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घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी गिर गया तो रूखी सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

घी गिर पड़ा तो उबाली सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी गिर पड़ा, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा तो कहा, मुझे रूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा, मुझे रूखी ही भाती है

हानि हो जाए तो परवाह न करना

घी गिर गया, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा, तो कहा मुझे रूखी ही भाती है

हानि हो जाए तो परवाह न करना

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है के अर्थदेखिए

घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है

ghii gir pa.Daa to ruukhii suukhii hii bhaatii haiگھی گِر پَڑا تو رُوکھی سُوکھی ہی بھاتی ہے

कहावत

घी गिर पड़ा तो रूखी सूखी ही भाती है के हिंदी अर्थ

  • जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

گھی گِر پَڑا تو رُوکھی سُوکھی ہی بھاتی ہے کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu
  • جب کچھ نہیں ہوتا تو تھوڑا ہی غنیمت ہے ، مجبوری اور شرمندگی کو چھپانے کے لیے بات ٹالنے کے موقع پر کہتے ہیں .

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घी गिर गया तो रूखी सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

घी गिर पड़ा तो उबाली सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही ग़नीमत है, मजबूरी और शर्मिंदगी को छिपाने के लिए बात टालने के मौक़ा पर कहते हैं

घी गिर पड़ा, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा तो कहा, मुझे रूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा, मुझे रूखी ही भाती है

हानि हो जाए तो परवाह न करना

घी गिर गया, मुझे सूखी ही भाती है

जब कुछ नहीं होता तो थोड़ा ही बड़ी बात है

रोटी पर का घी गिर पड़ा, तो कहा मुझे रूखी ही भाती है

हानि हो जाए तो परवाह न करना

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