खोजे गए परिणाम
सहेजे गए शब्द
"karoge" शब्द से संबंधित परिणाम
खोजे गए परिणाम
"karoge" शब्द से संबंधित परिणाम
करगू
(شکر سازی) بان٘س کی بنی ہوئی ایک قسم دکی جھلّی نما جالی جو شکر صاف کرنے کے لیے کارخانے میں ایک طرف کو بنی ہوتی ہے .
करगा
कपड़ा बुनने की मशीन, वह चीज़ जिस पर तागे ताने और बाने के तौर पर लगाए जाते हैं और आदमी उस में तागा घुमा कर और एक काँटेदार चीज़ से उसे कसता है
क्या याद करोगे
मुद्दत तक याद करते रहोगे, मुद्दत तक एहसान मंद रहोगे, बहुत याद करोगे, मुद्दत तक याद रखोगे
कोई दिन तक याद करोगे
भले ही अभी हमारी महत्व नहीं है मगर मरने के बाद हमें लंबे समय तक याद करोगे, गो-अब हमारी क़दर नहीं करते हो, मगर मरने के बाद हमें भी मुद्दत तक याद करोगे, कुछ अर्से तक याद रहेगा
आख़िर मरोगे रूपया जोड-जोड़ कर क्या करोगे
कंजूस को कहा जाता है,जब वह आवश्यकता के अवसर पर भी ख़र्च नहीं करता
'उम्र भर ग़ुलामी करूँगा
जीवन भर आज्ञाकारी रहूँगा, किसी को कोई एहसान करने के लिए अनुरोध करने के वक़्त कहते हैं
घोड़ा दाने, घास से आश्नाई करेगा तो खाएगा क्या
मुआमला की जगह मुरव्वत बरतने से नफ़ा नहीं होता, अगर कोई शख़्स अपने नफ़ा की पर्वा ना करे तो भूका मरता है
घोड़ा घास से आश्नाई करेगा तो खाएगा क्या
मुआमले की जगह मुरव्वत बरतने से नफ़ा नहीं होता, कोई शख़्स अगर अपने काम के नफ़ा की कुछ पर्वा ना करे तो गुज़ारा नामुमकिन है , मज़दूर मज़दूर ना ले तो भूका मर जाये , अपना मतलब कोई नहीं छोड़ता
दो दिल राज़ी तो क्या करेगा क़ाज़ी
दो पक्षों की सहमति में हाकिम दख़्ल नहीं दे सकता, दो व्यक्ति सहमत हों तो तीसरा व्यक्ति नुक़सान नहीं पहुँचा सकता
जब दो दिल राज़ी तो क्या करेगा क़ाज़ी
दो पक्षों की सहमति में हाकिम दख़्ल नहीं दे सकता, दो व्यक्ति सहमत हों तो तीसरा व्यक्ति नुक़सान नहीं पहुँचा सकता
उतर गई मुँह से लोई क्या करेगा कोई
मनुष्य निर्लज्जता चुन ले या निर्लज्ज हो जाए तो किसी का डर नहीं रहता, जब इज़्ज़त उतर जाती है या अपमानित हो जाता है तो मनुष्य निडर हो जाता है, धृष्ट या निर्लज्ज आदमी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लज्जाहीन व्यक्ति को किसी की परवाह नहीं होती
मुँह की गई लोई, तो क्या करेगा कोई
मनुष्य निर्लज्जता चुन ले या निर्लज्ज हो जाए तो किसी का डर नहीं रहता, जब इज़्ज़त उतर जाती है या अपमानित हो जाता है तो मनुष्य निडर हो जाता है, धृष्ट या निर्लज्ज आदमी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लज्जाहीन व्यक्ति को किसी की परवाह नहीं होती
मियाँ बीवी राज़ी क्या करेगा क़ाज़ी
जब आपस में एकता हो तो दूसरा किस प्रकार अच्छी एवं बुद्धि की बातों में हस्तक्षेप कर सकता है
उतर गई लोई तो क्या करेगा कोई
मनुष्य निर्लज्जता चुन ले या निर्लज्ज हो जाए तो किसी का डर नहीं रहता, जब इज़्ज़त उतर जाती है या अपमानित हो जाता है तो मनुष्य निडर हो जाता है, धृष्ट या निर्लज्ज आदमी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लज्जाहीन व्यक्ति को किसी की परवाह नहीं होती
मियाँ बीवी राज़ी तो क्या करेगा क़ाज़ी
जब आपस में एकता हो तो दूसरा किस प्रकार अच्छी एवं बुद्धि की बातों में हस्तक्षेप कर सकता है
मुँह पर डाली लोई, तो क्या करेगा कोई
यदि व्यक्ति ढीठ या बेशर्म हो जाए, तो उसे किसी की चिंता नहीं होती
क्या क़ाज़ी गिला करेगा
कोई ताना नहीं करेगा, कोई नाम नहीं धरेगा, कोई मुँह पर बात नहीं लाएगा, कोई भी टिप्पणी या चुनौती नहीं देगा
Delete 44 saved words?
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा