खोजे गए परिणाम
"हमारे" शब्द से संबंधित परिणाम
हमारे हाँ
here, in our region, country, society, family or environment
हमारे यहाँ
here, in our region, country, society, family or environment
हमारे मुँह में भी ज़बान है
ہم بھی سوال کا جواب دے سکتے ہیں
हमारे यहाँ से आग लाई नाम रखा बसेन्द्र
ہماری چیز اور ہمیں سے دریغ، پرائی چیز پر اترانے والے کی نسبت بولتے ہیں
हमारे फ़रिश्तों को भी ख़बर नहीं
हमारे नमक में ही जस नहीं
our kindness goes in vain or is not acknowledged
हमारे बड़े पराए बरदे आज़ाद करते थे
جو شخص خود کچھ نہ ہو اور باپ دادا کے نام پر اترائے اس کے متعلق کہتے ہیں
तुम्हारे कोरे चावल तुम्हारे हाँ और हमारे कोरे चावल हमारे हाँ
रुक : तुम्हारी ये राह हमारी वो राह
आज हमारे लिए कल तुम्हारे लिए
समय एक जैसा नहीं रहता, जो आज हमारा है वह कल तुम्हारा होगा
आप हमारे पास न आइए
किसी निःसंकोच मित्र या साथी के बहुत दिन में सूरत दिखाने के अवसर पर उलाहना देने के लिए प्रयुक्त
आप के मुँह का उगाल हमारे पेट का आधार
जिसे आप थोड़ी सी चीज़ समझते हैं वह हमारे लिए बड़ी है
तुम्हारे मुँह का उगाल हमारे पेट का आधार
जो चीज़ तुम्हारे काम की नहीं वो हमारे लिए प्रयाप्त है
सब के दाँव अंडे बच्चे, हमारे दाँव कुड़ुक
दूसरों के लिये सब कुछ है और हमारे लिए कुछ भी नहीं
तुम्हारे मुँह का उगाल, हमारे पेट का अधार
तुम्हारी थोड़ी सी इमदाद हमारे लिए बहुत है
तुम्हारे मुँह का उगाल , हमारे पेट का अधार
۔مثل۔ تمھاری خفیف امداد ہمارے لیے بہت ہے۔ یہ فقرہ اکثر گداگروں کے استعمال میں ہے۔
तुम्हारे पान का उगाल हमारे पेट का आधार
जो चीज़ तुम्हारे काम की नहीं वो हमारे लिए प्रयाप्त है
तुम्हारे मरे देस पाक , हमारे मरे देस ख़ाक
शेखी भगारने के मौक़ा पर कहते हैं
तुम्हारे मरे देस ख़ाक , हमारे मरे देस पाक
फ़िरोतनी और आजिज़ी ज़ाहिर करने को कहते हैं
खाओ पियो घर आपने, रहो हमारे साथ
ख़र्च अपना करो और काम हमारा करो, ख़ुदग़रज़ आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं जो काम निकाल लेता है मगर देता दिलाता कुछ नहीं
खाओ पियो घर आपने, रहो हमारे संग
ख़र्च अपना करो और काम हमारा करो, ख़ुदग़रज़ आदमी के मुताल्लिक़ कहते हैं जो काम निकाल लेता है मगर देता दिलाता कुछ नहीं
और के नाम अंडे बच्चे हमारे नाम कुड़ुक
दूसरों के लिये सब कुछ है और हमारे लिए कुछ भी नहीं
हम चाहें तेरे दाएँ को , तुम चाहो हमारे बाएँ को
(अविर) औरतें उस वक़्त बोलती हैं जब कोई किसी से बेवफाई करे
आप के मुँह का उगाल , हमारे पेट का आधार
धनवान की उतरन भी निर्धन के गुज़ारे के लिए पर्याप्त होती है, धनी की छोटी-सी मेहरबानी से निर्धन का भला हो जाता है
और के दाँव अंडे बच्चे हमारे दाँव कुड़ुक
दूसरों के लिये सब कुछ है और हमारे लिए कुछ भी नहीं
घर के जले बन में गए बन में लागी आग, बन बिचारा क्या करे जो हैं हमारे भाग
अभागे व्यक्ति का कहीं भी ठिकाना नहीं जहाँ जाएगा वहीं दुख उठाएगा
राजा के घर काज, हमारे घर ठक ठका
ग़ैर के यहां शादी हमारे घर बखेड़ा