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झन-झन

झन-झन शब्द, झंकार

झ़न-झ़न

رک : زن زن.

झीं-झीं

विवाद, बकबक, झकझक

झन

किसी धातु के टुकड़े पर आघात होने से उत्पन्न होने वाला शब्द, झनक, झंकार, झनझनाहट

झन से होना

झनझनाना, सनसना जाना, दहल जाना, भौंचक्का या आश्चर्यचकित हो जना, हैरतज़दा हो जाना

झन से

झनकार के साथ, छनाके के साथ

जहान जहाँ

بہت زیادہ ، جیان بھر ، جس جس جگہ ، جس جس مقام پر جگہ.

जहाँ जहाँ

wherever, wheresoever

झाएँ-झाएँ

altercation, ranting, quarrel, argument

झाएँ-झाईं

निरर्थक कोलाहल, वाग्युद्ध, विवाद, बकबक, झकझक

ज़ेहन क़ासिर होना

किसी बात के समझने में दिमाग़ का काम न करना

ज़ेहन रुजू' होना

ध्यान केंद्रित होना

ज़ेहन कुंद होना

समझने की शक्ति का छिन जाना, बुद्धिहीन और नासमझ हो जाना

ज़ेहन मुंतक़िल होना

ध्यान जाना, मन आकर्षित होना

ज़ेहन-नशीन होना

समझ में आना, याद हो जाना, स्मृति में सुरक्षित हो जाना

ज़ेहन का बुग़ारा खुला होना

दिमाग़ का जल्दी जल्दी काम करना

ज़ेहन को कुंदी होना

मूर्ख होना, समझने की शक्ति ख़त्म होना

झिन-हिड्डा

دُبلا پتلا لاغر ، سوکھا ہوا ، ہڈیاں نکلا ہوا .

ज़ेहन साफ़ होना

स्पष्ट विचार रखना, पूरी तरह मन में बसा होना

ज़ेहन का पक्का होना

चतुर होना, होशियार होना, बुद्धिमान होना, चालाक होना

ज़ेहन से ख़ाली होना

ख़ाली मस्तिष्क होना, मन में कोई अच्छा या बुरा विचार न होना, मूर्ख होना, अहमक़ होना

हमारा काम हो बीता, जहाँ से चला रेता

مزے کے موقع پر حسرت سے کہتے ہیں

झीन

बारीक, महीन, नाज़ुक, झीना

जहाँ

संसार, दुनिया, लोक, खंड, पृथ्वी, स्थान, जहान का लघुरूप, विश्व

जहीं

जिस स्थान पर ही

जी-हाँ

जी, एक सकारात्मक प्रतिक्रिया देने के लिए उपयोग किया जाता है

जू-हीं

जूँ ही का लघु रूप, जिस वक़्त, जिस लम्हा, वहीं, फ़ौरन, तुरंत

ज़ेहन

मन, विचार की क्षमता, समझ, बुद्धि, धारणाशक्ति, समझने-बूझने की योग्यता या शक्ति, दक्षता, स्मरणशक्ति,याददाश्त

जहाँ का

رک : جہاں بھر کا.

जहान

दुनिया, संसार

जहाँ गंगा वहाँ झाव , जहाँ बामन वहाँ नाव

बड़ों से छोटों को फ़ैज़ पहुंचता है

सद्र जहाँ कि बद्र जहाँ , छोड़ पहानी जाएँ कहाँ

वतन ही में रहना और मुसीबत झेलना

जहाँ गाय वहाँ गाय का बछ्ड़ा

जहां मालिक वहीं इस के साथी, जहां फ़ायदे की चीज़ हो वहां सब जमा होते हैं

जहाँ सत्तयानास , वहाँ साढे़ सत्तयानास

۔مثل۔ جب بربادی ہوئی کم وبیش کی کیا پروا۔

दोनों जहाँ का बादशाह

مراد : رسول پاک صلی اللہ علیہ وسلم

ज़ेहन दौड़ना

तेज़ी से ख़्याल में आना, विचार का तीव्र हो जाना

ज़ेहन दौड़ाना

सोचना, विचार करना, विचार-विमर्श से काम लेना

जहान दीदा सियार गोयद दरोग़

सय्याह और मुसाफ़िर झूट ज़्यादा बोलते हैं ख़ासकर हालात सफ़र के मुताल्लिक़ कीवनका कोई तसद्दुक़ कनुंदा नहीं होता, तजुर्बेकार आदमी के झूट बोलने पर कहते हैं

जहाँ पड़े मूसल वहाँ खेम कूशल

जहाँ भंग घटे वहाँ स्वास्थ्य है

जहाँ बड़ी सेवा तहाँ ओछा फल

बड़ी ख़िदमत का कम सिला, बावजूद बड़ी मेहनत के फ़ायदा क़लील हो तो कहते हैं

सूई जहाँ न जावे वहाँ सुवा घुसेड़ना

ज़्यादती या ज़बरदस्ती करना, बे-जा दबाओ डालना, हैसियत से ज़्यादा ज़ेर करना

ज़र ज़र कशद दर जहाँ गंज गंज

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) दुनिया में रूपया रूपए को खींचता है और ख़ज़ाना खज़ाने को

जहाँ सूई न जाए वहाँ मोसल घुसेड़ना

रुक : जहां सोई ना जाये वहां लट्ठा करना

दोनों जहाँ में बेड़ा पार है

दुनिया और आख़िरत दोनों अच्छा है, दुनिया और आख़िरत दोनों सँवर गए

जहाँ बजे ढोल वहाँ खड़े बहलोल

उस व्यक्ति के बारे में कहा जाता है जो बिना बुलाए या आमंत्रित किए हर जगह जाता है

जहाँ से उठना , जहाँ से जाना , जहाँ से गुज़रना

۔مرجانا۔ ؎ ؎

जहाँ सेर वहाँ सवाई

अपव्ययी अर्थात आवश्यक्ता से अधिक ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम या अधिक की परवाह नहीं करता, जहाँ बहुत सी हानि हुई थाड़ी और सही

जहाँ चाह वहाँ राह

जिसके लिए दिल में जगह हो उसके साथ गुज़ारा भी हो जाता है

जहाँ दाई हाथ धोए वहाँ क़ुर्बान करूँ

ज़लील करने के मौक़ा पर औरतें कहती हैं

जहाँ जाए भूखा, वहाँ पड़े सूखा

दुखिया को सब जगह दुख ही दुख लगा रहता है, अभागे का भाग्य हर जगह साथ रहता है

जहाँ सौ वहाँ सवाए

बेकार में रुपया ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम और अधिक नहीं देखता, जहाँ बहुत हानि हुआ, थोड़ा और सही

जहाँ सौ वहाँ सवाए

बेकार में रुपया ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम और अधिक नहीं देखता, जहाँ बहुत हानि हुआ, थोड़ा और सही

गया गाँव जहाँ ठाकुर हँसा, गया रूख जहाँ बगुला बसा, गया ताल जहाँ उपजी काई, गई कूप जहाँ भई अथाई

जिस गाँव के मालिक ने भोग में जीवन व्यतीत किया वो उजड़ गया, जिस पेड़ पर बगुले का बसेरा हो वो सूख जाता है, जिस ताल या हौज़ में काई लग जाए एवं जिस कुएँ की तह बैठ जाए वो व्यर्थ एवं बेकार हो जाते हैं

गया गाँव जहाँ ठाकुर हँसा, गया रुख जहाँ बगुला बसा, गया ताल जहाँ पकी काई, गई कूप जहाँ भई अथाई

जिस गाँव के मालिक ने भोग में जीवन व्यतीत किया वो उजड़ गया, जिस पेड़ पर बगुले का बसेरा हो वो सूख जाता है, जिस ताल या हौज़ में काई लग जाए एवं जिस कुएँ की तह बैठ जाए वो व्यर्थ एवं बेकार हो जाते हैं

जहाँ दाई हाथ धोए वहाँ क़ुर्बां करूँ

۔(عو) ذلیل کرنے کو کہتے ہیں۔ تجھ گرانے والی کو جہاں جہاں اس کی دائی نے ہاتھ دھوئے قرباں کروں۔

जहाँ के मुर्दे तहाँ गड़ते हैं

जहाँ का मुआमला है निपटारा भी वहाँ ही होगा

जहाँ का मुर्दा वहीं गड़ता है

जहाँ का झगड़ा होता है वहीं ख़त्म होता है, जहाँ झगड़ा हो वहाँ की रस्म और रिवाज की मुताबिक़ फ़ैसला होता है

सूई जहाँ न जाए वहाँ सुवा घुसेड़ते हैं

जहाँ थोड़ी चीज़ की संभावना नहीं वहाँ अधिक डालते हैं

जहाँ गुड़ होगा वहाँ मक्खियाँ आएँगी

रुपया वाले के मित्र अधिक हो जाते हैं, धनवानों के पास मंगते, ज्ञानियों के पास क्षात्र आदि आया करते हैं अर्थात जब किसी की कोई प्रिय वस्तु किसी के पास होगी तो वहाँ उस प्रकार के लोग भी उपस्थित होंगे

सूई जहाँ न जाए वहाँ भाला घुसेड़ते हैं

जहाँ थोड़ी चीज़ की संभावना नहीं वहाँ अधिक डालते हैं

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में फेलाव के अर्थदेखिए

फेलाव

phelaavپھیلاو

वज़्न : 221

फेलाव के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • ۔(ह) मुज़क्कर।१।दराज़ी। तो इल्लत। अर्ज़ वतोल। २।चौड़ाई। कुशादगी। वुसअत। फ़राख़ी। ३।हिसाब की जांच पड़ताल। ४।अंदाज़ा। तख़मीना।मिक़दार
  • फैले हुए होने की अवस्था या भाव; विस्तार; प्रसार
  • उतनी लंबाई-चौड़ाई जिसमें कोई चीज़ फैली हुई हो

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • उतनी लंबाई-चौड़ाई जिसमें कोई चीज फैली हुई हो।
  • फैले हुए होने की अवस्था या भाव। विस्तार।

English meaning of phelaav

Noun, Masculine

پھیلاو کے اردو معانی

  • Roman
  • Urdu

اسم، مذکر

  • ۔(ھ) مذکر۔۱۔درازی۔ طَوالَت۔ عرض وطول۔ ۲۔چوڑائی۔ کشادگی۔ وسعت۔ فراخی۔ ۳۔حساب کی جانچ پڑتال۔ ۴۔اندازہ۔ تخمینہ۔مقدار۔

Urdu meaning of phelaav

  • Roman
  • Urdu

  • ۔(ha) muzakkar।१।daraazii। to illat। arz vatol। २।chau.Daa.ii। kushaadagii। vusat। faraaKhii। ३।hisaab kii jaanch pa.Dtaal। ४।andaaza। taKhmiinaa।miqdaar

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झन-झन शब्द, झंकार

झ़न-झ़न

رک : زن زن.

झीं-झीं

विवाद, बकबक, झकझक

झन

किसी धातु के टुकड़े पर आघात होने से उत्पन्न होने वाला शब्द, झनक, झंकार, झनझनाहट

झन से होना

झनझनाना, सनसना जाना, दहल जाना, भौंचक्का या आश्चर्यचकित हो जना, हैरतज़दा हो जाना

झन से

झनकार के साथ, छनाके के साथ

जहान जहाँ

بہت زیادہ ، جیان بھر ، جس جس جگہ ، جس جس مقام پر جگہ.

जहाँ जहाँ

wherever, wheresoever

झाएँ-झाएँ

altercation, ranting, quarrel, argument

झाएँ-झाईं

निरर्थक कोलाहल, वाग्युद्ध, विवाद, बकबक, झकझक

ज़ेहन क़ासिर होना

किसी बात के समझने में दिमाग़ का काम न करना

ज़ेहन रुजू' होना

ध्यान केंद्रित होना

ज़ेहन कुंद होना

समझने की शक्ति का छिन जाना, बुद्धिहीन और नासमझ हो जाना

ज़ेहन मुंतक़िल होना

ध्यान जाना, मन आकर्षित होना

ज़ेहन-नशीन होना

समझ में आना, याद हो जाना, स्मृति में सुरक्षित हो जाना

ज़ेहन का बुग़ारा खुला होना

दिमाग़ का जल्दी जल्दी काम करना

ज़ेहन को कुंदी होना

मूर्ख होना, समझने की शक्ति ख़त्म होना

झिन-हिड्डा

دُبلا پتلا لاغر ، سوکھا ہوا ، ہڈیاں نکلا ہوا .

ज़ेहन साफ़ होना

स्पष्ट विचार रखना, पूरी तरह मन में बसा होना

ज़ेहन का पक्का होना

चतुर होना, होशियार होना, बुद्धिमान होना, चालाक होना

ज़ेहन से ख़ाली होना

ख़ाली मस्तिष्क होना, मन में कोई अच्छा या बुरा विचार न होना, मूर्ख होना, अहमक़ होना

हमारा काम हो बीता, जहाँ से चला रेता

مزے کے موقع پر حسرت سے کہتے ہیں

झीन

बारीक, महीन, नाज़ुक, झीना

जहाँ

संसार, दुनिया, लोक, खंड, पृथ्वी, स्थान, जहान का लघुरूप, विश्व

जहीं

जिस स्थान पर ही

जी-हाँ

जी, एक सकारात्मक प्रतिक्रिया देने के लिए उपयोग किया जाता है

जू-हीं

जूँ ही का लघु रूप, जिस वक़्त, जिस लम्हा, वहीं, फ़ौरन, तुरंत

ज़ेहन

मन, विचार की क्षमता, समझ, बुद्धि, धारणाशक्ति, समझने-बूझने की योग्यता या शक्ति, दक्षता, स्मरणशक्ति,याददाश्त

जहाँ का

رک : جہاں بھر کا.

जहान

दुनिया, संसार

जहाँ गंगा वहाँ झाव , जहाँ बामन वहाँ नाव

बड़ों से छोटों को फ़ैज़ पहुंचता है

सद्र जहाँ कि बद्र जहाँ , छोड़ पहानी जाएँ कहाँ

वतन ही में रहना और मुसीबत झेलना

जहाँ गाय वहाँ गाय का बछ्ड़ा

जहां मालिक वहीं इस के साथी, जहां फ़ायदे की चीज़ हो वहां सब जमा होते हैं

जहाँ सत्तयानास , वहाँ साढे़ सत्तयानास

۔مثل۔ جب بربادی ہوئی کم وبیش کی کیا پروا۔

दोनों जहाँ का बादशाह

مراد : رسول پاک صلی اللہ علیہ وسلم

ज़ेहन दौड़ना

तेज़ी से ख़्याल में आना, विचार का तीव्र हो जाना

ज़ेहन दौड़ाना

सोचना, विचार करना, विचार-विमर्श से काम लेना

जहान दीदा सियार गोयद दरोग़

सय्याह और मुसाफ़िर झूट ज़्यादा बोलते हैं ख़ासकर हालात सफ़र के मुताल्लिक़ कीवनका कोई तसद्दुक़ कनुंदा नहीं होता, तजुर्बेकार आदमी के झूट बोलने पर कहते हैं

जहाँ पड़े मूसल वहाँ खेम कूशल

जहाँ भंग घटे वहाँ स्वास्थ्य है

जहाँ बड़ी सेवा तहाँ ओछा फल

बड़ी ख़िदमत का कम सिला, बावजूद बड़ी मेहनत के फ़ायदा क़लील हो तो कहते हैं

सूई जहाँ न जावे वहाँ सुवा घुसेड़ना

ज़्यादती या ज़बरदस्ती करना, बे-जा दबाओ डालना, हैसियत से ज़्यादा ज़ेर करना

ज़र ज़र कशद दर जहाँ गंज गंज

(फ़ारसी कहावत उर्दू में प्रयुक्त) दुनिया में रूपया रूपए को खींचता है और ख़ज़ाना खज़ाने को

जहाँ सूई न जाए वहाँ मोसल घुसेड़ना

रुक : जहां सोई ना जाये वहां लट्ठा करना

दोनों जहाँ में बेड़ा पार है

दुनिया और आख़िरत दोनों अच्छा है, दुनिया और आख़िरत दोनों सँवर गए

जहाँ बजे ढोल वहाँ खड़े बहलोल

उस व्यक्ति के बारे में कहा जाता है जो बिना बुलाए या आमंत्रित किए हर जगह जाता है

जहाँ से उठना , जहाँ से जाना , जहाँ से गुज़रना

۔مرجانا۔ ؎ ؎

जहाँ सेर वहाँ सवाई

अपव्ययी अर्थात आवश्यक्ता से अधिक ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम या अधिक की परवाह नहीं करता, जहाँ बहुत सी हानि हुई थाड़ी और सही

जहाँ चाह वहाँ राह

जिसके लिए दिल में जगह हो उसके साथ गुज़ारा भी हो जाता है

जहाँ दाई हाथ धोए वहाँ क़ुर्बान करूँ

ज़लील करने के मौक़ा पर औरतें कहती हैं

जहाँ जाए भूखा, वहाँ पड़े सूखा

दुखिया को सब जगह दुख ही दुख लगा रहता है, अभागे का भाग्य हर जगह साथ रहता है

जहाँ सौ वहाँ सवाए

बेकार में रुपया ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम और अधिक नहीं देखता, जहाँ बहुत हानि हुआ, थोड़ा और सही

जहाँ सौ वहाँ सवाए

बेकार में रुपया ख़र्च करने वाला व्यक्ति कम और अधिक नहीं देखता, जहाँ बहुत हानि हुआ, थोड़ा और सही

गया गाँव जहाँ ठाकुर हँसा, गया रूख जहाँ बगुला बसा, गया ताल जहाँ उपजी काई, गई कूप जहाँ भई अथाई

जिस गाँव के मालिक ने भोग में जीवन व्यतीत किया वो उजड़ गया, जिस पेड़ पर बगुले का बसेरा हो वो सूख जाता है, जिस ताल या हौज़ में काई लग जाए एवं जिस कुएँ की तह बैठ जाए वो व्यर्थ एवं बेकार हो जाते हैं

गया गाँव जहाँ ठाकुर हँसा, गया रुख जहाँ बगुला बसा, गया ताल जहाँ पकी काई, गई कूप जहाँ भई अथाई

जिस गाँव के मालिक ने भोग में जीवन व्यतीत किया वो उजड़ गया, जिस पेड़ पर बगुले का बसेरा हो वो सूख जाता है, जिस ताल या हौज़ में काई लग जाए एवं जिस कुएँ की तह बैठ जाए वो व्यर्थ एवं बेकार हो जाते हैं

जहाँ दाई हाथ धोए वहाँ क़ुर्बां करूँ

۔(عو) ذلیل کرنے کو کہتے ہیں۔ تجھ گرانے والی کو جہاں جہاں اس کی دائی نے ہاتھ دھوئے قرباں کروں۔

जहाँ के मुर्दे तहाँ गड़ते हैं

जहाँ का मुआमला है निपटारा भी वहाँ ही होगा

जहाँ का मुर्दा वहीं गड़ता है

जहाँ का झगड़ा होता है वहीं ख़त्म होता है, जहाँ झगड़ा हो वहाँ की रस्म और रिवाज की मुताबिक़ फ़ैसला होता है

सूई जहाँ न जाए वहाँ सुवा घुसेड़ते हैं

जहाँ थोड़ी चीज़ की संभावना नहीं वहाँ अधिक डालते हैं

जहाँ गुड़ होगा वहाँ मक्खियाँ आएँगी

रुपया वाले के मित्र अधिक हो जाते हैं, धनवानों के पास मंगते, ज्ञानियों के पास क्षात्र आदि आया करते हैं अर्थात जब किसी की कोई प्रिय वस्तु किसी के पास होगी तो वहाँ उस प्रकार के लोग भी उपस्थित होंगे

सूई जहाँ न जाए वहाँ भाला घुसेड़ते हैं

जहाँ थोड़ी चीज़ की संभावना नहीं वहाँ अधिक डालते हैं

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

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