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माज़
पैग़ंबर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की एक उपाधि अथवा नाम
माज
खारी पानी, नमकीन पानी, कड़वा पानी
मिज़मारा
۔(ع۔بالکسر)مذکر۔ میدان وہ جگہ جہاں گھوڑا دوڑاتے ہیں۔
माज़-गज़ीदा
۔(ف)صفت وہ شخص جسے سانپ نے کاٹ کھایاہو۔
माँ-जाई
सगी बहन, बहन जो माँ के पेट से हो, एक ही माँ की जनी हुई दो बहनें
म'आज़
बचाव की जगह, सुरक्षित स्थान, शरण, आश्रय, शरणस्थल
माज़ू
माजू नामक झाड़ी का गोटा या गोंद जो औषोध तथा रँगाई के काम में आता है, एक गोल फल जो दवा में चलते हैं, माजूफल
माज़ी
विगत, गुज़रा हुआ, गुज़श्ता
माज़िया
गुजरा हुआ, बीता हुआ, पहले का, पिछला, अतीत का, गत
माँ-जाया
माँ से उत्पन्न, अर्थात् सगा भाई
मेज़
दावत का सामान, भोज-सामग्री, वह चौकी जिस पर रखकर खाना खाते हैं। (टेबिल के अर्थ में यह शब्द पुर्तगाली है)।
मीज़
दावत का सामान, भोज-सामग्री, वह चौकी जिस पर रखकर खाना खाते हैं। (टेबिल के अर्थ में यह शब्द पुर्तगाली है)।
मौज़ूँ
तुला हुआ, वह चीज़ जो वज़्न या भार होकर बेची जाती है
मौज़ा'
(किसी वस्तु के) रखे जाने की जगह
माज़ी-ब'ईद
वह अतीत जिसमें काम समाप्त हुए देर हो चुकी हो, जैसे: किया था
मौज़ू'
रूपाकार दिया हुआ, रूपायित किया गया
माज़ी-शक्की
अ.पु.दे. ‘माज़ी एहतिमाली'।
मज़
ایک وزن، ایک بحر، (تجوید) مد، ایسے حروف جو دوسرے حروف کی آوازوں کو لمبا کر دیں ’’ ا، و، ی‘‘ ماقبل مفتوح، مضموم
मौज़
केला, केले की फली, एक किस्म का केला जिसे अमृत बाण कहते हैं
माज़ी-क़रीब
भूतकाल, जो बीत चुका है, बीता हुआ समय या काल
माज़ी-मा'तूफ़ा
वह माज़ी जिसमें एक क्रिया के बाद दूसरी क्रिया होती है, जैसे: वह किताब पढ़ कर सो रहा है
माज़ी-शर्ती
जिस भूतकाल में शर्त पायी जाय, जैसे - अगर वह गया था, या है, या होता
मिज़ाह
हास्य, मज़ाक़, व्यंग, हंसी ठट्टा, चहल
मुज़ाह
हास्य, मज़ाक़, व्यंग, हंसी ठट्टा, चहल
माज़ी-तमन्नाई
(व्याकरण) वह भूतकाल जिसमें किसी काम को करने की इच्छा पायी जाए, जैसे: काश वह आता
मिज़
हाथी की एक प्रकार जिसका सर छोटा होता है और आसानी से क़ाबू में आ जाता है
माज़ी-मुतलक़
आम माज़ी, सामान्य भूतकाल, जैसे—किया, खाया आदि
मूज़िह
स्पष्ट करनेवाला, साफ़ करनेवाला, किसी पेचीदा और मुशकिल बात को स्पष्ट करने वाला, साफ़ और रोशन करने वाला
मुज़ी'
नष्ट करनेवाला, बरबाद करने वाला, विनाशक ।
माज़िग़ा
चबाने वाली, चबाने की शक्ति
मा'ज़ी-इलैह
جس سے منسوب ہو ، منسوب الیہ ۔
मु'अज़
इज़्ज़त किया गया, आदरणीय, क्षमा किया हुआ, बख़्शा हुआ; वाक्य में प्रयोग
माज़िग़
चबाने वाला, (प्राणि विज्ञान) एक मांसपेशी
माज़ी-परस्ती
बीते हुए समय की संस्कृति से भावनात्मक लगाव, पिछली परंपराओं का अंधा पालन, प्रतिगामी दृष्टिकोण
माज़ी-एहतिमाली
वह माज़ी जिसमें काम के होने में शंका पायी जाय, जैसे—किया होगा
मा'ज़ूल-शुदा
جسے معزول کیا گیا ہو ، معزولی کا شکار ، جو برطرف ہو گیا ہو ۔
माज़ी-इस्तिमरारी
भूतकाल जिसमें काम का बराबर होना पाया जाय, जैसे—वह करता था, अपूर्ण भूतकाल
मा-ज़ाद
وہ جو معین مقدار سے زیادہ ہو
मा'ज़ूल शवंद मा'क़ूल शवंद
(फ़ारसी कहावत उर्दू में मुस्तामल) माज़ूल हो कर ठीक हो जाते हैं नहीं तो नशा चढ़ा रहता है
मा-ज़ाग़
۔(ए)इशारा है तरफ़ क़ुरआन शरीफ़ की आयत माज़ाग़ अलबसर विम्मा तिग्गा के यानी आनहज़रतऐ ने मेराज के मुक़ाम क़ुरब में किसी तरफ़ आँख नहीं फेरी।और ना हुक्म इलाही से नाफ़रमानी की।अरबी में मा ।नाफ़ेह और ज़ाग़ । माज़ी का सीग़ा था।ज़ीग़ से ।उर्दू में ज़ाग़ का हर्फ़ आख़िर साकन है।
मा'ज़रत-ख़्वाह
क्षमा चाहने वाला, माफ़ी का तलबगार, माफ़ी माँगना
मा'ज़रत-आमेज़
जिसमें क्षमा का भाव हो, क्षमा चाहने वाला, शर्मिंदगी का, माफ़ी माँगने का भाव
माज़ना
वो ऊँची जगह या सीढ़ीदार चौकी जिस पर खड़े होकर अज़ान दी जाती है, मीनार
मा'ज़रत-पेशा
जिसे क्षमा याचना की लत हो, अधिकतर क्षमा से काम लेने वाला
मा'ज़ी-इलैहिमा
معزی الیہ (رک) کی جمع ، جن سے منسوب ہو ۔
मा'ज़रत ख़्वाह होना
क्षमा चाहना, क्षमा माँगना, लज्जित होना
मा'ज़रत तलब निगाहों से देखना
माफ़ी चाहने के अंदाज़ से नज़र डालना
मा'ज़रत-ख़्वाहाना-अंदाज़
معافی کا انداز ، دبنے والا طریقہ ، ندامتی ۔
माज़ी होना
अतीत होना, गुज़र जाना, मिट जाना, समाप्त हो जाना
मा'ज़रत-ख़्वाहाना-रवय्या
رک : معذرت خواہانہ انداز ۔
माज़ून
اِذن دیا گیا ، جس کو کسی کام کی اجازت دی گئی ہو ، اجازت یافتہ .