खोजे गए परिणाम

सहेजे गए शब्द

"सुब्ह का नाम नहीं लेते" शब्द से संबंधित परिणाम

सुब्ह का नाम नहीं लेते

सुब्ह को नाम नहीं लेते

सुबह को निहार मुँह किसी कंजूस का नाम लेना बुरा समझा जाता है

रात को नाम नहीं लेते हैं

सुब्ह ही सुब्ह ख़ुदा का नाम लो

सुबह को कोई झूट बोले तो कहते हैं

आज सुब्ह किस कंजूस का नाम लिया था

सुबह को पहली बार किस अभागे का नाम मुंह से निकला था कि दिन भर भूखा रहना पड़ा

खिलाए का नाम नहीं, रुलाए का नाम हैं

हसन-ए-सुलूक और हसन-ए-ख़िदमत की कोई दाद नहीं देता मगर बुरी बात की फ़ौरन गिरिफ़त हो जाती है

खिलाए का नाम नहीं , रोलाए का नाम है

शाम का भूला सुब्ह को आए तो उसे भूला नहीं कहते

जो आदमी थोड़ी सी ठोकर खाकर सँभल जाए तो उसे रास्ते से भटका हुआ नहीं समझना चाहिए

सुब्ह का भूला शाम को आए तो उसे भूला नहीं कहते

सुब्ह का भूला शाम को घर आए तो उसे भूला नहीं कहते

अगर आदमी ग़लती के बाद उसे महसूस करे और राह-ए-रास्त पर आ जाये तो क़ाबिल माफ़ी है

सुब्ह का भटका शाम को घर आए तो उसे भूला नहीं कहते

अगर आदमी ग़लती के बाद उसे महसूस करे और राह-ए-रास्त पर आ जाये तो क़ाबिल माफ़ी है

सुब्ह का भटका शाम को घर आए तो उसे भूला नहीं कहना चाहिए

अगर आदमी ग़लती के बाद उसे महसूस करे और राह-ए-रास्त पर आ जाये तो क़ाबिल माफ़ी है

सुब्ह का भूला शाम को घर आए तो उसे भूला नहीं कहना चाहिए

अगर आदमी ग़लती के बाद उसे महसूस करे और राह-ए-रास्त पर आ जाये तो क़ाबिल माफ़ी है

सुब्ह का भोला शाम को घर आ जाए तो उसे भोला नहीं कहना चाहिए

मूए का कोई नाम नहीं जीते का सब कोई

जहाँ मुर्ग़ नहीं बोलता सुब्ह नहीं होती

चलती का नाम गाड़ी नहीं ईंधन

कोई चीज़ जब तक काम दे तब तक अच्छी है नहीं तो कुछ भी नहीं

सुब्ह की न-न अच्छी नहीं

दुकानदारों का बोली: सुबह चीज़ ज़रूर बेच लेनी चाहिए

सुब्ह का सफ़ेदा

मिट्टी का घड़ा भी ठोंक बजा कर लेते हैं

हर चीज़ चाहे कितनी ही कम क़ीमत क्यों न हो पूरी सावधानी से और देख-भाल करके लेना चाहिए, जो काम भी करना चाहिए सोच समझ कर करना चाहिए

सुब्ह का सपेदा

सुब्ह-ओ-शाम का मेहमान

सुब्ह-ओ-शाम का होना

मरने के क़रीब होना

सुब्ह का सितारा

सुब्ह का चराग़

सदा नाम साईं का

रुक : सदा रहे नाम अल्लाह का

नाम हीरा मल-दमक कंकर सी भी नहीं

नाम अच्छा है मगर गुण अच्छे नहीं हैं, नाम बड़ा और दर्शन छोटे

सुब्ह किस का मुँह देखा था

आज सुब्ह किस कंजूस का मुँह देखा था

सुबह को पहली बार किस अभागे का नाम मुंह से निकला था कि दिन भर भूखा रहना पड़ा

कुछ लेते हो, कहा अपना काम क्या है, कुछ देते हो, कहा यह शरारत बंदे को नहीं आती

लेने को तैयार, देने से नकारना

सुब्ह किस का मुँह देखा था

जब कोई काम बिगड़ जाये या खिलाफ-ए-मर्ज़ी हो या कोई नागहानी सदमा पहुंचे तो ये फ़िक़रा कहते हैं, मतलब ये होता है कि सुबह जागने के बाद सब से पहले किस मनहूस के चेहरे पर नज़र पड़ी थी जिस की नहूसत का ये असर हुआ है

रहे नाम साईं का

लुटे गाँवों का क्या नाम

जो राज फ़ना हो कर तहस नहस हो गया इस का क्या नाम-ओ-निशान बताया जाये, जो मिट गया इस का ज़िक्र ही किया

नाम पीरों का खाएँ मुजाविर

उस मौक़ा पर बोलते हैं जब कोई दूसरे के नाम से अपना मतलब निकालता है

आज सुब्ह किस का मुँह देखा था

शाम का सुब्ह करना

रात बसर करना, रात गुज़ारना

नाम का डंका बजाना

नाम को शौहरत देना, नेक-नाम करना, चर्चा करना

नाम का डंका बजना

भूईं बिस्वा भर नहीं नाम पृथ्वी पालक

ज़मीन ज़रा क़बज़े में नहीं नाम ज़मीन का पालने वाला, बरअक्स नहंद नाम ज़ंगी काफ़ूर

नाम-का

ऐसे चुने हुए या विशिष्ट लोगों के नामों की सूची, जिनमें से किसी विषय के विचार या विवेचन के लिए कुछ लोग छाँटकर अलग किये जाने को हों

नाम का झंडा उड़ाना

(तंज़न) नाम का चर्चा करना, नाम उजालना, नेक-नामी के साथ मशहूर करना (अपने के साथ मुस्तामल)

देने के नाम कुंडी भी नहीं देते

बहुत कंजूस हैं

लाड का नाम भंबार ख़ातून

चाओ चोचले से औलाद अबतर हो जाती है

अस्सी बरस का झड्डू नाम मियाँ मा'सूम

बूढ़ा हो गया और बच्चों की सी हरकतें करता है

मुँह में दाँत नहीं और नाम मेरा ख़दीजा ख़ानम

हक़ीक़त कुछ नहीं और मिज़ाज बड़ा

नाम का 'आशिक़ होना

नाम से मुहब्बत होना, हद दर्जा मुहब्बत होना, बहुत चाहना

जनम का अंधा, नाम नैन सुख

रुक: आंखों के अंधे, नाम नैन सुख

सुब्ह का प्याला इक्सीर का निवाला

सुबह को थोड़ा सा खा लेना बहुत मुफ़ीद होता है

दमड़ी की हंडिया लेते हैं तो ठोक बजा कर लेते हैं

दमड़ी की हाँडी लेते हैं तो उसे भी ठोंक बजा कर लेते हैं

कोई मामूली चीज़ भी लो तो अच्छी तरह जांच कर लो , हर काम सोच समझ कर करना चाहिए

लाड का नाम भंबड़ ख़ातून

चाओ चोचले से औलाद अबतर हो जाती है

दम नहीं बदन में, नाम ज़ोर-आवर-ख़ाँ

बहुत दिखावा करना, शरीर में शक्ति नहीं परंतु बुरा स्वभाव ऐसा है कि हर व्यक्ति से झगड़ा करते रहते हैं

नाम का उम्मीद-वार होना

इज़्ज़त-ओ-शौहरत की उमीद करना, इज़्ज़त-ओ-शौहरत चाहना

कहीं का नहीं

आवारा है, बे ठिकाना है, बर्बाद, नामुराद है

ज़िंदगी ज़िंदा दिली का नाम है

(नासिख़ का मिसरा ग़लत तरह से बतौर मक़ूला मशहूर-ओ-मुस्तामल) आदमी को हंस बोल के ज़िंदगी गुज़ारना चाहीए

सच्चा नाम ख़ुदा का

ख़ुदा के सिवा कोई सच्चा नहीं

तेरे नाम का कुत्ता भी नहीं पालना

इंतिहाई तहक़ीर-ओ-तनफ़्फ़ुर का इज़हार है

आते का नाम सहजा , जाते का नाम मुक्ता

ना आने की प्रसन्नता और ना जाने का दु:ख, ना आते को रोकना ना जाते को पकड़ना

बदन में दम नहीं नाम ज़ोर-आवर

क़ौल-ओ-अमल या किरदार और नाम में तज़ाद है

नाम का एक

हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में सुब्ह का नाम नहीं लेते के अर्थदेखिए

सुब्ह का नाम नहीं लेते

sub.h kaa naam nahi.n leteصُبْح کا نام نَہِیں لیتے

वाक्य

صُبْح کا نام نَہِیں لیتے کے اردو معانی

  • کنجوس کے متعلق کہتے ہیں کہ نام لینے سے کھانا نہیں ملتا

संदर्भग्रंथ सूची: रेख़्ता डिक्शनरी में उपयोग किये गये स्रोतों की सूची देखें .

सुझाव दीजिए (सुब्ह का नाम नहीं लेते)

नाम

ई-मेल

प्रतिक्रिया

सुब्ह का नाम नहीं लेते

चित्र अपलोड कीजिएअधिक जानिए

नाम

ई-मेल

प्रदर्शित नाम

चित्र संलग्न कीजिए

चित्र चुनिए
(format .png, .jpg, .jpeg & max size 4MB and upto 4 images)
बोलिए

Delete 44 saved words?

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा

Want to show word meaning

Do you really want to Show these meaning? This process cannot be undone

Recent Words