खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"ढोर मरे न कव्वा खाए" शब्द से संबंधित परिणाम

ढोर मरे न कव्वा खाए

फ़ुज़ूल उम्मीद के मौक़ा पर कहते हैं

जो कोसत बैरी मरे और मन चितवे धन होय, जल माँ घी निकसन लागे तो रूखा खाए न कोय

अगर कोसने से शत्रु मर जाए, इच्छा से धन प्राप्त हो और पानी से घी निकले तो कोई रूखी न खाए

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में ढोर मरे न कव्वा खाए के अर्थदेखिए

ढोर मरे न कव्वा खाए

Dhor mare na kavvaa khaa.eڈھور مَرے نَہ کَوّا کھائے

कहावत

ढोर मरे न कव्वा खाए के हिंदी अर्थ

  • फ़ुज़ूल उम्मीद के मौक़ा पर कहते हैं

ڈھور مَرے نَہ کَوّا کھائے کے اردو معانی

  • فضول امید کے موقع پر کہتے ہیں

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (ढोर मरे न कव्वा खाए)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

ढोर मरे न कव्वा खाए

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone

Recent Words