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जिस्मानी-तकलीफ़
शरीर की तकलीफ़, बीमार, दर्द, मार वग़ैरा
जिस्मानी-नफ़्सियात
शारीरिक मनोविज्ञान, ह शाखा व्यवहार के जैविक आधार का वर्णन करती है
jasmine sambac florapleno
जिस्मानी
जिस्म से संबंधित, जिस्म की, शारीरिक
जिस्मी-नज़रिया
(طبیعیات) نیوٹن کا مشہور نظریہ جس کے تحت روشنی ایسے لا تعداد ننھے ننھے ذروں پر مشتمل ہے جو منور اجسام سے پرآن نکلتے ہیں جب یہ ذرے ہماری آنکھ سے ٹکراتے ہیں تو ہم کو روشنی کا احساس ہوتا ہے.
जिस्मानियत
लंबाई चौड़ाई और मोटाई या गहराई और ऊँचाई, स्थूलता, घनत्व।।
जिस्मानियात
علم تجسیم ٹھوس اشیاء نیز جسم حیوانی کے علم کا مطالعہ.
जिस्म-ए-नबाताती
vegetable body or substance
वो कम्बल ही गए जिसमें तिल बँधते थे
अब वह वस्तु ही नहीं जिसके कारण से लोग मुतवज्जा होते थे
वो कमली ही जाती रही जिसमें तिल बँधे थे
अब वो चीज़ ही नहीं जिस के कारण लोग मुतवज्जा होते थे अर्थात ध्यान देते थे, हुस्न जाता रहा एवं वो ज़माना जाता रहा
वो कमली ही जाती रही जिसमें तिल बँधते थे
अब वो चीज़ ही नहीं जिस के कारण लोग मुतवज्जा होते थे अर्थात ध्यान देते थे, हुस्न जाता रहा एवं वो ज़माना जाता रहा
जैसा मान वैसा दान
जितनी हैसियत होती है उतना ही मिलता है
जैसा मन वैसा दान
जैसा हौसला वैसी दाद-ओ-दहश
जैसा मुँह वैसा ही निवाला
रुक: जैसा मुँह वैसा थप्पड़
जैसी माँ वैसी जाई
हर चीज़ अपने मूल का नमूना होती है
जोश में आना
۔۱۔البنا۔ کھد بَدانا۔ بلبلے اٹھنا۔ ۲۔طغیانی پر آنا۔ ؎
۳۔جوش آنا۔ ۴۰ولولہ اٹھنا۔ ۵۔غصّہ میں بھرنا۔ طیش میں آنا۔
जोश में आना
आपे से बाहर होना, (जवानी का) ज़ोर दिखाना, ग़ज़ब करना, गुस्से में आना, जोर दिखाना, ज़ोर पकड़ना, ज़ोरों पर आना, आवेश में आना, प्रोत्साहित होना, ताव देखाना, बल खाना, चढ़ाव पर होना
जोश में लाना
बरांगेख़्ता करना, ग़ुस्सा दिलाना, आग बगूला करना, तैश में लाना, भड़काना, संकारना, छेड़ना, उकसाना, उभारना
जिस्म नीला होना
किसी बीमारी या जरयान-ए-ख़ून की वजह से या जिस्म में कोई ज़हरीला माद्दा पैदा होजाने की वजह से नीलाहट का पैदा हो जाना, बदन पर बुद्धियां पड़ना, जिस्म पर मार पीट या चोट के बहुत ज़्यादा निशानात होना
जैसा मुँह वैसा थप्पड़
as the question so the answer, a bad cat deserves a bad rat
जैसा मुँह वैसा थप्पड़
जो व्यक्ति जितना उचित हो उस के साथ वैसा ही व्यवहार होता है
जैसा मुँह वैसी चपेड़
रुक: जैसा मुंह वैसा थप्पड़
जैसा मुँह वैसा थपेड़
जो शख़्स जिस लायक़ हो इस के साथ वैसा ही सुलूक होता है
जिस मुँह से पान खाइए, उस मुँह से कोयले न चबाइए
जिस को एक बार अच्छा कहा जाए उसे बुरा नहीं कहना चाहिए
जिस में चमक नहीं वो हीरा नहीं , जिस में दमक नहीं वो 'औरत नहीं
बगै़र अच्छी खासियतों के कोई चीज़ अपने नाम से पुकारे जाने के काबिल नहीं