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क़मर
चाँद, चंद्र, चंद्रमा, शशि, राकेश (विशेषतः तीसरी रात्री के बाद 'चाँद' पहली और दोसरी के चाँद को 'हिलाल' कहा जाता है)
क़मर-तल'अत
ख़ूबसूरत, हसीन, चन्द्रप्रभ, चन्द्रकान्त, चन्द्रप्रभा, चन्द्रकान्ता, चाँद-जैसी प्रभा वाला या वाली
क़मर-पैकर
चाँद जैसे शरीर वाला या वाली, चांदी जैसे शरीर वाला, चंद्रांग, चंद्रांगना, प्रतीकात्मक: सुंदर, खुबसूरत
क़मर-ख़दम
वह बड़े लोग जिनका चाँद भी ग़ुलाम हो, अर्थात; राजाओं वोला अंदाज़, रईसाना चाल ढाल और तौर तरीक़े वाला
क़मर्या
(ہیئت) دو مسلسل اقترانوں کا درمیانی وقفہ یا چاند کا زمین کے گرد ایک دور مکمل کرنے کی مدت جو شمسی حساب سے ۱/۲ ۲۹ دن ہوتی ہے .
क़मरी-महीना
وہ مہینہ جو چاند کی رفتار کے موافق ہو ، ایک چاند کے طلوع سے دوسرے چاند کے طلوع ہونے تک کا درمیانی وقفہ جو کبھی ۲۹ دن اور کبھی تیس دن کا ہوتا ہے .
क़मरी
चाँद से सम्बन्ध रखने वाला, चन्द्रमास, हिंदी या इस्लामी महीना जो चाँद के हिसाब से होता है, चान्द्रमास
क़मरी-साल
चांद्र-वर्ष, अरबी वर्ष जो चांद के हिसाब से होता है और मुहर्रम से शुरू होने वाला यह अरबी वर्ष अब हिजरी वर्ष कहलाता है
क़मर मुहाक़ में आना
चन्द्रमास महीने की अंतिम तीन रातों में चंद्रमा का ग़ायब होना, ये तिथियाँ शुभ कार्यों के लिए अशुभ समझी जाती हैं
क़मरी-तक़्वीम
वो किताब जिसमें साल भर की तारीखें, सितारों के कक्षा और ग्रहण आदि का बयान चांद के हिसाब से होता है, क़मरी या हिज्री कलनडर
मनाज़िल-ए-क़मर
नक्षत्र, जिनकी संख्या 28 है; 1. अश्विनी (शुर्तन-नत्ह), 2. भरणी (बुतैन), 3. कृत्तिका (सुरैया), 4. रोहिणी (दबरान), 5. मृगशिरा (हक़अः), 6. आर्द्रा (हनअः), 7. पुनर्वसु (ज़िराअ), 8. पुष्य (नस्रः), 9. श्लेषा (तर्फः), 10. मघा (जब्हः), 11. पूर्वा फाल्गुनी (जुब्रः), 12. उत्तरा फाल्गुनी (सर्फः), 13. हस्त (अव्वा), 14. चित्रा (सिमाक), 15. स्वाती (अफ़रः), 16. विशाखा (जुबाना), 17. अनुराधा (इक्लील), 18. ज्येष्ठा (क़ल्ब), 19. मूल (शौलः), 20. पूर्वापाढ़ा (नआइम), 21. उत्तराषाढ़ा (बल्दः), 22. श्रवण (सा'-देज़ाबेह), 23. धनिष्ठा (बुला'), 24. शतभिषा (आबियः), 25. पूर्वा भाद्रपद (सऊद), 26. उत्तरा भाद्रपद (मुक़द्दम),27. रेवती (मुअख्खर)
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