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मिस्र
मिस्र (देश), अफ़्रीक़ा के एक प्रसिद्ध राष्ट्र का नाम, जो पैग़म्बर यूसुफ़, मूसा और वहाँ के क्रूर शासक फ़िरऔन के लिए जाना जाता है
मुसिर
ज़िद करने वाला, बार-बार किसी काम के लिए कहने वाला, किसी बात या काम पर अड़ने वाला, हटीला, हठी
मुसिर होना
बहुत इसरार करना, बहुत ज़ोर देना
मुसर्रहा
व्याख्या किया गया, समझाया हुआ
मुसिर रहना
किसी बात पर अड़ा रहना, बार बार आग्रह करना
मुसर्रा'
۔(ए) सरवा।ज़मीन पर गिरा देना
मिसरे'
मिसरा का बहु., तथा लघु., चरण, पद, आधा शेर
मिस्रा'
उर्दू फारसी आदि को कविता में, किसी कविता आदि का आधारभूत पहला चरण।
मिसरा'
मिश्रा जो इस का असल इमला है, आधा शेर, पद, बैत या फ़र्द का आधा हिस्सा
मिस्रा'-क़द
(शायरी) क़द का रूपक मिस्रे से करते हैं
मस्रा'
ज़मीन पर गिरने या गिराने का काम, गिरने की जगह; पहलवान का अखाड़ा
मसरफ़ होना
इस्तिमाल होना, इस्तिमाल में या सिर्फ़ में आना
मिस्रा'-ए-तरह
वह चरण जिसे आधार बनाकर कोई कविता लिखी जाती हो
मिसरा'-ए-सर्व
बे-ऐब मिसरा जिस में कोई नुक़्स ना हो
मसरूफ़ रहना
व्यस्त रहना, मशग़ूल रहना, काम में लगा रहना
मिस्रा' लगना
मिसरा लगाना (रुक) का लाज़िम, गिरह लगना
मिस्र जी
ब्रह्मणों का एहतिराम का एक कलिमा , मुराद : ब्रहमन, जयोतशी
मसरू'
ज़मीन पर पछाड़ा हुआ, चिकित्सा: जिसे मिर्गी का रोग हो, मिर्गी का मरीज़, मृगया
मिसरा' लगाना
किसी एक मिसरे पर अपनी जानिब से दूसरा मिसरा लगा कर शेर पूरा करना, गिरह लगाना
मिस्रा' घटना
(उरूज़) मिसरा के अरकान में कमी वाक़्य होना, बहर पर पूरा ना उतरना
मिस्रा' उठाना
गाने या ग़ज़ल के बोल को ऊँचा पढ़ना या दोहराना
मिस्रा' लड़ना
एक कवि के चरण दूसरे कवि के चरण के अनुसार होना, किसी चरण का परस्पर एक होना, दो कवियों से एक जैसे चरण निकल जाना अर्थात किसी बात में मिलान होना
मिस्र जीव
ब्रह्मणों का एहतिराम का एक कलिमा , मुराद : ब्रहमन, जयोतशी
मिस्र'आ उठाना
मिसरा दोहराना, सामईन मुशायरा का किसी मिसरा को शायर से सुनकर पढ़ना
मसरूफ़ हो जाना
मशग़ूल होना, काम में लगा होना , ख़ाली ना रहना
मिस्रा' निकालना
मिसरा कहना, तरह का मिसरा निकालना
मिस्रा'-ए-बरजस्ता
कविता में लिखी वह पंक्ति जो बिना किसी संघर्ष और विचार के हासिल हो
मसरफ़ का न रहना
इस्तिमाल का ना रहना, काम का ना रहना, काबिल-ए-इस्तेमाल ना होना
मिस्र'ई-तसलसुल
शायरी की एक क़िस्म जिसमें लगातार मिसरे कहे जाते हैं, जैसे: एक मिसरे में प्रस्तुत विचार दूसरे मिसरे से सिलसिला मिलाते हैं
मुसर्रह
स्पष्ट कहा हुआ, व्याख्यातं, स्पष्ट रूप से कहा हुआ
मसरूफ़-ए-'अमल
काम में लगे हुऐ, काम में मशग़ूल, कार्य में व्यस्त
मुसर्रिह
स्पष्ट वक्ता, साफ़गो, व्याख्या करने वाला