खोजे गए परिणाम
"samjhe" शब्द से संबंधित परिणाम
समझे सो गधा, अनाड़ी की जाने बला
बुद्धिमान के लिए मुसीबत है, मूर्ख को परवाह नहीं
समझे तो पत्थर का हो जाए
ऐसे व्यक्ति के संबंध में औरतें कहती हैं जो बिलकुल नासमझ हो
समझिए
ख़्याल में आया ? मा'लूम हुआ? होश आया, मा'लूम हुआ
समझी समझाई का क्या समझना
जो बात बिल्कुल साफ़ और स्पष्ट हो उसमें शक की गुंजाइश नहीं होती
समझा और पत्थर हुआ
उस हठी के संबंध में बोलते हैं जो अपनी बात पर अड़ा रहे
समझाएगी
will help understand, convince
समझाना
कोई बात अच्छी तरह किसी के मन में बैठाना, शब्द, संकेत आदि के अर्थ से किसी को भलीभाँति परिचित कराना, ज्ञान प्राप्त कराना, ध्यान में जमाना, बोध कराना
समझा-बुझा कर
अच्छी तरह समझा करके, आगह करके, सिखला कर
समझाव-बुझाव
स्वयं समझना और दूसरे को समझाना या विचार-विनिमय, मेल-मिलाप
समझनहार
समझदार, बुद्धिमान, समझने वाला, अक़्लमंद
समझाना-बुझाना
appease, advise and instruct
अल्लाह समझे
ईश्वर नष्ट करे, ख़ुदा ग़ारत करे, ईश्वर इस का बदला ले, अल्लाह की तरफ़ से इस की सज़ा मिले
ख़ुदा समझे
बेतकल्लुफ़ी या नाराज़गी के लिए बोलते हैं
कुछ तुम समझे, कुछ हम समझे
किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई
कुछ तुम समझे कुछ हम समझे
वक़्त गया बात गई, राज़ की बात को दिल में रखू ज़ाहिर ना होने दो, हमारा तुम्हारा लेखा जो खा बराबर है, हिसाब-ए-दोस्ताँ दर-ए-दिल
कोई कम न समझे
हजव-ए-मलीह है यानी आप पड़े बदज़ात हैं, बड़े होशयार हैं, बड़े चलते हुए हैं, दौर की कोड़ी लाते हैं
ख़ुदा इस से समझे
ईश्वर उसे सज़ा दे जो किसी से रोटी और नमक के बारे में धोखा करे, ईश्वर उसे समझे
उल्टी समझे न सीधी
किसी तरह से क़ाइल ही नहीं होता, समझता ही नहीं
गूँगे का इशारा गूँगा ही समझे
हर जिन्स अपनी ही जिन्स से ख़ूब मेल खाती है
तुझ से ख़ुदा ही समझे
लाचारी की अभिव्यक्ति, भगवान ने तुम्हें सज़ा देगा
न उल्टी समझे , न सीधी
ज़िद्दी, अक़ल से बेबहरा के मुताल्लिक़ कहते हैं
बे-सोचे-समझे
अविचारपूर्वक, स्वतंत्र भाव से, लापरवाही से, बे-फिक्री से, बिना विचार के
बिला-समझे-बूझे
बिना सोचे समझे, बिना रुके
आग और बैरी को कम न समझे
आग चाहे कितनी ही कम हो और शत्रु कितना ही छोटा हो परंतु इन दोनों को लघुतर नहीं समझना चाहिए, आग के फूँक देने और शत्रु के नुकसान पहुँचाने में देर नहीं लगती
समझो न बूझो खूँटा ले जूझो
ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है
दर्द को वो समझे जो दर्दमंद हो
दूसरे की पीड़ा वही समझ सकता है जो स्वयं उसी पीड़ा से पीड़ित रहा हो, दूसरे की तकलीफ़ को वह आदमी समझ सकता है जो ख़ुद उसी तकलीफ़ में मुबतला रह चुका है
समझो न बूझो खूँटा ले के जूझो
ऐसे व्यक्ति के संबंध में बोलते हैं जो बुद्धि नहीं रखता और यूँ ही लड़ता है
मुल्ला जी क्या कहें, आख़ूंद जी पहले ही समझे हुए हैं
बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना
मुल्ला जी क्या कहें, आख़ून जी आगे ही समझे हुए हैं
बे मेहनत-ओ-मशक़्क़त अपना काम कर लेना
भला मानस घर में बड़ा चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा
लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है
हया-दार अपनी हया से डरा, बे-हया समझा मुझ से डरा
किसी दुष्ट के साथ विनम्र भाव से पेश आओ तो वो समझता है कि मुझ से डर गया
न दिन को दिन समझा , न रात को रात
बहुत अधिक मेहनत करने के अवसर पर प्रयोग किया गया
भला मानस घर में नियो चला, रज़ाले ने समझा मुझ से डरा
लुच्चा व्यक्ति शराफ़त को कमज़ोरी समझता है, कमीने के साथ कमीना-पन से पेश आना आवश्यक है
दरबार समझा जाना
अदालत में पेश किया जाना, दरबार में हाज़िर करना , सज़ा-ओ-जज़ा पर ग़ौर करना
हमें क्या समझा
हम को क्या ख़्याल क्या , क्या कुछ ऐसा वैसा आदमी जाना
ना-समझी
समझ का अभाव, अबोधपन, बोधहीनता, मूर्खता, बुद्धिहीनता, नादानी, बेवक़ूफ़ी
क्या समझा था
शायद कुछ और समझा था, जैसा तजुर्बे और मुशाहिदे में आया वैसा नहीं समझा था
सोचा-समझा
समझा बूझा, सोचा-विचारा, सोच-समाझ कर किया हुआ, ध्यानपूर्वक किया हुआ
अन-समझा
जो समझ में ना आया हो, बगै़र समझा हुआ
नीच समझा जाना
हक़ीर ख़्याल किया जाना , बेवुक़त जाना जाना
बे-समझी
बे-समझ होने की अवस्था या भाव, भोलापन, अज्ञान, बे-खबरी
ना समझी की बात
मूर्खता की बात, नादानी की बात
एक ही समझा जाना
To be seen as a single unit
कुछ तुम ने समझा, कुछ हम ने समझा, औरों को ख़बर न हुई
किसी बात का तुम्हें ख़याल हुआ किसी बात का हमें, इस प्रकार बात बन गई
आवाज़-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो
The people's voice is God's voice.
ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो
ज़बान-ए-ख़ल्क़ को नक़्क़ारा-ए-ख़ुदा समझो
जो बात जनता की ज़बान पर हो वह अधिकतर सत्य निकलती है
दुख और दुश्मन को कम न समझो
यह अनिष्ट से बचने के लिए पहले से किया जाने वाले उपाय की बुद्धिमानी भरी योजना है
दिल में तो समझो
कभी शरमाया तो करो, दिल में राज़ी तो हो