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समझाएगी

will help understand, convince

समझाना

कोई बात अच्छी तरह किसी के मन में बैठाना, शब्द, संकेत आदि के अर्थ से किसी को भलीभाँति परिचित कराना, ज्ञान प्राप्त कराना, ध्यान में जमाना, बोध कराना

समझा समझो कर

राज़ी करके, आमादा करके

समझा और पत्थर हुआ

उस हठी के संबंध में बोलते हैं जो अपनी बात पर अड़ा रहे

समझा-बुझा कर

अच्छी तरह समझा करके, आगह करके, सिखला कर

समझावना

رک : سمجھانا.

समझाव-बुझाव

स्वयं समझना और दूसरे को समझाना या विचार-विनिमय, मेल-मिलाप

समझाने वाला

वह जो समझाए, समझाने वाला

समझाना-बुझाना

appease, advise and instruct

समझे सो गधा, अनाड़ी की जाने बला

बुद्धिमान के लिए मुसीबत है, मूर्ख को परवाह नहीं

सोचा-समझा

समझा बूझा, सोचा-विचारा, सोच-समाझ कर किया हुआ, ध्यानपूर्वक किया हुआ

अन-समझा

जो समझ में ना आया हो, बगै़र समझा हुआ

समझे तो पत्थर का हो जाए

ऐसे व्यक्ति के संबंध में औरतें कहती हैं जो बिलकुल नासमझ हो

दरबार समझा जाना

अदालत में पेश किया जाना, दरबार में हाज़िर करना , सज़ा-ओ-जज़ा पर ग़ौर करना

हमें क्या समझा

हम को क्या ख़्याल क्या , क्या कुछ ऐसा वैसा आदमी जाना

क्या समझा था

शायद कुछ और समझा था, जैसा तजुर्बे और मुशाहिदे में आया वैसा नहीं समझा था

समझी समझाई का क्या समझना

जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती

नीच समझा जाना

हक़ीर ख़्याल किया जाना , बेवुक़त जाना जाना

मुग्घम में समझा देना

इशारे से समझा देना

आयंदा समझा जाएगा

फिर देखा जाएगा

एक ही समझा जाना

To be seen as a single unit

समझो न बूझो खूँटा ले जूझो

ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है

समझो न बूझो खूँटा ले के जूझो

ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है

कुछ तुम ने समझा, कुछ हम ने समझा, औरों को ख़बर न हुई

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

न दिन को दिन समझा , न रात को रात

बहुत अधिक मेहनत करने के अवसर पर प्रयोग किया गया

भला मानस घर में बड़ा चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा

लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है

हया-दार अपनी हया से डरा, बे-हया समझा मुझ से डरा

किसी दुष्ट के साथ विनम्र भाव से पेश आओ तो वो समझता है कि मुझ से डर गया

भला मानस घर में नियो चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा

लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है

आवाज़-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

The people's voice is God's voice.

ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

जो बात जनता की ज़बान पर हो वह अधिकतर सत्य निकलती है

ख़ाना-ए-वाहिद समझो

अपना ही घर समझो

दुख और दुश्मन को कम न समझो

यह अनिष्ट से बचने के लिए पहले से किया जाने वाले उपाय की बुद्धिमानी भरी योजना है

अल्लाह समझे

ईश्वर नष्ट करे, ख़ुदा ग़ारत करे, ईश्वर इस का बदला ले, अल्लाह की तरफ़ से इस की सज़ा मिले

दर्द को वो समझे जो दर्दमंद हो

दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जो स्वयं उसी पीड़ा से पीड़ित रहा हो, दूसरे की तकलीफ़ को वह आदमी समझ सकता है जो ख़ुद उसी तकलीफ़ में मुबतला रह चुका है

दिल में तो समझो

कभी शरमाया तो करो, दिल में राज़ी तो हो

कुछ तुम समझे कुछ हम समझे

वक़्त गया बात गई, राज़ की बात को दिल में रखू ज़ाहिर ना होने दो, हमारा तुम्हारा लेखा जो खा बराबर है, हिसाब-ए-दोस्ताँ दर-ए-दिल

गूँगे का इशारा गूँगा ही समझे

हर जिन्स अपनी ही जिन्स से ख़ूब मेल खाती है

राँधो न समझाओ मुझे बैठे खिलाओ

ख़ुदग़रज़ पेटू की निस्बत कहते हैं तुम कुछ ही करो, किसी काम के लिए ना कहो खाने के लिए दो, मेरा पेट भर दो

कौन हर रोज़ अतालीक़ हो समझाए गा

मूर्ख आदमी को समझाना बहुत कठिन है, कम समझदार को सिखाना कठिन काम है

ख़ुदा समझे

बेतकल्लुफ़ी या नाराज़गी के लिए बोलते हैं

वाजिब समझो

अनिवार्य समझो, ज़रूर करो, अनिवार्य विचार करो, भूलना या छोड़ना नहीं

कोई कम न समझे

हजव-ए-मलीह है यानी आप पड़े बदज़ात हैं, बड़े होशयार हैं, बड़े चलते हुए हैं, दौर की कोड़ी लाते हैं

ख़ुदा इस से समझे

ईश्वर उसे सज़ा दे जो किसी से रोटी और नमक के बारे में धोखा करे, ईश्वर उसे समझे

आप को कोई कम न समझे

बड़े शरीर हो

वो तो हम समझे ही थे

हमें तो पहले से मालूम था

उल्टी समझे न सीधी

किसी तरह से क़ाइल ही नहीं होता, समझता ही नहीं

न उल्टी समझे , न सीधी

ज़िद्दी, अक़ल से बेबहरा के मुताल्लिक़ कहते हैं

तुझ से ख़ुदा ही समझे

लाचारी की अभिव्यक्ति, भगवान ने तुम्हें सज़ा देगा

कुछ तुम समझे, कुछ हम समझे

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

मूरख के समझाए ज्ञान गाँठ जाए

बेवक़ूफ़ को समझाने से इलम-ए-सनाए होता है

ना-समझी

समझ का अभाव, अबोधपन, बोधहीनता, मूर्खता, बुद्धिहीनता, नादानी, बेवक़ूफ़ी

आया समझो

آنے جانے والا

अन-समझे

बिना समझे हुए

बे-सोचे-समझे

अविचारपूर्वक, स्वतंत्र भाव से, लापरवाही से, बे-फिक्री से, बिना विचार के

मूरख-समझाओ

کم عقل اور نادانوں کو سمجھانا ۔

अन-समझी

ان سمجھا (رک) کی تانیث.

बे-समझी

बे-समझ होने की अवस्था या भाव, भोलापन, अज्ञान, बे-खबरी

ख़ूब-समझे

(व्यंग) कुछ नहीं समझे

ना समझी की बात

मूर्खता की बात, नादानी की बात

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समझाएगी

will help understand, convince

समझाना

कोई बात अच्छी तरह किसी के मन में बैठाना, शब्द, संकेत आदि के अर्थ से किसी को भलीभाँति परिचित कराना, ज्ञान प्राप्त कराना, ध्यान में जमाना, बोध कराना

समझा समझो कर

राज़ी करके, आमादा करके

समझा और पत्थर हुआ

उस हठी के संबंध में बोलते हैं जो अपनी बात पर अड़ा रहे

समझा-बुझा कर

अच्छी तरह समझा करके, आगह करके, सिखला कर

समझावना

رک : سمجھانا.

समझाव-बुझाव

स्वयं समझना और दूसरे को समझाना या विचार-विनिमय, मेल-मिलाप

समझाने वाला

वह जो समझाए, समझाने वाला

समझाना-बुझाना

appease, advise and instruct

समझे सो गधा, अनाड़ी की जाने बला

बुद्धिमान के लिए मुसीबत है, मूर्ख को परवाह नहीं

सोचा-समझा

समझा बूझा, सोचा-विचारा, सोच-समाझ कर किया हुआ, ध्यानपूर्वक किया हुआ

अन-समझा

जो समझ में ना आया हो, बगै़र समझा हुआ

समझे तो पत्थर का हो जाए

ऐसे व्यक्ति के संबंध में औरतें कहती हैं जो बिलकुल नासमझ हो

दरबार समझा जाना

अदालत में पेश किया जाना, दरबार में हाज़िर करना , सज़ा-ओ-जज़ा पर ग़ौर करना

हमें क्या समझा

हम को क्या ख़्याल क्या , क्या कुछ ऐसा वैसा आदमी जाना

क्या समझा था

शायद कुछ और समझा था, जैसा तजुर्बे और मुशाहिदे में आया वैसा नहीं समझा था

समझी समझाई का क्या समझना

जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती

नीच समझा जाना

हक़ीर ख़्याल किया जाना , बेवुक़त जाना जाना

मुग्घम में समझा देना

इशारे से समझा देना

आयंदा समझा जाएगा

फिर देखा जाएगा

एक ही समझा जाना

To be seen as a single unit

समझो न बूझो खूँटा ले जूझो

ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है

समझो न बूझो खूँटा ले के जूझो

ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है

कुछ तुम ने समझा, कुछ हम ने समझा, औरों को ख़बर न हुई

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

न दिन को दिन समझा , न रात को रात

बहुत अधिक मेहनत करने के अवसर पर प्रयोग किया गया

भला मानस घर में बड़ा चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा

लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है

हया-दार अपनी हया से डरा, बे-हया समझा मुझ से डरा

किसी दुष्ट के साथ विनम्र भाव से पेश आओ तो वो समझता है कि मुझ से डर गया

भला मानस घर में नियो चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा

लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है

आवाज़-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

The people's voice is God's voice.

ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो

जो बात जनता की ज़बान पर हो वह अधिकतर सत्य निकलती है

ख़ाना-ए-वाहिद समझो

अपना ही घर समझो

दुख और दुश्मन को कम न समझो

यह अनिष्ट से बचने के लिए पहले से किया जाने वाले उपाय की बुद्धिमानी भरी योजना है

अल्लाह समझे

ईश्वर नष्ट करे, ख़ुदा ग़ारत करे, ईश्वर इस का बदला ले, अल्लाह की तरफ़ से इस की सज़ा मिले

दर्द को वो समझे जो दर्दमंद हो

दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जो स्वयं उसी पीड़ा से पीड़ित रहा हो, दूसरे की तकलीफ़ को वह आदमी समझ सकता है जो ख़ुद उसी तकलीफ़ में मुबतला रह चुका है

दिल में तो समझो

कभी शरमाया तो करो, दिल में राज़ी तो हो

कुछ तुम समझे कुछ हम समझे

वक़्त गया बात गई, राज़ की बात को दिल में रखू ज़ाहिर ना होने दो, हमारा तुम्हारा लेखा जो खा बराबर है, हिसाब-ए-दोस्ताँ दर-ए-दिल

गूँगे का इशारा गूँगा ही समझे

हर जिन्स अपनी ही जिन्स से ख़ूब मेल खाती है

राँधो न समझाओ मुझे बैठे खिलाओ

ख़ुदग़रज़ पेटू की निस्बत कहते हैं तुम कुछ ही करो, किसी काम के लिए ना कहो खाने के लिए दो, मेरा पेट भर दो

कौन हर रोज़ अतालीक़ हो समझाए गा

मूर्ख आदमी को समझाना बहुत कठिन है, कम समझदार को सिखाना कठिन काम है

ख़ुदा समझे

बेतकल्लुफ़ी या नाराज़गी के लिए बोलते हैं

वाजिब समझो

अनिवार्य समझो, ज़रूर करो, अनिवार्य विचार करो, भूलना या छोड़ना नहीं

कोई कम न समझे

हजव-ए-मलीह है यानी आप पड़े बदज़ात हैं, बड़े होशयार हैं, बड़े चलते हुए हैं, दौर की कोड़ी लाते हैं

ख़ुदा इस से समझे

ईश्वर उसे सज़ा दे जो किसी से रोटी और नमक के बारे में धोखा करे, ईश्वर उसे समझे

आप को कोई कम न समझे

बड़े शरीर हो

वो तो हम समझे ही थे

हमें तो पहले से मालूम था

उल्टी समझे न सीधी

किसी तरह से क़ाइल ही नहीं होता, समझता ही नहीं

न उल्टी समझे , न सीधी

ज़िद्दी, अक़ल से बेबहरा के मुताल्लिक़ कहते हैं

तुझ से ख़ुदा ही समझे

लाचारी की अभिव्यक्ति, भगवान ने तुम्हें सज़ा देगा

कुछ तुम समझे, कुछ हम समझे

किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई

मूरख के समझाए ज्ञान गाँठ जाए

बेवक़ूफ़ को समझाने से इलम-ए-सनाए होता है

ना-समझी

समझ का अभाव, अबोधपन, बोधहीनता, मूर्खता, बुद्धिहीनता, नादानी, बेवक़ूफ़ी

आया समझो

آنے جانے والا

अन-समझे

बिना समझे हुए

बे-सोचे-समझे

अविचारपूर्वक, स्वतंत्र भाव से, लापरवाही से, बे-फिक्री से, बिना विचार के

मूरख-समझाओ

کم عقل اور نادانوں کو سمجھانا ۔

अन-समझी

ان سمجھا (رک) کی تانیث.

बे-समझी

बे-समझ होने की अवस्था या भाव, भोलापन, अज्ञान, बे-खबरी

ख़ूब-समझे

(व्यंग) कुछ नहीं समझे

ना समझी की बात

मूर्खता की बात, नादानी की बात

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