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चुकता
अदा (ऋण या रूपए पैसे के हिसाब किताब के संबंध में इसे बोलते हैं) जैसे: एक महीने में हम तुम्हारा सब रूपया चुकता कर देंगे, जो चुका दिया गया हो, चुकाया हुआ, भुगतान
चौंकता
चौकन्ना, जागता हूआ, होशयारी के साथ, खटके के साथ
चुक्ता करना
समझौता करना, फ़ैसला करना, निमटाना
चुकता होना
निर्णय होना, समाप्त होना, निपटाना
चुक्ता भर लेना
bite so as to leave a mark, mark, scar
चकौटा
ऋण चुकाने के बदले में दिया जानेवाला पशु, मुलवन
चकोता
एक प्रकार का रोग जिसमें घुटने के नीचे छोटी-छोटी फुसियाँ निकल आती हैं
चकेटा
बहुत बड़ी आँखों वाला, उभरी हुई आँखों वाला
चकती
उक्त प्रकार का कटा हुआ वह टुकड़ा जो वैसी किसी दूसरी ही चीज की कटी या टूटी हुई जगह पर लगाया जाता है। जैसे-कपड़े या परात में लगाई हुई चकती। मुहा०-आसमान या बादल में चकती लगाना = (क) अनहोनी या असंभव काम या बात करने का प्रयास करना। (ख) बहुत बढ़-चढ़कर और अपनी शक्ति के बाहर की बातें करना।
चकोटी
چکلا ، پٹرا (جس پر روٹی بیلتے ہیں) .
चिक्टा
घटिया प्रकार का रेशमी या टसरी कपड़ा
छाक्टा
scoundrel, ruffian, villain, rogue, rascal
चिकटाई
चिकट जाने की स्थिति, चिपचिपाहट
चिक्टी
(कृषि) काली मिट्टी की नर्म ज़मीन जो बिल में और बैलों के पैरों में चिमट जाए, दलदली ज़मीन, चीकट
चड़ता
رک : چڑھنا، اوپری، بالائی.
छींकते
چھین٘کنا (رک) سے مشتق ، تراکیب میں مستعمل.
चकाटे जाना
स्तब्ध होना, चकित होना, चकराना, अचंभे में रहना, लज्जित होना, घबरा जाना, चकाचौंध होना
चकती लगाना
किसी स्थान तक पहुँचना, किसी स्थान की सूचना लाना (सामान्यतया आसमान के साथ)
चुकौता बेचना
यकमुशत अनगिनी चीज़ बेचना, उदाहरण के लिए आम आदि
चकत्ता भरना
दाँतों से काटना, दाँतों से काट कर निशान डालना
छींकते छींकते नाक नक-छकनी की झाड़ी बन गई
बहुत छींकें ता बड़ तोड़ आएं
छींकते नाक काटना
छोटी छोटी बात पर बिगड़ना या सज़ा देना
छींकते नाक कटना
कार्य प्रारंभ करते ही हानि उठाना, शुरुआत ही ख़राब होना, छोटी छोटी बात पर सज़ा मिलना
छींकते गए छींकते आए
(हिंदू) बदशगुनी का बुरा ही नतीजा होता है, जैसी बदशगुनी से गए थे, वैसे ही पछताए
छींकते ही नाक काटी
प्रकट होते ही दंडित किया, छींकते ही काम बिगड़ा
छींकते ही नाक कटी
प्रकट होते ही दंडित किया, छींकते ही काम बिगड़ा
चार पाँव का घोड़ा चौंकता है, दो पाँव का आदमी क्या बला है
आदमी के लिए ठोकर खाना साधारण बात है, मनुष्य धोखा खा जाता है
चार पाँव का घोड़ा चौंकता है, दो पाँव का आदमी क्या बला है
आदमी के लिए ठोकर खाना साधारण बात है, आदमी से भूल-चूक हो जाती है
आई पर नहीं चूकते हैं
हाज़िर जवाब हैं मन में जो बात आए कह देते हैं
आसमान में चक्ती लगाना
आसमान फाड़ के थिगली या पैवंद लगाना
टेढ़ी खीर न खाते बने, न छोड़ते बने
अर्थात: महत्वपूर्ण कार्य जिसे पूरा करना कठिन हो और छोड़ने में बुराई
ढाक तले की चूकती लेखा जूँ का जूँ
ये ऐसे मौक़ा पर कहते हैं कि बावजूद किसी अमर के तै हो जाने के फिर भी कुछ स्तगा लगा रहे