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चार
संख्या '4' का सूचक, चार की संख्या, चंद, कुछ, कुछ लोग
चाँद
अजराम-ए-फ़लकी में एक सय्यारा जो धरती के चारों ओर गर्दिश करता है और सूरज के प्रकाश से मुन'अकिस अर्थात प्रतिबिंब बनाता है
चारी
चारपन, चार होने की हालत, चतुर्थ
चारा
पशुओं का खाद्य पदार्थ, जैसे- घास-भूसा, डंठल आदि , मवेशियों का खाना
चार्टा
पद्मचारिणी वृक्ष, गेंदा, शमी वृक्ष, हल्दी, लाख
चार-दिन
बहुत कम अवधि, बहुत मुख़्तसर अर्सा, चंद रोज़, गिनती के दिन
चार-वेद
हिंदू धर्म की चार धार्मिक पुस्तकें अर्थात् ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
चार-मग़्ज़
(चिकित्सा) खरबूजे, तरबूज, खीरा और कद्दू के बीज जो दवाई बनाने के काम आते हैं
चार में
सभा में, जनता में, दूसरों में, ग़ैरों में
चार-हद
चार दिशाएँ (पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण) हर तरफ़, सारी दुनिया
चार-पद
मज़हब के चार नियम (सच्चाई, पवित्रता, नेकी, दया)
चाड़
जूती के नोक, किनारे सही करने और उभारने का सींग का यंत्र
चार-क़ुल
क़ुरआन पाक के तीसवें पारे के आख़िर में चार सूरतें जो, क़ुल, से शुरू होती हैं, सूरा काफ़िरून, सूरा इख़लास, और सूरा फ़लक़, सूरा नास (यह सूरतें आमतौर पर आँख की तकलीफ़ को दूर करने या फ़ातिहा अथवा जादू आदि के असर को दूर करने के लिए पढ़ते हैं)
चार-पा
चौपाया, पशु, मवेशी अर्थात् जो काबिल सवारी हो, घोड़ा ऊंँट, गधा वग़ैरा
चार-सू
चारों ओर, चारों दिशा, हर एक दिशा, सारा संसार, वह बाजार जिसमें चारों ओर रास्ते और दुकानें हों
चार-बाग़
(प्राचीन) इस्फ़हान और दिल्ली के एक बाग़ का नाम
चार ज़ात
हिंदू समाज में श्रेणी या जातियों के भाग के अनुसार ब्रहमण, छतरी, वेश्य, और शूद्र
चार-दांग
चारों ओर, सब तरफ़, हर तरफ़, सारा संसार
चार-रग
वह चार रगें जिनमें दो नीचे के होंठ पर और दो ऊपर के होंठ पर हैं और होंठों के बीच में यानि अंदर खुलती हैं
चार-दरा
चार झरोखों, मोखों या दरवाज़ों वाला, वो भवन जिसके चारों ओर दरवाज़े हों
चार-क़दम
बहुत नज़दीक, थोड़े फ़ासले पर, थोड़ी दूर
चार-वर्ण
हिंदू धर्म-ग्रंथों के अनुसार समाज को चार वर्णों में विभाजित किया गया है- ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र
चार-गुल
शरीर पर सज़ा देने के चार स्थान (माथा, हथेली, कमर, कूल्हे) पर गर्म चीज़ से दाग़ देना, दाग़ देने का एक तरीक़ा
चार-युग
हिंदू दर्शन में चार युग बताए गए हैं जिन्हें सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलियुग कहा जाता है
चार-जुग
हिंदू दर्शन में चार युग बताए गए हैं जिन्हें सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलियुग कहा जाता है
चार-यार
(शाब्दिक) चार मित्र, चार दोस्त
चार-तार
चंद कपड़े या ज़ेवर, मामूली झुरझुरा कपड़ा, कम दर्जे का लिबास, हीन वस्त्र
चार-गाम
तेज़ दौड़ता हुआ घोड़ा, तेज़ घोड़ा, उत्कृष्ट घोड़ा
चार-ताल
(संगीत) तबला बजाने का एक ढंग जिसमें चार ताल लगती हैं
चार-आदमी
कुछ व्यक्ति, कुछ अच्छे लोग