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मस्सामन
۔(ع) صفت۔ پناہ مانگنے والا۔
मुस्मन
وہ چیز جو قیمت کے عوض ملے ۔
मुसम्मन
आठ पहलूवाला, जिसमें आठ कोने हों, अष्टकोण ।
मुसम्मन
चर्बीला किया हुआ, मोटा ताजा बनाया हुआ, खिला-पिलाकर चर्बी चढ़ाया हुआ
मुस्मिन
पैदाइशी मोटा-ताजा, मोटा, चिकना, स्थूल, चरबीदार
मुसम्मिन
(चिकित्सा) मोटा करने वाला (फल, दवा, आदि), वह चीज जो किसी व्यक्ति को मोटा बनाती है
मा'सूमीन
बहुत से मासूम, गुनाहों से पाक लोग
मुसम्मन-बग़दादी
(معماری) آٹھ پہل ، محجر سنگین جنگلا
मा'सूमाना शरारत
अच्छी शरारत जिससे किसी को कष्ट न हो
मा'सूमाना-कैफ़िय्यत
معصومیت ، سادگی ، بھولپن ۔
मुसम्मन-पुलाव
ایک پلاؤ جس میں آٹھ قسم کے مصالحے ڈالے جاتے تھے نیز وہ پلاؤ جو ہشت پہلو قاب میں نکالا جاتا تھا ۔
मा'सूमाना-अंदाज़
सादगी का अंदाज़, भोलापन, विश्वासशीलता का सुलूक और व्यवहार, विनय का अच्छा तरीक़ा
मा'सूमाना-सवाल
प्रश्न जो भोलेपन अंदाज़ से किया जाए, सादगी से पूछने वाली बात
मा'सूमाना-ख़्वाहिश
سادگی سے کی جانے والی ،خواہش ۔
मुसम्मन-बुर्ज
किले के टावर या मीनार जिनमें आठ भुजाएँ हैं, दिल्ली, आगरा और लाहौर के किलों में ऐसे टॉवर हैं
मौसम आना
किसी फ़सल का अपने मौक़ा या वक़्त पर वारिद होना , वक़्त होना, मौक़ा आना
मौसम आना
۔کسی فصل کا سال کے اندر اپنے وقت معینہ پر عود کرنا۔ ؎
मा'सूमाना
निर्दोष रूप से, सीधा सादा, जिस में बनावट न हो
मुसम्मना
आठ सतह का, (आकार), आठ पहलू किया हुआ
मौसम निकल जाना
मौसम गुज़र जाना, वक़्त बीत जाना, ज़माना गुज़र जाना
मौसम-नुमा
موسم ظاہر کرنے والا ؛ (مجازاً) موسم کے تغیر و تبدل کی اطلاع دینے والا (آلہ) ۔
मा'सूम-'अनिल-ख़ता
impeccable, incapable of doing wrong, faultless, flawless
मा'सूम-निगाही
سادگی سے دیکھنے کا عمل ، پاک نظر ہونا ۔
वाफ़िर मुसम्मन मा'सूब
(عروض) ایک عربی محذوف بحر وزن اس کا مفاعیلن مفاعلتن مفاعیلن مفاعلتن ہے ۔
चहार दह मा'सूमीन
رک : چودہ معصوم / معصومین.
वाफ़िर मुसम्मन सालिम
(عروض) ایک عربی محذوف بحر ، وزن اس کا مفاعلتن مفاعلتن مفاعلتن مفاعلتن ہے ۔
तदाख़ुल-ए-मौसमैन
رک : تداخل فصلین معنی نمبر ۱ .
चौदा-मा'सूमीन
(शिया समुदाय) चौदह पाक हस्तियाँ अर्थात पैग़ंबर मुहम्मद, फ़ातिमा (पैग़ंबर मुहम्मद की बेटी), अली (पैग़ंबर मुहम्मद के जमाई), हसन और हुसैन (पैग़ंबर मुहम्मद के नवासे), ज़ैनुल-आबेदीन, मुहम्मद बाक़र, जाफ़र सादिक़, मूसा काज़िम, अली रज़ा, मुहम्मद तक़ी, अली नक़ी, हसन असकरी और मेहदी
मदीद मुसम्मन सालिम
(عروض) بحر مدید جس کے عروض و ضرب میں سالم کے علاوہ مقصور ، محذوف اور مجنون محذوف وغیرہ بھی روا ہیں ۔
हज़ज-ए-मुसम्मन सालिम
(عروض) ہزج (رک) کا اصل وزن جس میں ایک مصرعے میں مفاعیلن چار بار یعنی شعر میں آٹھ بار آتا ہے ۔