खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"सेवा" शब्द से संबंधित परिणाम

सेवा

ख़िदमत

शेवा

तौर, नियम, ढंग, तरीक़ा, शैली, पद्धति, परिपाटी, अंदाज़, आदत, दस्तूर

शेवा

भाषण-पटु, कलापूर्ण भाषा में बातचीत करनेवाला

सेवा करे सो मेवा पाए

सेवालगी

सेवालिक

सेवा से मेवा मिलता

ख़िदमत में अज़मत अलख

सेवा करे सो मेवा पावे

सेवा करना

सेवा करना, ख़िदमत बजा लाना, ख़िदमत करना

शेवा-ज़बाँ

दे. 'शेवाबयाँ'।

शेवा-ए-बेदाद

अनीति और अत्याचार का तरीक़ा।।

शेवा-ए-लुत्फ़

कृपा और दया का तरीक़ा।।

शेवा-ए-ज़ुल्म

अत्याचार का ढंग।

शेवा-ए-नियाज़

शेवा-बयान

शेवा-गर

शेवा-बयानी

बातचीत की पटुता और सुन्दरता

शेवा-गरी

शेवा-ए-नमक-हलाली

शेवा-ज़बान

शेवा-बाज़

शेवा-ज़बानी

शेवा बयानी, वाक्पटुता

शेवा-बाज़ी

शेवा-हा-ए-ख़ानक़ही

आश्रम में सर्वत्याग कर के बैठे हुए लोगों की आदतें

शेवाई

वाग्मिता, वक्रपटुता, अलंकार

शेवा लेना

शैली अपनाना, पद्धति अपनाना

चरण-सेवा

किसी बुज़ुर्ग या पूज्य व्यक्ति की चरण दबाकर सेवा, ख़िदमत, किसी पूज्य व्यक्ति के पैर दबाकर की जाने वाली सेवा

राज-सेवा

राजा की सेवा, शाही मुलाज़मत, शाही नौकरी

पाद-सेवा

गुरू-सेवा

गुरू की सेवा, शिक्षक, अध्यापक या वृद्ध की देख-भाल और टहल

पत-सेवा

पति के साथ स्त्री का प्यार या सेवा

ठाकुर-सेवा

देवता का पूजन और सेवा, देवता की ख़िदमत और पूजा

बिन सेवा मेवा नहीं

ख़िदमत से अज़मत है

जो सेवा करे सो मेवा पाए

जो सेवा करता है वो लाभ उठाता है

जैसी सेवा करे तैसा आस पड़े

ख़िदमत से अज़मत है,ख़िदमत-ओ-मेहनत के मुताबिक़ माज़ा मिलता है

जैसी सेवा करे तैसा मेवा खाए

ख़िदमत से अज़मत है,ख़िदमत-ओ-मेहनत के मुताबिक़ माज़ा मिलता है

जैसी सेवा करे, वैसा फल खावे

रुक : जैसी सेवा करे तैसा अलख , जिस तरह की ख़िदमत की जाये वैसा अज्र मिले

जैसी सेवा करे, वैसा फल पावे

रुक : जैसी सेवा करे तैसा अलख , जिस तरह की ख़िदमत की जाये वैसा अज्र मिले

जहाँ बड़ी सेवा तहाँ ओछा फल

बड़ी ख़िदमत का कम सिला, बावजूद बड़ी मेहनत के फ़ायदा क़लील हो तो कहते हैं

जो करे सेवा वही खाए मेवा

जो सेवा करता है वही लाभ उठाता है

जो करे सेवा वो खाए मेवा

कर सेवा तो खा मेवा

परिश्रम का फल सुख या हर्ष है

रिंद-शेवा

दे. 'रिंदपेशः' ।।

मुग़ाँ-शेवा

हमा-शेवा

'आशिक़ी का शेवा

वफ़ा-शेवा

जिसके स्वभाव में वफ़ा हो, विश्वसनीय, निष्कपट, सच्चा

हज़ार-शेवा

मुग़ल-शेवा

(अर्थात) प्रसन्न और मनोहारी क्रियाएँ और चालाक प्रेमिका

तग़ाफ़ुल-शेवा

दे. 'तग़ाफुल- आश्ना'।

खोजे गए परिणाम

"सेवा" शब्द से संबंधित परिणाम

सेवा

ख़िदमत

शेवा

तौर, नियम, ढंग, तरीक़ा, शैली, पद्धति, परिपाटी, अंदाज़, आदत, दस्तूर

शेवा

भाषण-पटु, कलापूर्ण भाषा में बातचीत करनेवाला

सेवा करे सो मेवा पाए

सेवालगी

सेवालिक

सेवा से मेवा मिलता

ख़िदमत में अज़मत अलख

सेवा करे सो मेवा पावे

सेवा करना

सेवा करना, ख़िदमत बजा लाना, ख़िदमत करना

शेवा-ज़बाँ

दे. 'शेवाबयाँ'।

शेवा-ए-बेदाद

अनीति और अत्याचार का तरीक़ा।।

शेवा-ए-लुत्फ़

कृपा और दया का तरीक़ा।।

शेवा-ए-ज़ुल्म

अत्याचार का ढंग।

शेवा-ए-नियाज़

शेवा-बयान

शेवा-गर

शेवा-बयानी

बातचीत की पटुता और सुन्दरता

शेवा-गरी

शेवा-ए-नमक-हलाली

शेवा-ज़बान

शेवा-बाज़

शेवा-ज़बानी

शेवा बयानी, वाक्पटुता

शेवा-बाज़ी

शेवा-हा-ए-ख़ानक़ही

आश्रम में सर्वत्याग कर के बैठे हुए लोगों की आदतें

शेवाई

वाग्मिता, वक्रपटुता, अलंकार

शेवा लेना

शैली अपनाना, पद्धति अपनाना

चरण-सेवा

किसी बुज़ुर्ग या पूज्य व्यक्ति की चरण दबाकर सेवा, ख़िदमत, किसी पूज्य व्यक्ति के पैर दबाकर की जाने वाली सेवा

राज-सेवा

राजा की सेवा, शाही मुलाज़मत, शाही नौकरी

पाद-सेवा

गुरू-सेवा

गुरू की सेवा, शिक्षक, अध्यापक या वृद्ध की देख-भाल और टहल

पत-सेवा

पति के साथ स्त्री का प्यार या सेवा

ठाकुर-सेवा

देवता का पूजन और सेवा, देवता की ख़िदमत और पूजा

बिन सेवा मेवा नहीं

ख़िदमत से अज़मत है

जो सेवा करे सो मेवा पाए

जो सेवा करता है वो लाभ उठाता है

जैसी सेवा करे तैसा आस पड़े

ख़िदमत से अज़मत है,ख़िदमत-ओ-मेहनत के मुताबिक़ माज़ा मिलता है

जैसी सेवा करे तैसा मेवा खाए

ख़िदमत से अज़मत है,ख़िदमत-ओ-मेहनत के मुताबिक़ माज़ा मिलता है

जैसी सेवा करे, वैसा फल खावे

रुक : जैसी सेवा करे तैसा अलख , जिस तरह की ख़िदमत की जाये वैसा अज्र मिले

जैसी सेवा करे, वैसा फल पावे

रुक : जैसी सेवा करे तैसा अलख , जिस तरह की ख़िदमत की जाये वैसा अज्र मिले

जहाँ बड़ी सेवा तहाँ ओछा फल

बड़ी ख़िदमत का कम सिला, बावजूद बड़ी मेहनत के फ़ायदा क़लील हो तो कहते हैं

जो करे सेवा वही खाए मेवा

जो सेवा करता है वही लाभ उठाता है

जो करे सेवा वो खाए मेवा

कर सेवा तो खा मेवा

परिश्रम का फल सुख या हर्ष है

रिंद-शेवा

दे. 'रिंदपेशः' ।।

मुग़ाँ-शेवा

हमा-शेवा

'आशिक़ी का शेवा

वफ़ा-शेवा

जिसके स्वभाव में वफ़ा हो, विश्वसनीय, निष्कपट, सच्चा

हज़ार-शेवा

मुग़ल-शेवा

(अर्थात) प्रसन्न और मनोहारी क्रियाएँ और चालाक प्रेमिका

तग़ाफ़ुल-शेवा

दे. 'तग़ाफुल- आश्ना'।

बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone