पर उसका हाथ रखवा दिया जिससे वह स्वयं भस्म हो गया
भस्माँग
ایک رتن ، بھسم کے رن٘گ کا فیروزہ.
भुस में मिलाना
बेकार करना, बर्बाद करना, क्षतिग्रस्त करना
भुस में चिनगी दे कर जमालो दूर खड़ी
षड्यंत्री षड्यंत्र कर के तमाशा देखता है
भुस में चिनगी डाल जमालो दूर खड़ी
षड्यंत्री षड्यंत्र कर के तमाशा देखता है
भुस में चिंगी डालना
फ़ित्ना बरपा करना, झगड़ा बढ़ाना, उकसावा देना
भुस में चिंगारी डाल जमालो दूर खड़ी
षड्यंत्री षड्यंत्र कर के तमाशा देखता है
भुस में चिंगारी डालना
झगड़ा बढ़ाना, उकसावा देना, प्रोत्साहित करना या उत्तेजित करना (हिंसक या गै़रक़ानूनी व्यवहार)
भुस में आग लगा जमालो दूर खड़ी
षड्यंत्री षड्यंत्र कर के तमाशा देखता है
भुस में टीमी डाल जमालो दूर खड़ी
षड्यंत्री षड्यंत्र कर के तमाशा देखता है
मुर्ग़ा पश्म भेड़ भसम
जो बड़ी चीज़ उड़ा लेता है उसके सामने छोटी चीज़ क्या है
जल कर भसम हो जाना
रुक : जल कर ख़ाक-ए-सियाह होना
आग के आगे सब भसम हैं
आग के उगे जो चीज़ आ जाएगी जल कर रहेगी
तुलसी आह ग़रीब की हरि से सही न जाय, मरी खाल की फूँक से लोहा भसम हो जाय
ईश्वर ग़रीब की आह को सहन नहीं कर सकता, मरी हुई खाल अर्थात धौंकनी की हवा लोहे को जला देती है
यार को करूँ प्यार, ख़सम को करूँ भस्म, लड़के को करूँ चटनी
दुषचरित्र स्त्री को पति एवं संतान की कोई परवाह नहीं होती