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दादा
पितामह, पिता का पिता, आजा, बड़ा भाई, बड़े बूढ़ों के लिये आदरसूचक संबोधन, बड़ी उम्र वाला आदमी, गुरूओं, गुरुजन, उस्ताद, बदमाशों और ग़ुंडों का सरदार, दबंग, गुंडा
दादा पर-दादा के राज की बातें करता है
अपनी हालत को नहीं देखता, पुराने समय की परिस्थितियों का चर्चा करता रहता है, बहुत बढ़ा-चढ़ा कर वर्णन करता है
दादा मरते हैं तो भोज करते हैं
(हिंदू) बुज़ुर्गों के मरने पर ख़ूब मज़े उड़ाए जाते हैं
दादा कहने से बनिया गुड़ देता है
चापलूसी से कुछ न कुछ मिल ही जाता है
दादा-अब्बा
(प्रेम भाव से) दादा मियां, दादा जान
दादा-गुरू
गुरु, मार्गदर्शक, मुरशद, बुज़ुर्ग, गुरु का गुरु, शिक्षक का शिक्षक
दादा-गीरी
बदमाशों की सरपरस्ती और सरदारी, ग़ुंडा गर्दी
दादा-ढेंड़ा
ठगों के एक गुरू का नाम जिसकी क़ब्र बकोना ज़िला अलीगढ़ में है और जिसकी नयाज़ दो पैसे की शराब बताई जाती है
दादा-गीर
गुंडागर्दी करने वाला, धौंस दिखाने वाला, बदमाशों का सरदार
दादा ले पोता बरते
यानी दादा के ज़माने की चीज़ का पोते की वंश तक प्रयोग में आना, मज़बूत चीज़ की बारे में कहते हैं
दादा ने पुन किया पोतों ने गाँड मराई
नाख़लफ़ औलाद से ख़ानदान की बदनामी होती है
दादा मरेंगे जब बैल बटेंगे
कब : जब दादा मरेंगे अलख, दादा के मरने पर जायदाद तक़सीम होगी, जब किसी मुआमले में ताख़ीर ज़ाहिर करना हो तो कहते हैं
दादा मरेंगे तो बैल बटेंगे
दादा मरेंगे जब मीरास बटेगी
रुक : दादा मरेंगे जब बैल बटें गे
दादा तेरा हफ़्त हज़ारी, बावा तेरा सूबा दारी, माँ तेरी सदा सुहागन बेटा बरख़ुर्दार
ऐसे शख़्स की निसबत कहते हैं जो हर तरह साहिब नसीब हो
दादा मरेंगे तो पोता राज करेगा
बड़े मर जाएँ तो छोटे मज़े उड़ाते हैं
दादा जान पराए बर्दे आज़ाद करते थे
शेखी मारने वाले के संबंध में कहते हैं
दादा-परदादा
पूर्वज, पितर, बड़े बूढ़े, बुजु़र्ग, पुरखे
दादह
दिया हुआ, दिया गया, दान किया
दाद होना
तारीफ़ और प्रशंसा होना, अभिवादन और अभिनन्दन प्राप्त होना
दिह-दार
ज़मीन के मालिक, सरकारी आदमी
बाप दादा तक पहुँचना
(किसी के) बाप दादा को बुरा-भला कहना, पुरखों को गालियां देना
बाप दादा की हड्डियाँ बेचना
स्वयं कुछ न करना, केवल बाप-दादा की ख्याति से लाभ उठाने का प्रयत्न करना
पर-दादा
प्रपितामह, पिता का दादा, दादा का बाप
पड़-दादा
परदादा, दादा के पिता, पिता के दादा
सकड़-दादा
दादा का दादा, परदादा का बाप
लकड़-दादा
पितामह के पितामह, पिता के परदादा, दादा का दादा
सगड़-दादा
दादा का दादा, परदादा का बाप
हमाहिमी दादा ने घी खाया हमारा हाथ सूँघो
हमारी दादी ने घी खाया अलख
बाप-दादा का होना
बुज़ुर्गों का माल होना, परिवार का स्वामित्व होना, ख़ानदानी मिल्कियत होना
हल्वाई की दुकान दादा जी की फ़ातिहा
ग़ैर के माल के बे दरेग़ ख़र्च करने के मौक़ा पर बोलते हैं, अपनी गिरह से कुछ ना निकाले मगर दूसरे के माल को पढ़ पढ़ कर सिर्फ़ करे
बाप दादा तक जाना
(किसी के) बाप दादा को बुरा-भला कहना, पुरखों को गालियां देना
बाप-दादा की कमाई
पैतृक धन, पुर्वजों की संपत्ति
दाद-ए-'ऐश देना
अत्यधिक मज़े उड़ाना, विलासिता में लिप्त होना, अवैध विलासिता में जीवन व्यतीत करना
नानी के टुकड़े खावे दादा का पोता कहलावे
लाभ कहीं से उठाए और सेवा किसी की करे, ख़र्च कोई करे नाम किसी का हो अथवा करे कोई भरे कोई
नाना के टुकड़े खाए दादा का पोता कहलावे
रुक : नानी के टुकड़े खाए अलख, फ़ायदा कहीं से उठाए और ख़िदमत किसी की करे, मेहनत कोई करे राहत कोई पाए
नाना-दादा
परिवार के बुजुर्ग, पूर्वज
बाप-दादा
पूर्वज, पुरखे, पूर्वपुरुष, बड़े बूढ़े, पीढ़ी, नस्ल, ख़ानदान
हलवाई की दुकान पर दादा-जी की फ़ातिहा
पराए माल को अपना समझ कर अंधाधुंध व्यय करना, दूसरे के धन पर मज़े उड़ाना
खाएँ नाना के रोटी कहलाएँगे दादा के पोते
एहसान कोई करे नाम किसी का हूहक़ नाशिनास, एहसान फ़रामोश
खाए नाना का, कहलाए दादा का
लाभ किसी से उठाए और नाम किसी का हो
दाई हो मीठी, दादा हो मीठा तो स्वर्ग कौन जाए
जहाँ हर तरह का काम हो उस जगह को नहीं छोड़ा जाता
अच्छा बाप दादा का नाम निकाला
वंश को बदनाम किया, बाप दादा का सम्मान मिट्टी में मिला दिया
बाप दादा का नाम डुबो देना
ख़ानदान की इज़्ज़त को बट्टा लगाना, मर्यादा को नष्ट करना, बुरे कामों से बाप दादा को बदनाम करना, कलंकित करना
बाप-दादा का नाम डूब जाना
ख़ानदान की इज़्ज़त जाते रहना, ख़ानदान का निशान बाक़ी न रहना, ख़ानदान ख़त्म हो जाना, ख़ानदान में किसी मर्द का ज़िंदा न रहना
बाप-दादा का नाम ख़राब करना
ख़ानदान की इज़्ज़त बर्बाद करना, ख़ानदान को धब्बा लगाना, परिवार को कलंकित करना
बाप दादा का नाम रौशन करना
ख़ानदान को चार चांद लगाना, परिवार का गौरव या सम्मान बढ़ाना, (व्यंग्य) ख़ानदानी इज़्ज़त को बट्टा लगाना
खाएँ नाना के टुकड़े कहलाएँगे दादा के पोते
एहसान कोई करे नाम किसी का हूहक़ नाशिनास, एहसान फ़रामोश
कब दादा मरेंगे कब बैल बटेगा
रुक : कब बाबा मरे कब बैल बट्टे