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रिसाई

दुख और मौत से संबंधित, शोकयुक्त

ज़र्फ़

बर्तन

तिहाई

किसी वस्तु के तीन समान भागों में कोई एक भाग, तीसरा अंश, भाग या हिस्सा, तीसरा हिस्सा

ला'नत

धिक्कार, फटकार, भर्त्सना, अभिशाप, शाप

क़हर ढाना

किसी के लिए संकट पैदा करना, संकटग्रस्त बनाना, किसी पर कोई आफ़त लाना, ज़ुल्म करना, क़हर तोड़ना

मज़दूर

शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर

चले न जाए आँगन टेढ़ा

काम में कुशल न होने पर दूसरे पर आरोप मढ़ना

आगे नाथ न पीछे पगा

जिसके आगे-पीछे कोई न हो, जिसका अपना कोई न हो, असहाय, लावारिस, अकेला

साहिर

जादूगर, वह व्यक्ति जो जादू दिखाता हो

कुड़माई

शादी के पूर्व रिश्ता पक्का करने के लिए की जाने वाली रस्म, सगाई, शादी तै करना, रिश्ता करना

नज़र-भर देखना

भरपूर नज़र से देखना, ग़ौर से देखना, ध्यान से देखना

ख़्वाजा-ताश

एक स्वामी के दास, जो आपस में ख्वाजःताश कहलाते हैं

मैया

कृपा, करुणा, तरस, ममता, दया

क़फ़स

(पक्षियों का) पिंजरा, कबूतरों का दरबा जो बाँस की खपच्चियों से बनाते हैं

हुस्न-ए-तलब

माँगने का अच्छा ढंग, कोई चीज़ इशारे इशारे में माँगना, ऐसे ढंग से चीज़ माँगना कि देने वाला देते हुए ख़ुशी महसूस करे

बसर

गुज़ारा, निर्वाह, जीवन-यापन, जीविका, निबाहना

बसर-औक़ात

जीवनानिर्वाह का अवलंब, जीवन का सहारा, जीविका साधन, आजीविका, वृत्ति, रोजी, रोजगार

मुंतशिर

बिखरा हुआ, छितरा हुआ, फैला हुआ, तितर-बितर, बिखरने वाला, फैलने वाला

पिनक

अफ़ीमची की वह अवस्था जिमसें वह नशे की अधिकता के कारण सिर झुकाकर बैठे रहने की दशा में बेसुध या सोया हुआ सा रहता है, अफ़ीम के नशे में ऊँघना, अफ़ीम के नशे में धुत्त, अफ़ीम की झोंक

आँख ओट पहाड़ ओट

जो वस्तु आँख के सामने न हो यदि वह निकट हो तब भी दूर है

"प्राणीविज्ञान" टैग से संबंधित शब्द

"प्राणीविज्ञान" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची

अख़्यल

(प्राणीविज्ञान) एक काला रंग का परिंदा जिसके परों पर हरा, लाल, सफेद और काले रंग के तिल होते हैं, सर्द, लटूरा

'अदीम-उद-दिमाग़

(हैवानात) बगै़र दिमाग़ का, जिस के सर में भेजा ना हो

'अदीमत-उल-अज्निहा

(हैव इनयात) जानवरों की वो क़िस्म जिन के बाज़ू नहीं होते (इन में पुसू वग़ैरा शामिल हैं)

'अदीमत-उल-असनान

(जीव-विज्ञान) वो जानवर जिनके दाँत नहीं होते, पोपले जानवर जो अपनी लंबी नोकदार और लेसदार ज़बान को मुँह से बाहर निकाल कर कीड़े मकोड़ों का शिकार करके खाते हैं

'अदीमतुर्रास

बिना सर का, वह जानवर जिनके सर न हों, चपटे गलफड़े वाले जानवर

'अर्शी-दिमाग़

(हैव इनयात) पेश दिमाग़ का एक हिस्सा जो नियम करों के पीछे होता है, (अंग :phalcon thalamenef)

'अर्सा-ए-शितविय्यत

(हैव इनयात) जाड़े का वो ज़माना जिस में जानवर है हिस पड़े या सोते रहते हैं और ख़ुराक वग़ैरा के लिए भी बाहर नहीं निकलते

'आतिफ़-जिस्मे

(प्राणीविज्ञान) झुका हुआ शरीर

'आनी-कमान

(प्राणीविज्ञान) श्रोणी मेखला या चाप

'आनी-घेरा

(प्राणीविज्ञान) श्रोणी मेखला या चाप

'आनी-हल्क़ा

(जीवविज्ञान) श्रोणी मेखला या चाप

इफ़राज़

(नबातात-ओ-हैव इनयात) जज़ब या ज़म होने के बाद ग़िज़ा से बने हुए तमाम मादों को उन के मर्कज़ (रगों या रेशों) में पहुंचाने का निज़ाम या अमल, जिस्म नबाती-ओ-हैवानी में ग़िज़ा से बना हुआ माद्दा

'इल्म-उल-हयात

वह ज्ञान जो जीवित चीजों और जान-दारों (पौधों और जानवरों) के शरीर की संरचना और उसके विकास की चर्चा की जाती है, जीवशास्त्र, जीव-विज्ञान

इस्रेली

(हैवानात) गिरगिट की वज़ा का एक कीड़ा जो ज़मीन से चिमटा रहता और हुआ खा कर साँप की तरह दम मिराता है, (सर उठा ने पेट झुकाए आहिस्ता आहिस्ता हुआ चलने लगता है. ग़िज़ा और पानी ना मिले तो सिर्फ़ हुआ से जीता है

उपासम

(हैव इनयात) उड़ने वाले और दूध पिलाने वाले जानवरों के बैन-बैन मगर थैलीदार जानवरों की एक क़िस्म जिन की माद्दा ग़ैर पुख़्ता बच्चा जन्नती है और वो इस के पेट में लगी हुई थैली में रहता है और जब तक पुख़्ता नहीं हो जाता माँ छातीयों से दूध निचोड़ कर इस के मुँह में चौहती रहती है

कुंद-घेरा

(हैव इनयात) हडीयों के घेरे जो धड़ के किनारों पर बतनी जानिब के मोटे अज़लात के पास होते हैं और मा फ़िक़्रों के (जो कि हर दो के बालाई किनारों के दरमयान होते हैं) जिस्म को घेर लेते हैं उन्हें कोला घेरा भी कहते हैं

क़र्न

एक के बाद दूसरा गिरोह नीज़ नसल

क़रनी

सख़्त, ठोस (सींग की तरह)

क़रनी-दाँत

(हैव इनयात) कड़े और नुकीले दाँत, टेढ़ा नोकीला दाँत

क़ा'र

कुंएं की थाह, कुनें या दरिया आदि की गहराई, थाह, गहराई, बड़ा गड्ढा, गहराई, गंभीरता, आंत की नाली और शारीरिक दीवार की मद्ध्यम जगह, पेट या शरीर के और किसी अंदरूनी अंग का निचला भाग

क़ालिब

आकार, रूप, किसी वस्तु का ढांचा, सांचा, टीन या लकड़ी का वह गोल ढांचा जिस पर चढ़ाकर टोपियाँ दुरुस्त की जाती हैं

क़ित'अ-दार

(वनस्पति और जीव) पर्दादार, ख़ानादार, जिसमें पर्दे हों

क़ित'अ-बंदी

अलग-अलग टुकड़ों में विभाजित करना, विभिन्न भागोंं में विभाजित करना

क़िर्बा

पानी या दूध भरने की मश्क, भस्त्री

क़ीफ़

बोतल आदि में तेल आदि उँडेलने का यंत्र, कीप।

ख़ज़ाना

निधि, आकर

ख़ैतिय्या

जीव-जंतु: रेशा-नुमा कीड़ा, तागे जैसा पतला कीड़ा, सुई कीड़ा गोल कीड़ा, ऐसा कीड़ा जिसके एक या अधिक सोते होते हैं

खुनियाली

(वनस्पति, प्राणि विज्ञान) जोड़दार, गठीला, कुहनी के समान

ख़ाकी-हिलाल

(हैवानात) हैवानीया के बैज़ा में दाख़िल होने की वजह से बैज़ा के ख़लीया माया में कुछ तबदीलीयां रौनुमा होती हैं हवानेह के दाख़िल होने की जगह की मुख़ालिफ़ सिम्त में कुछ सतही लोन बैज़ा की अंदरूनी जानिब चला आता है जिस की वजह से सतह पर ख़ाकी रंग का एक हिलाली हिस्सा नुमायां होजाता है जिसे ख़ाकी हिलाल कहते हैं

गुज़ारा-राशन

(जीव विज्ञान) खाने की उस मात्रा का नाम जो किसी जानवर को उस समय तक खिलाया जाता है जब वह कोई काम न करता हो और न ही उस से कोई पैदावार प्राप्त हो रही हो

गरदिंदा

(जन्तुविज्ञान और वनस्पति विज्ञान ) जो किसी सहारे पर आज़ादी से इधर उधर या ऊपर नीचे हरकत कर सके

गाभ

किसी चीज का मध्य भाग।

ग़ारत-गर

(पषु) वो जानवर जिनकी जिविका शिकार पर हो, शिकारी जानवर

गिर्द-ए-लहम

(हैव इनयात) सींगी या कातीनी ख़ौल या पोशिश जिस से आबी हैवानों के नरम हिस्से अक्सर ढके रहते हैं

ग़िलाफ़

आवरण, किसी चीज़ पर चढ़ाया गया कवर

गोशक

(प्राणिविज्ञान) बाह्य कान का चौड़ा ऊपरी भाग

छूनी

मस करने का उज़ू या आला , (हैव इनयात) कीड़ों का वो उज़ू जिस से वो चीज़ों को मस करते हैं कीड़ों की मांड या मूंछ

ज़नब-उल-हय्या

(हैव इनयात) जिन्स हैव इनयात शोकी अलजलद (ख़ारदार जानवर) की एक सिनफ़

ज़नबिय्या

(हैव इनयात) दमदार जानवर

जुफ़ता

बाल जो अक्सर जवाहरात में होता है

ज़ेर‌‌‌‌-ए-दहन

जीव-जंतु: मूंह के अनदरूनी ढाँचे का भाग या नीचे का हिस्सा

ज़ू-हवाफ़िर

(प्राणीशास्त्र) ऐसे जानवर जिनके खुर होते हैं

जाग़नोल

कुदाल, कुदाली, लोहे का एक यंत्र

ज़ानू-दार

(प्राणीविज्ञान और वनस्पतिविज्ञान) जोड़दार, गाँठदर, गिरहदार

जासिमा

(हैव इनयात) अड्डे पर बैठने वाले बरनद, उन्हें अक्सर उस्फ़ूर ये भी कहते हैं कीवनका ये उस्फ़ूर या गोरिया से ज़्यादा मुशाबेह होते हैं, ये नाम उन परिन्दों के लिए इस्तिमाल होता है जिन के पैर ना तो सुबह हा की मानिंद झिल्लीदार और ना शिकारी चिड़ियों की तरह मज़बूत होते हैं, उन के पैरों में चार चार अंगूठे होते हैं, तीन सामने और एक पीछे, उन की मदद से ये दरख़्तों पर बैठ सकते हैं

जिराब

(प्राणिविज्ञान) अंडाशय में मौजूद द्रव-थैलियों (follicles) का सुरक्षा कवच या अवरण

जिल्यिन

वो असली माद्दा तुख़्म जिस से नबातात (हैवानात) की तुख़्म रेज़ि होती है

ज़ी-मफ़ासिल

(पशु) जीवधारी जिसके शरीर के विभिन्न भागों के मध्य जोड़ हों, जोड़दार

ज़ी-हलक़ात

(प्राणी विज्ञान) घेरेदार शरीर वाला जानवर

जोड़-पा

(हैव इनयात) रुक: जोड़ पाया

जोड़-पाई

(हैव इनयात) जोड़पा (रुक) से मंसूब या मुताल्लिक़

ज़ौरक़ी

(हैव इनयात) कशती नुमा (कोई उज़ू या पौदे का हिस्सा), कशती नुमा हड्डी जो हाथ या पैर में होती है

झालर-दार-सिरा

(हैव इनयात , नबातीयात) वो ज़ाइद या सिरा जो बालदार या रेशादार हो जिस के इर्दगिर्द या हाशीए पर बाल या रेशा हो (अंग: Fimbriated end)

टेलियौस्टोमाई

(हैव इनयात) रुक : टेलेवस्ट

टेलीविस्ट

(हैव इनयात) ऐसी मछलियां जिन का ढांचा हडीयों पर मुश्तमिल होता है

डेलटाई

(हैव इनयात) मेंडक की बाज़ू हड्डी जिस के दोनों सिरे फूओले होते हैं और अंदरूनी जानिब एक उभार होता है जो कुहनी उभार कहलाता है इन तीनों की मदद से वो हाथ को उठाता है

डाल देना

फेंक देना, गिरा देना, रख देना, शामिल करना, वृद्धि करना, छोड़ देना

तुख़्म-दान

(हैव इनयात) जिस्म के अंदाज़ वो थैली जिस में अंडे या तौलीदी जर सौम़्य होते हैं, बैज़ा दान कैसा-ए-करम मनी, सा-ए-तुख़्म

तूना

स्तुति करना

तुफ़ैली-तताबुक़

(हैव इनयात) वो अमल जिस के ज़रीये कोई हैवान ख़ुद को दूसरों के माहौल के मुताबिक़ बना लेता है

तबली

ढोल-जैसा, ढोलनुमा, जलंधर की एक किस्म जिसमें पेट ढोल की तरह बजता है।

तरकीब-ए-आ'ज़ा

(हैवानात) हैवानात का मुख़्तलिफ़ आज़ा से मुरक्कब होना, आज़ा की साख़त

त्रिबेनी

त्रिवेणी

तल्बीब

चिकित्सा: फलों के गूदे को निचोड़ कर छानने की क्रिया, गूदे की लिपटी बनाना

तूली-मीज़ाब

(जानवरों से संबंधित) घूंगियों आदि की लंबी नाली या नलकी जिनसे वो खाना प्राप्त करते हैं

तूली-वरीद

(हैव इनयात) वो वरीद जो हशरात के परों की लंबाई में दौड़ती है

ता'ज़ील

(हैव इनयात) अलग होना, अलैहदगी, जुदाई, तन्हाई, तन्हा रखना. अंग: Segregation का तर्जुमा

तीखी-भाल

(नबातीयात, हैव इनयात) सितारी नुमा, सितारी की शक्ल का, अंग : Subulate

तौलीद-ए-मिस्ल

(हैव इनयात) किसी जिन्स से इसी जैसी जिन्स की पैदाइश, अपनी ही जैसी जिन्स को पैदा करना

दंदानिय्यत

(हैव इनयात) हैवानों के दाँतों की मख़सूस तर्तीब

दुम-पारा

(जीवविज्ञान) जानवर जो चलने के लिए पूछ का प्रयोग टांगों की तरह करते हैं

दवाँ-'असब

(हैव इनयात) दिमाग़ की एक छोटी और पतली रग जो दिमाग़ के ज़ुहरी जानिब, बस्री फ़स्स और दमेग़ के दरमयान से निकलती है, उसे ट्राकलेर (चर्ख़ी नुमा) भी कहते हैं

दहलीज़

चौखट की दहल के नीचे पत्थर या लक्ड़ी की पट्टी, डेयुढ़ी

नक़्क़ाली

किसी दूसरे की नक़ल करना, नक्ल का काम-भाँड़ों का काम, बहुरूपिये का काम, भांडपन, अनुकरण

नख़ुज़-पा

(हैव इनयात) झींगा मछली में दम पारा का एक बहुत छोटा बारीक हिस्सा जो आगे को निकला होता है पांव का जोड़, हुर क़ुफ़्फ़ा

नख़ुज़-हैवान

(हैव इनयात) रुक : नख़ज़ हवीना, इबतिदाई यक ख़लवी जानदार, हैवानात इबतिदाई (जो एक ख़लीए के हूँ) (अंग : Protozoa)

नब्ज़

नाड़ी, शिरा, रोग निदान के लिए देखी जानेवाली नाड़ी, चिकित्कसा: लाई की वो रग जो हरकत करती रहती है, नाड़ी, नाड़ी की हरकत या गति, दिल की धड़कन या ख़ून की हरकत,

नबाताती-क़ुत्ब

(हैव इनयात) बैज़े का निचला ज़रदी माइल सफ़ैद हिस्सा जिस में ज़रदी जमा होती है (अंग : Vegetative Pole)

नबाती-जूँ

(हैव इनयात) रुक : नबाताती जूं, रूख जूं (अंग : Aphid) । मसलन जिन्स सर फुस्स की अन्वा के सर्वे नबाती जूं को अपनी ग़िज़ा बना लेते हैं

नम्दा

जीव: नमदे से मुशाबेह चीज़, रेशों आदि की बुनाई

नस्ल

(वनस्पतिविज्ञान) पशुगण, वनस्पति इत्यादि का वंश या जाति

नीम-शजरी

(हैव इनयात) क़दरे दरख़्तों पर रहने वाला, रूख बासी (जानवर) (अंग : Semi arboreal)

नील-बंदर

(हैव इनयात) एक नौ का बंदर जो निहायत वहशी और जंगली होता है और पाला नहीं जा सकता

पर्जांग

(हैव इनयात) झींगा मछली के बदन का वो हिस्सा जहां से टांगें शुरू होती हैं, ढांचा

पैराहन-दार

(हैव इनयात-ओ-नबातीयात) मुख़लिफ़, ग़लाफ़ पोश, जिस पर छिलकों की ता हो, अंग : Tunicated

पेश-आँत

(हैव इनयात) अगली आन जो इन चार हिस्सों पर मुश्तमिल है : (१) मन (२) कोताह हलक़ (३) फूला हुआ पोटा (४) पेश तजवीफ़ या सन् दाना

पेश-रुख़ी

सामने के रुख़ की , (हैव इनयात) इंसान के दिमाग़ में सामने की तरफ़ पेशानी के उभार

फ़राख़

बड़ा, उच्च, ऊँचा

बज़्र

(नबातीयात) जिन पौदों में फूल नहीं लगते इन में पैदा होने वाले तुख़्म नुमा दाने जिन के ज़रीये तौलीद होती है

बसला

(नबातीयात) प्याज़ वग़ैरा और इस से मुशाबहत रखने वाले पौदों का ज़ेर ज़मीनी बल्ब नुमा तना जिसे पहीले जड़ से ताबीर किया जाता था लेकिन अब माहिर इन नबातीयात इसे ज़ेर ज़मीनी कली या एक छोटा तना शुमार करने हैं

बाज़-पैदाइश

(प्राणि विज्ञान) नष्ट या गुमशुदा भाग के स्थान पर नये भाग उत्पन्न करने की प्रक्रिया

मुकम्मल-तक़ल्लुब

(हैव इनयात) इस किस्म का तक़ल्लुब जिस में पियो पाई हालत जाये मुकम्मल तक़ल्लुब कहलाता है

मड़ी

खेत की मुंडेर जिसमें कृषि हो, मेंढ

मे'दी-चक्की

(हैव इनयात) झींगा मछली का मादा जो दो हिस्सों, एक बड़ा उगला हिस्सा (चुकी ख़ाना) और दूसरा छोटा पिछला हिस्सा (तक़तीरी ख़ाना) पर मुश्तमिल होता है

मे'दी-रस

(हैव इनयात) ग़िज़ा को मादे में हज़म करने और उफ़ूनत को ज़ाइल करनेवाली रतूबत या अर्क़

मनविय्या-दान

(हैव इनयात) वो ख़ाना या ख़लीया जिस में मनी जमा होती है, मनवी मादर ख़लीया

मनवी-थैली

(प्राणीविज्ञान) नर का वह जननांग जिसमें वीर्य पैदा होता है, अंडकोश

मनवी-सुर्रा

(हैव इनयात) मनवी थैली, कैसा-ए- करम मनी (Spermatheca)

ममालिया

(हैव इनयात) दूध पिलाने वाले जानवर, थन रखने वाले जानवर

मुरक्कब-बाफ़्त

(प्राणी-विज्ञान) दो या दो से ज़्यादा बुनाई का संग्रह

मराफ़िक़ी

(प्राणीविज्ञान और वनस्पतिविज्ञान) जोड़दार, गाँठदर, गिरहदार

मलपीजी

(हैव इनयात) इतालवी माहिर तशरीह उल-आज़ा के नाम से मंसूब मलपीगी अर विक्की नालीयां

मलस्का

(हैव इनयात) लुआब नुमा जानवर , हैवानात मफ़सलीह , नरम ख़ौल वाले जानवर, क़शरीह का एक ज़ेली तबक़ा (Malarolragain)

मेलानोटिक

(हैव इनयात) स्याह सुरतान या रसूली का या उस की ख़ासीयत या अलामतें रखने वाला

मशाशी

(हैव इनयात) रेशों और तहों से बना हुआ, जालीदार, असफ़नजी या मुसामदार साख़त का, मुशब्बक

मुस्क-चूहा

(हैव इनयात) शुमाली अमरीका का बड़ा आबी पोस्तीनदार कतरने वाला जानवर जिस की दम लंबी क़शरी और कम बालों वाली होती है, पिछले पांव जुज़वी तौर पर झिल्ली वाले होते हैं इस से मशक की सी ुबो आती है, गरमोश, आबी छछूंदर, मशक मूश

मुस्तक़ीमी

(हैव इनयात) बड़ी आंत वाला या आंत के आख़िरी सिरे वाला, पिछला

मस्तूरी

छिपाव, दुराव, पोशीदगी, प्रतीकात्मक: पार्साई, औरत, ख़ातून

महिस्सा

(प्राणि-विज्ञान) वह संवेदनशील अंग जिसके जोड़ कीड़ों और फिशरियों के सिरों पर पाए जाते हैं और जिनसे वह टटोलते हैं, विशेषताएँ

माज़िग़

चबाने वाला, (प्राणि विज्ञान) एक मांसपेशी

मादा-पन

माद्दा होना, (हैवानात का) नीज़ निस्वानियत

मिंक़ारी-शिरयान

(हैव इनयात) एक शरयान का नाम जो ज़ुहरी शाख़ से निकलती है और मिनक़ार की तरफ़ जाती है (Rostralartery)

मिनशारी

(हैव इनयात / नबातीयात) आरे की शक्ल का, दंदानादार, सख़्त और चौड़ा (Serrate)

मियान-सदरी क़ित'अ

शरीर के मध्य भाग का एक घटक या टुकड़ा या उनमें से एक संयोजन

मीज़ाब-दार

(हैव इनयात) जोफ़दार, ख़ला वाला, थैलीयों या ख़ानों पर मुश्तमिल (अंग : Grooved)

मोरी

(ज़रूफ़ साज़ी) छोटे मुँह और बड़े पेट के औसत दर्जे के टोकरे (जिस में फल या तरकारी हिफ़ाज़त के लिए रखते हैं) का मुँह या दहाना

मोरी का रोज़न

(प्राणीशास्त्र) पक्षियों के मल-मूत्र का स्थान या छेद

यक-समामी

(प्राणीविज्ञान) जिसका एक ही (झिल्ली) या आवरण हो, एकल झिल्ली, एक वाल्व का, विशेषतः कोई रेंगने वाला

रंगीत

(प्राणीशास्त्र) गिद्ध की एक क़िस्म जिसका शरीर सफ़ेद और गर्दन पीली होती है

रद्द

वापिस करने, फेरने या मोड़ देने का अमल

रोदक

(जीव-विज्ञान) जेली फ़िश आदि खारे जल के विशेष पाचन प्रणाली रहित जीवों का आमाशय, विकसित जीवों में आमाशय की नाली

लपेट

(क्षति) ख़ुद हरीफ़ के ऊपर होने की हालत में इस के दाहिनी तरफ़ बैठ कर अपने दाहिने हाथ से इस का बाज़ू लपेट कर अपना बायां पैर उस की पुश्त की तरफ़ लंबा कर के एक दम ज़ोर से खींचते हुए पीछे मुड़ कर उसे चित्त करना और दाहिना पांव इस के सीने पर रख देना

लफ़

लपेटा हुआ, तह किया हुआ, संलग्न

लहम-माया

(हैव इनयात) बैन रख़नकी मादा जो रीशकों के दुर्मा यन होता है (अंग : Sarcoplasm)

लहम-रेशक

(प्राणीविज्ञान) गोश्त के छोटे छोटे रेशे

वुस'अ

(प्राणीविज्ञान) शरीर के किसी अंग का सामान्य से अधिक लंबा होना

वुस्लत

(हैव इनयात) नसल कुशी के लिए नर-ओ-माद्दा का मिलाप

वासिल-बाफ़्त

(नबातीयात) वो बाफ़्त जोख़शबा और लहा-ए-के दरमयान होती है

वासिल-बाफ़ी

(हैव इनयात) वासिल बाफ़्त (रुक) से मुताल्लिक़ या मंसूब, वासिल बाफ़्त का, दूसरी बाफ़ों को जोड़ने या सहारा देने वाला

शब-पसंद

शब परस्त (हैव इनयात) ऐसा जानवर या कीड़ा जो रात को ग़िज़ा की तलाश में बाहर निकलता है

शबाना

जीवजन्तु: रात को खाने की तलाश में बाहर निकलने वाला

शेर-कीड़ा

(हैव इनयात) एक वज़ा का भौंरा जिस के परों पर चती्यां या धारियां होती हैं और कीड़ों का शिकार करता है

शुशी

(हैव इनयात) पीफड़े का, शश (रुक) से मंसूब या मुताल्लिक़

शिगाफ़-ए-हैवानिया

(हीवनयात) जरासीम की बालीदगी के अमल में फ़ासिला या दूरी पर जरासीम का वजूद

शीर-आवरी

(जानवरों के शरीर में) दूध का पैदा होना

सूइया

(हैव इनयात) एक जिन्सी उज़ू जो किसी जोश या जज़्बा से हरकत में आता है

सक़्बिया

सक़िब से संबंधित (पशु) जंगली जानवरों की दोसरी नस्ल सांप आदि सूराखों या बिलों में रहते हैं

सुंदर-चूहिय्या

(हैवानात) दूओध पिलाने वाले जानवरों की एक क़िस्म जो मग़रिबी पाकिस्तान में मिलती है, माद्दा अपनी ज़िंदगी में सिर्फ़ दो दफ़ा बच्चे देती है एक झूल में सिर्फ़ एक बच्चा होता है. (लात : Sicistacon Color)

सुर्ख़-बकरा

(प्राणि विज्ञान) सिंधि बकरा, रेगिस्तानी भेड़

सूरयात

भाषाविज्ञान: शब्दों के रूपों और संरचना का अध्ययन

सल्ख़ा

(हैव इनयात) बिरछी, भाला , (कनाएन) डण् (कपड़े वग़ैरा का) , बशरे की नोक जो त्रिची कटी होती है

सल्ख़ा-नुमा

(प्राणीविज्ञान) सलाई की तरह, डंक जैसा, नुकीला

सलीबा

(हैव इनयात) आसाब मजोफ़ा, आंख के दो जोफ़दार पट्ठों का बाहम सलीब की शक्ल पर मिलना, तकातिय सलीबी

सिह-गोश्या

तीन दिशा के, तीन कोनों वाला

सींग-दार-ग़ोक

(प्राणीविज्ञान) एक प्रकार का मेंडक जिसके शरीर में काँटे जैसा उभार पाए जाते हैं

सीवन

१. सीने का काम

सोहानिया

(हैव इनयात) हैवानों की ज़बान के पिछले हिस्से में छोटे छोटे दाँतों वाला ख़मीदा शक्ल का एक उज़ू जो जबड़ों की मदद से ग़िज़ा को पीसने में मदद देता है

हज़ना-दानी

अंडे सेने की थैली

हज़री-हैवानात

(जीवविज्ञान) पशु-पक्षी जो एक जगह बैठे रहते हैं

हथेली

कलाई के आगे का चिकना और चौड़ा भाग, करतल, हाथ पर कलाई के आगे का वह ऊपरी चौड़ा हिस्सा, जिसके आगे उँगलियाँ होती हैं

हरकी-रक़्बा

(हैव इनयात) दिमाग़ के सामने के फ़स्स का वो हिस्सा जिस का ताल्लुक़ अज़लाती हरकत की इबतिदा से है, अंग : Motor Area का उर्दू तर्जुमा

हरकी-रेशा

(हैव इनयात) वो रेशा जो नख़ाई डोर से जिस्म के मुख़्तलिफ़ हिस्सों तक तहरीक ले जाता है, बतनी रेशा

हवाई-कर्तब

(हैव इनयात) वो हरकात जिन से नर माद्दा को जुफ़्ती के लिए अपनी तरफ़ माइल करता है

हवाई-ख़ाना

(नबातीयात) ख़लीए में बालाई बुरा दमा के नीचे पाया जाने वाला जोफ़ (अंग : Air Chamber)

हवाई-तनफ़्फ़ुस

(हैव इनयात) अमल-ए-तनफ़्फ़ुस जो हवा में आज़ाद ऑक्सीजन की मौजूदगी में अंजाम पाता है (आबी तनफ़्फ़ुस के मुक़ाबिल जिस में पानी में मौजूद ऑक्सीजन मछलियां या दीगर आबी जानवर गलफड़ों की मदद से जज़ब करते हैं)

हवाई-थैली

(हैव इनयात) जिस्म के वो हिस्से जिन में हुआ भरी होती है, हुआ थैली या कैसा हुआ जो बाअज़ परिन्दों या हश्रों के फेफड़ों की तौसीअ है (अंग : Air sac)

हवाई-नालियाँ

(जीव विज्ञान) रेंगने वाले किटाणुओं श्वास क्रिया के लिए सांस की नालियां जो बाहर की तरफ ख़ास जगहों पर श्वास क्रिया के द्वारा खुलती हैं

हैवान-ज़ीचे

(हैव इनयात) रुक : हैवान पोशिश

हैवानात-ए-फ़िक़री

(हैव इनयात) वो तमाम हैवानात जिन के बदन में हड्डियां या ढांचा होता है और ख़ून लाल होता है (अंग : वरटिब्रेटस - Vertebrates

हैवानात-ए-रख़वा

(हैव इनयात) बे रीढ़ के जानवर, (अंग : एन - )

हैवानात-ए-सदई

(पशु) स्तनधारी या थन वाले जानवर

हैवानिय्यात

प्राणि विज्ञान, जानवरों के व्यवहार, संरचना, शरीर विज्ञान, वर्गीकरण और वितरण का वैज्ञानिक अध्ययन

हवा-रुख़ी

(हैव इनयात) हुआ के मुताबिक़ रदि्इ अमल ज़ाहिर करने की हालत

हश्त-पाया

(हैव इनयात) जिन्स ओकटोपस में पाया जाने वाला जानवर इस के गोल जिस्म के एक तरफ़ बड़ा सासर और दूसरी तरफ़ आठ बाज़ू होते हैं ये बाज़ू जुज़वी तौर पर सर की तरफ़ से आपस में बत्तख़ के पंजों की तरह जुड़े होते हैं

हसन-ज़ाई

(जूलॉजी) महान मानव जाति के निर्माण का ज्ञान, वंश को अच्छा करने और उसमें सुधार लाने का ज्ञान

हाजिब

द्वारपाल, प्रहरी, दरबान, चोब- दार, दंडधारी, भ्रू, भौं।

हाथ

(फ़ीलबारी) हाथी की सूंड

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