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مَزدُور
اجرت پر محنت و مشقت کا کام کرنے والا، تجارت اور صنعت کے شعبوں میں جسمانی محنت کا کام کرنے والا، دوسروں کے کھیتوں میں اجرت پر کام کرنے والا، محنت فروش
آگے ناتھ نَہ پِیچھے پَگا
جس کے آگے پیچھے کوئی نہ ہو، جس کا اپنا کوئی نہ ہو، لا ولد، لاوارث، اکیلا دم
بَسَر اَوْقات
زندگی کے دن (کسی نہ کسی طرح) کاٹنے کا عمل، گزر بسر، معاش و معیشت، گزران، گزر اوقات، گزارہ، رفع ضرورت، وجہ معیشت، قوت بسری، پرورش، روٹی کا سہارا
"युद्ध" टैग से संबंधित शब्द
"युद्ध" से संबंधित उर्दू शब्द, परिभाषाओं, विवरणों, व्याख्याओं और वर्गीकरणों की सूची
अल्ग़ार
आक्रमण, तीव्र गति से रास्ता पार करके त्वरित किसी भीड़ का पहुंचना, विशेष रूप से सेना का हमला, धावा
काट लगाना
शिगाफ़ लगाना, (जंगलात) वी की शक्ल में दरख़्त के तने की खाल छील देना ताकि उस का दूध सिमट कर वहाँ आए और जम जाए
ख़फ़ीफ़-पैदावार
(जंगलात) जंगल की पैदावार जिस में लक्कड़ी और ईंधन के इलावा सब किस्म की हैवानी, नबाती और मादिनी पैदावार शामिल है
ख़ुश्क-सड़न
(जंगलात) लहड़ी में पैदा हो जांई वाली फपोनद जिस की वजह से लक्कड़ी का रंग तबदील हावजारा है इस ए से लक्कड़ी मलाईम हो जाती है और लक्कड़ी ख़ुशक हालत में भुरभुरी हो जाती है और उंगलीयों से मिलने पर आटा बिन जाती है
चक्कर
(मुर्ग़बाज़ी) आन के कोने पर गोल निशान जिसे अक्सर मिल दिल कर या आहिस्ता आहिस्ता मॉल्स करके दवाओं से ठीक किया जाता है बसूरत-ए-दीगर ये मुर्ग़ का एक ऐब शुमार होता है
चटा-पटी
पटाख़ा जो चिंगारी की तरह उड़ता और चटख़ता है और जंग में हाथियों को डरा कर भगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था
चपावली
जंग लड़ने की एक विधि (चपावल, विरोधी पर दूर से सेना के भाग को अलग करके अचानक हमला करना), छुप कर हमला करने की विधि
चर्ख़ी
(आतिशबाज़ी) बारूद भरे बाँस के टुकड़ों का गोल चक्कर या पहिया जिसे बाँस इत्यादि पर गाड़ करके आग-बगूला दिखा कर छोड़ते हैं और ऐसा मालूम होता है जैसे आग का पहिया घूम रहा है उसे पहले ज़माने में लड़ाइयों में भी प्रयोग करते थे
चोर-धज
(हर्ब-ओ-ज़रब) हरीफ़ के सामने तलवार और सुपर की आड़ लेकर खड़े होने का ढंग जिस में टांगें ख़मीदा और ऊपर का धड़ सुपर की हिफ़ाज़त में रख कर अपनी जगह से उचक कर हरीफ़ पर वार करते और अपना ठाट क़ायम रखते हैं
तबक़ाती-जंग
असमंजस की वो परिस्थिती जो गरीब और धनी वर्गों के बीच हितों के टकराव को लेकर होती है, समूहों के मध्य होने वाला युद्ध
तय्यारी की कटाई
(जंगलात) उस वक़्त की कटाई जब ख़ास दरख़्त की क़ुदरती पैदाइश मुश्किल या सुस्त हो या ज़मीन की हालत तुख़्म क़बूल करने और इस के मोलके पैदा करने के लईए नामौज़ूं हो
नेज़ा-बाज़
भाले के करतब जानने वाला, बरछी और भाला चलाना वाला, भाला धारण करने वाला, भाले से लड़ने वाला, बल्लम धारक, भालाधारी
फ़त्ह-मैदान
(हर्ब-ओ-ज़रब) ठाठ पर खड़ा हो के और उक़्वा है हो के सैफ और सुपर से लंगोट का हाथ मार कर और दाहिनी गर्दिश से काट मार के सैफ को बाएं तरफ़ ला कर और सुपर को सामने रख कर फिर ओलटा काट मार के चक्कर दे कर हाथ मुक़ाबिल लाना और चक्कर के साथ बायां पांव और सुपर आगे बढ़ा कर फिर दाहिना पांव आगे बढ़ा कर ओसी तरह से करना
मैदान
ऐसा विस्तृत क्षेत्र या भूखंड जो प्रायः समतल हो और जिस पर किसी प्रकार की वास्तु-रचना आदि न हो। दूर तक फैली। WEIG हुई सपाट जमीन। मुहा०-मैदान करना या छोड़ना = किसी काम के लिए बीच में कुछ जगह खाली छोड़ना। मैदान जाना-शौच आदि के लिए, विशेषतः बस्ती के बाहर उक्त प्रकार के स्थान में जाना। पद-खुले मैदान सब के सामने।
मस्तूर-दरख़्त
(जंगलात) वह वृक्ष जिस की वृद्धि ज़मीन में बहुत ज़्यादा नीचे होने के कारण व्यावहारिक रूप से रुक गई हो
मौसम-ए-बहार की लकड़ी
(जंगलात) लक्कड़ी में सालाना हलक़ों का वो हिस्सा जिस में बकसरत मुसामात (पुरनयां) हूँ जो अवाइल मौसम में बनता है
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