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नज़र अपनी-अपनी है

अपना-अपना विचार है, अपना-अपना आकलन और अनुमान है, अपना-अपना दृष्टिकोण है

अपनी अपनी समझ है

बहुत अहमक़ हो, (किसी की नासमझी, ख़ामख़याली या कजफ़हमी पर बतौर हुस्न कलाम या तजाहुल आरिफ़ाना

पड़ी है अपनी अपनी

अपनी पड़ी है

अपनी ही फ़िक्र और चिंता है, स्व चिंतन और स्वार्थी है

अपनी-अपनी नज़र

किसी को कुछ पसंद है किसी को कुछ, किसी की कुछ राय है किसी की कुछ

कुछ अपनी ख़बर है

क्या अपनी स्थिति का एहसास है

अपनी मस्लहत हर शख़्स ख़ूब जानता है

हर व्यक्ति अपनी उत्तमता को समझता है, हर व्यक्ति अपनी कमज़ोरियाँ या कठिनाइयाँ अच्छी तरह जानता है

वो अपनी ख़ुशी का है

किसी का कहना नहीं मानता

अपनी बड़ाई अपने हाथ है

अपनी 'इज़्जत अपने हाथ में है, मनुष्य की प्रतिष्ठा एवं सम्मान उसके अपने हाथ में होता है

फ़क़ीर अपनी कमली ही में मस्त है

ग़रीब थोड़े ही सामान में प्रसन्न है

गाँडू हाथी अपनी फ़ौज को मारता है

(फ़हश) उस की निसबत कहते हैं जो मुक़ाबले में हरीफ़ों को पीठ दिखा कर भाग जाये और अपने ही साथीयों को नुक़्सान पहुंचाए

कुत्ता भी अपनी गली में शेर होता है

अहने इलाक़े में हर शख़्स की जुर्रत बढ़ जाती है , हिमायतों को देख कर सब के हौसले बढ़ जाते हैं, अपने ठिकाने पर मौजूद हो तो इंसान का हौसला बढ़ा हुआ होता है

अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है

अपने क्षेत्र में हर व्यक्ति की बहादुरी और साहस बढ़ जाता है, समर्थन मिलने पर कायर भी बहादुर हो जाता है (ऐसे व्यक्ति के लिए बोलते हैं जो दूसरे की हिमायत के बल पर धमकाए या ऐंठे

चाँद पर ख़ाक डालने वाला अपनी आँखें मलता है

रुक : चांद पर ख़ाक डालो तो अपने मुनक्का पर पड़े

सुनार अपनी माँ की नथ में से भी चुराता है

सुनार अपनी माँ को भी ठग लेता है फिर औरों की तो बात ही क्या

साँप सब जगह टेढ़ा चलता है , अपनी बांबी में सीधा जाता है

दूसरों के साथ बरी तरह पेश आता है, अपनों से अच्छा सुलूक करता है, अपनों से चालाकी या हेराफेरी ना करना

पराई जेब से अपनी जेब में धरना मुश्किल है

दूसरे से पैसा प्राप्त करना कठिन है

वो आप ही अपनी नज़ीर है

कोई दूसरा वैसा नहीं है, इस जैसा कोई नहीं

हाथी अपनी हथयाई पर आ जाए तो आदमी भुंगा है

हाथी अगर अपनी ताक़त का इस्तिमाल करे तो आदमी इस के आगे क्या चीज़ है, ज़बरदस्त अगर किसी को तंग करना चाहे तो कमज़ोर कुछ नहीं करसकता

दस्तार और गुफ़्तार अपनी ही काम आती है

अपने हाथ से अपनी पगड़ी (दोपट्टा) बांधना चाहिए और अपनी बात ख़ुद ही कहना मुनासिब है दोसे के ज़रीये दोनों ठीक नहीं क्यों कि अपनी बात या मतलब को जैसे ख़ुद कह सकता है इस तरह दूसरे से अदा नहीं हो सकता

ज़ालिम अपनी क़ब्र आप खोदता है

ज़ालिम अपनी मौत आप बुलाता है, ज़ालिम ज़ुलम की सज़ा पाएगा

रात तो अपनी अपनी है

फ़ुलां वक़्त या काम तो अपना है, ये वक़्त तो क़ाबू का है

जिसने अपनी टोपी उतारी वो दूसरे की उतारते कब डरता है

वह जो अपने सम्मान की परवाह नहीं करता, वह दूसरों के सम्मान की परवाह कब करेगा

हाथी अपनी हथयाई पर आवे तो आदमी भुंगा है

हाथी अगर अपनी ताक़त का इस्तिमाल करे तो आदमी इस के आगे क्या चीज़ है, ज़बरदस्त अगर किसी को तंग करना चाहे तो कमज़ोर कुछ नहीं करसकता

रात अपनी है

फ़ुर्सत काफ़ी है

जब अपनी उतार ली तो दूसरे की उतारते की लगता है

बेहया दूसरे को ज़लील करने से नहीं हिचकिचाता

पहले अपनी ही दाढ़ी की आग बुझाई जाती है

पहले अपने लाभ की बात की जाती है फिर दूसरे का ख़याल आता है

अपनी 'अक़्ल और पराई दौलत बड़ी मा'लूम होती है

हठधर्म व्यक्ति अपने को दूसरों से अच्छा और ईर्ष्या और डाह में दूसरों को अपने से अधिक धनवान समझता है

अपनी पत अपने हाथ है

अपनी 'इज़्जत अपने हाथ में है, मनुष्य की प्रतिष्ठा एवं सम्मान उसके अपने हाथ में होता है

अपनी बात अपने हाथ है

मनुष्य को स्वंय अपने सम्मान का ध्यान एवं लिहाज़ करना चाहिए, दूसरे को इस बात का अवसर न दे कि वह उसका तिरस्कार करे

अपनी गिरह का क्या जाता है

अपनी क्या हानि होगी, अपनी कोई हानि नहीं है

अपनी-अपनी सब गाते हैं

सब अपनी कहना चाहते हैं, कोई दूसरों की सुनना नहीं चाहता

सब अपनी गों के यार होते हैं

सब अपने मतलब के होते हैं

पत्थर अपनी ही जगह भारी होता है

इंसान की वक़ात अपनी जगह या मुक़ाम पर ही होती है

ख़ुदा के हाँ से जवाब हो चुका अपनी ख़ूशी जीते हैं

(ज़िंदगी के दिन पूरे हो गए हैं) नाउम््ीदी की हालत में ज़िंदगी बसर करना

अपनी लिट्टी पर सब आग रखते हैं

हर एक अपने लिए प्रयास करता है, अपनी रोटी सब सेंकते हैं अर्थात सब अपना स्वार्थ देखते हैं

अपनी दाढ़ी सब बुझाते हैं

अपनी मूर्खता को सब छुपाते हैं

अपनी ग़रज़ को गधे चराते हैं

अपनी ज़रूरत या फ़ायदे के लिए घटिया से घटिया काम करना पड़ता है

लोहा करे अपनी बड़ाई, हम भी हैं महा देव के भाई

योग्यता साधारण दावा बहुत बड़ा

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में नज़र अपनी-अपनी है के अर्थदेखिए

नज़र अपनी-अपनी है

nazar apnii-apnii haiنَظَر اَپنی اَپنی ہے

वाक्य

नज़र अपनी-अपनी है के हिंदी अर्थ

  • अपना-अपना विचार है, अपना-अपना आकलन और अनुमान है, अपना-अपना दृष्टिकोण है

English meaning of nazar apnii-apnii hai

  • have their own opinion, have their own point, have their own ideology

نَظَر اَپنی اَپنی ہے کے اردو معانی

  • اپنا اپنا خیال ہے، اپنا اپنا اندازہ اور تخمینہ ہے، اپنا اپنا نظریہ ہے

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