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सब कोई मिलियो, लंगोटिया न मिलियो

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब कोई मिले, लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब कोई मिले पर लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब को एक लाठी हाँकना

किसी के रुतबे और हैसियत का ख़्याल ना रखना, अहल और ना-अहल सबसे एक जैसा सुलूक करना

सब को एक लाठी से हाँकना

सबके साथ एक जैसा व्यवहार करना, हर एक से एक तरह पेश आना, किसी के पद वग़ैरा का ख़्याल न करना

सब को कहो , मेरी ज़हूरन को कुछ न कहो

कोई औरत नसीहत पर नाराज़ हो जाये तो कहते हैं कि ये बहुत नाज़ुक मिज़ाज औरत है

सब को एक लकड़ी हाँकना

किसी के रुतबे और हैसियत का ख़्याल ना रखना, अहल और ना-अहल सबसे एक जैसा सुलूक करना

सब को दिया धकेल, बंदा आप ही रहा अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब को एक ही लाठी से हाँकना

disregard the difference or status, treat everybody indiscriminately

सब को दिया धकेल, बंदी आप ही रही अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब को ठेल मैं अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब-कोई

ہر ایک ، ہر شخص ، ہرکوئی ، ہر فرد ؛ سب کے سب .

सब को एक आँख देखना

यकसाँ पेश आना, बराबर का सुलूक करना, किसी के साथ तरफ़-दारी या ख़ुसूसीयत ना बरतना

सब को एक नज़र से देखना

सबके साथ एक जैसा व्यवहार करना

सब कोई झूमर पहिरे लंगडी कहे हम-हूँ

हर एक को देख कर वो भी जिसे किसी चीज़ की आवश्यकता न हो रेस करे तो कहते हैं

काल सब को खाए बैठा है

मौत सब को आ कर रहती है, सब मौत के मुँह में जा चुके हैं

लाठी सब को हाँकना

अमीर ग़रीब या अदना आला में फ़र्क़ ना करना, सब से एक सा बरताओ करना

लकड़ी सब को हाँकना

رک : ایک لاٹھی (سے) سب کو ہانکنا.

जान सब को प्यारी है

जीवन से हर व्यक्ति को प्रेम होता है, कोई मरना गवारा नहीं करता

हक़ सब को प्यारा है

सच्चाई और इंसाफ़ को सब पसंद करते हैं

दबते को सब दबाते हैं

ग़रीब को सब लूटते हैं

उसको सब की फ़िक्र है

ईश्वर सभी का ख़याल रखता है, भगवान सबकी ख़बर लेता है

दिल को हो क़रार तो सब सूझें त्योहार

जिसे कोई परवाह न हो वही हर बात में आनंद ले सकता है, दिल को संतोष हो तभी किसी चीज़ का मज़ा लिया जा सकता है

दिल को हो क़रार तो सूझें सब त्योहार

जिसे कोई परवाह न हो वही हर बात में आनंद ले सकता है, दिल को संतोष हो तभी किसी चीज़ का मज़ा लिया जा सकता है

ये दिन सब को धरा है

सब को एक दिन ज़रूर मरना है, यह दिन सब के लिए है

मर्द सब को मर्द करता है

एक बहादुर हो तो इस की देखा देखी दूसरे भी बहादुर बिन जाते हैं, एक अहल हो तो इस की अहलीयत का दूसरे साथीयों पर भी असर पड़ता है

नामर्द सब को नामर्द करता है

एक नालायक़ हो तो दूसरे भी उसे देखा देखी नालायक़ी का काम करने लगते हैं

एक लाठी से सब को हाँकना

make no distinction between good and bad

मूज़ी का माल सब को हलाल है

अत्याचारी या कंजूस का माल जिसके हाथ लग जाए उड़ा लेता है

'आजिज़ी सब को प्यारी है

विनम्रता सबको पसंद है

साबित क़दम को सब जगह ठाँव

दृढ़ निश्चयी व्यक्ति का ठिकाना हर जगह होता है

सूई के नाके से सब को निकाला है

सबको आज्ञाकारी बनाया है, सब माँ के गर्भ से निकले हैं और सबका दर्जा बराबर है, मुश्किलों का सामना सबको पड़ा है

चिकने मुँह को सब चूमते हैं

बड़े आदमी की सब आवभगत करते हैं

चिकने मुँह को सब चूमते हैं

अच्छे लोगों की अतिथि सत्कार सब जगह होती है

भैंस सब भैंसों को भर देती है

एक बुराई से सब बदनाम हो जाते हैं

खाने को सब से पहले मौजूद काम के नाम मूत

काम चोर, खाने को ती्यार काम से बेज़ार

मरते सब को देखा , जनाज़ा किसी का नहीं देखा

आशिक़ी जताने और सिर्फ़ दावा करने वाले की निसबत कहते हैं

काजल सब को देना आता है पर चितवन भाँत भाँत

काजल सब आँखों में लगाते हैं मगर किसी किसी को भला मालूम देता है

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दुई बात का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

साबित क़दम को सब धावें

बात के पक्के आदमी का हर कोई भरोसा कर लेता है

दौलतमंद की ड्योढ़ी को सब सज्दा करते हैं

अमीर आदमी के सब ख़ुशामद करते हैं

कोठी कोठार सब तुम्हारा मगर किसी चीज़ को हाथ न लगाना

रुक : कोठी कठले को हाथ ना लगाओ, अलख

अन-होती को होत को ताकत है सब को, अन-होनी होनी नहीं होनी, होवे सो होए

जो होना है या जो भाग्य में है वह होकर रहता है, जो नहीं होना या जो भाग्य में नहीं है वह कभी नहीं होगा, यद्यपि बहुत से लोग असंभव बात की आशा रखते हैं, परंतु असंभव बात होती नहीं

मूज़ी का माल सब को हलाल

अत्याचारी या कंजूस का माल जिसके हाथ लग जाए उड़ा लेता है

दौलत की डेवढ़ी को सब सजदा करते हैं

धनवान व्यक्ति की सब चापलूसी करते हैं

दौलतमंद की डेवढ़ी को सब सजदा करते हैं

धनवान व्यक्ति की सब चापलूसी करते हैं

अपने बछड़े के दाँत सब को मा'लूम होते हैं

अपने आदमियों के लच्छनों या गुणों से सब सूचित होते हैं

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दो ही बातों का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

सारे धड़ की सूई निकालने को कोई नहीं , आँख की सूई निकालने को सब कोई

थोड़ा सा काम कर के ज़्यादा सुलह हासिल करना सब चाहते हैं, मगर मेहनत करने से जी चुराते हैं

गाँव में पड़ी मरी , अपनी अपनी सब को पड़ी

मुसीबत के वक़्त कोई किसी की मदद नहीं करता, सब को अपनी अपनी पड़ी होती है

साईं जिस के साथ हो उस को सांसा क्या, छिन में उस के कार सब दे भगवान बना

ईश्वर जिसका सहायक हो उसके काम पल में बन जाते हैं

क़ब्र में रख के ख़बर को न आया कोई, मूए का कोई नहीं, जीए के सब कोई

मरने के बाद क़ब्र पर भी कोई नहीं जाता

क़ब्र में रख के ख़बर को न आया कोई, मूए का कोई नहीं, जीते-जी का सब कोई

मरने के बाद क़ब्र पर भी कोई नहीं जाता

माघ पूस की बादरी और कुँवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करनी आसान नहीं है इस में माघ और पोस की बारिश, कुआर की गर्मी बर्दाश्त करनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है, नौकरी में गर्मी, सर्दी, बरसात सब को झेलना पड़ता है

माघ पूस की बादरी और कुवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करना आसान नहीं है इस में माघ और पूस की बारिश कुवार की गर्मी झेलनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है

फूहड़ के घर खिड़की लगी सब कुत्तों को चिन्ता पड़ी, बाँडा कुत्ता पाँचे सौन लगी तो है पर देगा कौन

फूहड़ महिला के घर में दरवाज़ा लगा तो कुत्तों को फ़िक्र पड़ी परंतु एक बे-दुम अर्थात लंडूरे कुत्ते ने कहा कि दरवाज़ा लगा तो है उसे बंद कौन करेगा

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सब कोई मिलियो, लंगोटिया न मिलियो

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब कोई मिले, लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब कोई मिले पर लंगोटिया न मिले

निकट संबंधी मित्र बहुत नि:संकोच हो कर बात करता है इस लिए न मिले तो बेहतर है क्यूँकि वो सब पोल खोल देगा

सब को एक लाठी हाँकना

किसी के रुतबे और हैसियत का ख़्याल ना रखना, अहल और ना-अहल सबसे एक जैसा सुलूक करना

सब को एक लाठी से हाँकना

सबके साथ एक जैसा व्यवहार करना, हर एक से एक तरह पेश आना, किसी के पद वग़ैरा का ख़्याल न करना

सब को कहो , मेरी ज़हूरन को कुछ न कहो

कोई औरत नसीहत पर नाराज़ हो जाये तो कहते हैं कि ये बहुत नाज़ुक मिज़ाज औरत है

सब को एक लकड़ी हाँकना

किसी के रुतबे और हैसियत का ख़्याल ना रखना, अहल और ना-अहल सबसे एक जैसा सुलूक करना

सब को दिया धकेल, बंदा आप ही रहा अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब को एक ही लाठी से हाँकना

disregard the difference or status, treat everybody indiscriminately

सब को दिया धकेल, बंदी आप ही रही अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब को ठेल मैं अकेल

अब कोई अपने अतिरिक्त जीवित नहीं है सब मर गए

सब-कोई

ہر ایک ، ہر شخص ، ہرکوئی ، ہر فرد ؛ سب کے سب .

सब को एक आँख देखना

यकसाँ पेश आना, बराबर का सुलूक करना, किसी के साथ तरफ़-दारी या ख़ुसूसीयत ना बरतना

सब को एक नज़र से देखना

सबके साथ एक जैसा व्यवहार करना

सब कोई झूमर पहिरे लंगडी कहे हम-हूँ

हर एक को देख कर वो भी जिसे किसी चीज़ की आवश्यकता न हो रेस करे तो कहते हैं

काल सब को खाए बैठा है

मौत सब को आ कर रहती है, सब मौत के मुँह में जा चुके हैं

लाठी सब को हाँकना

अमीर ग़रीब या अदना आला में फ़र्क़ ना करना, सब से एक सा बरताओ करना

लकड़ी सब को हाँकना

رک : ایک لاٹھی (سے) سب کو ہانکنا.

जान सब को प्यारी है

जीवन से हर व्यक्ति को प्रेम होता है, कोई मरना गवारा नहीं करता

हक़ सब को प्यारा है

सच्चाई और इंसाफ़ को सब पसंद करते हैं

दबते को सब दबाते हैं

ग़रीब को सब लूटते हैं

उसको सब की फ़िक्र है

ईश्वर सभी का ख़याल रखता है, भगवान सबकी ख़बर लेता है

दिल को हो क़रार तो सब सूझें त्योहार

जिसे कोई परवाह न हो वही हर बात में आनंद ले सकता है, दिल को संतोष हो तभी किसी चीज़ का मज़ा लिया जा सकता है

दिल को हो क़रार तो सूझें सब त्योहार

जिसे कोई परवाह न हो वही हर बात में आनंद ले सकता है, दिल को संतोष हो तभी किसी चीज़ का मज़ा लिया जा सकता है

ये दिन सब को धरा है

सब को एक दिन ज़रूर मरना है, यह दिन सब के लिए है

मर्द सब को मर्द करता है

एक बहादुर हो तो इस की देखा देखी दूसरे भी बहादुर बिन जाते हैं, एक अहल हो तो इस की अहलीयत का दूसरे साथीयों पर भी असर पड़ता है

नामर्द सब को नामर्द करता है

एक नालायक़ हो तो दूसरे भी उसे देखा देखी नालायक़ी का काम करने लगते हैं

एक लाठी से सब को हाँकना

make no distinction between good and bad

मूज़ी का माल सब को हलाल है

अत्याचारी या कंजूस का माल जिसके हाथ लग जाए उड़ा लेता है

'आजिज़ी सब को प्यारी है

विनम्रता सबको पसंद है

साबित क़दम को सब जगह ठाँव

दृढ़ निश्चयी व्यक्ति का ठिकाना हर जगह होता है

सूई के नाके से सब को निकाला है

सबको आज्ञाकारी बनाया है, सब माँ के गर्भ से निकले हैं और सबका दर्जा बराबर है, मुश्किलों का सामना सबको पड़ा है

चिकने मुँह को सब चूमते हैं

बड़े आदमी की सब आवभगत करते हैं

चिकने मुँह को सब चूमते हैं

अच्छे लोगों की अतिथि सत्कार सब जगह होती है

भैंस सब भैंसों को भर देती है

एक बुराई से सब बदनाम हो जाते हैं

खाने को सब से पहले मौजूद काम के नाम मूत

काम चोर, खाने को ती्यार काम से बेज़ार

मरते सब को देखा , जनाज़ा किसी का नहीं देखा

आशिक़ी जताने और सिर्फ़ दावा करने वाले की निसबत कहते हैं

काजल सब को देना आता है पर चितवन भाँत भाँत

काजल सब आँखों में लगाते हैं मगर किसी किसी को भला मालूम देता है

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दुई बात का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

साबित क़दम को सब धावें

बात के पक्के आदमी का हर कोई भरोसा कर लेता है

दौलतमंद की ड्योढ़ी को सब सज्दा करते हैं

अमीर आदमी के सब ख़ुशामद करते हैं

कोठी कोठार सब तुम्हारा मगर किसी चीज़ को हाथ न लगाना

रुक : कोठी कठले को हाथ ना लगाओ, अलख

अन-होती को होत को ताकत है सब को, अन-होनी होनी नहीं होनी, होवे सो होए

जो होना है या जो भाग्य में है वह होकर रहता है, जो नहीं होना या जो भाग्य में नहीं है वह कभी नहीं होगा, यद्यपि बहुत से लोग असंभव बात की आशा रखते हैं, परंतु असंभव बात होती नहीं

मूज़ी का माल सब को हलाल

अत्याचारी या कंजूस का माल जिसके हाथ लग जाए उड़ा लेता है

दौलत की डेवढ़ी को सब सजदा करते हैं

धनवान व्यक्ति की सब चापलूसी करते हैं

दौलतमंद की डेवढ़ी को सब सजदा करते हैं

धनवान व्यक्ति की सब चापलूसी करते हैं

अपने बछड़े के दाँत सब को मा'लूम होते हैं

अपने आदमियों के लच्छनों या गुणों से सब सूचित होते हैं

परदेसी की पीत को सब का जी ललचाय, दो ही बातों का खोट है रहे न संग ले जाय

परदेसी के प्रेम में दो बातों का खोट अथवा नुक़्सान है कि न तो वो रहता है न साथ ले जाता है

सारे धड़ की सूई निकालने को कोई नहीं , आँख की सूई निकालने को सब कोई

थोड़ा सा काम कर के ज़्यादा सुलह हासिल करना सब चाहते हैं, मगर मेहनत करने से जी चुराते हैं

गाँव में पड़ी मरी , अपनी अपनी सब को पड़ी

मुसीबत के वक़्त कोई किसी की मदद नहीं करता, सब को अपनी अपनी पड़ी होती है

साईं जिस के साथ हो उस को सांसा क्या, छिन में उस के कार सब दे भगवान बना

ईश्वर जिसका सहायक हो उसके काम पल में बन जाते हैं

क़ब्र में रख के ख़बर को न आया कोई, मूए का कोई नहीं, जीए के सब कोई

मरने के बाद क़ब्र पर भी कोई नहीं जाता

क़ब्र में रख के ख़बर को न आया कोई, मूए का कोई नहीं, जीते-जी का सब कोई

मरने के बाद क़ब्र पर भी कोई नहीं जाता

माघ पूस की बादरी और कुँवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करनी आसान नहीं है इस में माघ और पोस की बारिश, कुआर की गर्मी बर्दाश्त करनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है, नौकरी में गर्मी, सर्दी, बरसात सब को झेलना पड़ता है

माघ पूस की बादरी और कुवार का घाम, इन सब को झेल कर करे पराया काम

नौकरी करना आसान नहीं है इस में माघ और पूस की बारिश कुवार की गर्मी झेलनी पड़ती है तब मालिक का काम होता है

फूहड़ के घर खिड़की लगी सब कुत्तों को चिन्ता पड़ी, बाँडा कुत्ता पाँचे सौन लगी तो है पर देगा कौन

फूहड़ महिला के घर में दरवाज़ा लगा तो कुत्तों को फ़िक्र पड़ी परंतु एक बे-दुम अर्थात लंडूरे कुत्ते ने कहा कि दरवाज़ा लगा तो है उसे बंद कौन करेगा

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