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कोशिश
कोई काम करने के लिए विशेष रूप से किया जानेवाला प्रयत्न, मेहनत, दौड़ धूप, प्रयत्न, प्रयास, चेष्टा, उद्योग, श्रम, उद्यम, उपाय, परिश्रम
आठ बार नौ त्योहार
सुख-सुविधा और आराम का शौक़ या लगन ऐसा बढ़ा हुआ है कि युग और समय उसको अल्प व्यय नहीं करने देता
चमनिस्तान
ऐसा बाग़ जहाँ फूल ही फूल हों, ऐसी जगह जहाँ दूर तक फूल ही फूल और हरा भरा नज़र आए, वाटिका, चमन, बाग़
दादरा
संगीत में एक प्रकार का चलता गाना (पक्के या शास्त्रीय गानों से भिन्न), एक प्रकार का गान, एक ताल
मज़दूर
शारीरिक श्रम के द्वारा जीविका कमाने वाला कोई व्यक्ति, जैसे: इमारत बनाने, कल-कारख़ानों में काम करने वाला, श्रमिक, कर्मकार, भृतक, मजूर
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अठवाँस
आठ का संक्षिप्त रुप, समासों में प्रथम घटक के रूप में प्रयुक्त है जैसे: आठ पहरी, आठ दिन का, अठन्नी, अठवाड़ा
अंग-दान
(शब्दिक) शरीर का दान-पुण्य, जीवित रहते हुए अथवा मरने के बाद उपयोग में आने लायक नेत्र या गुर्दा आदि अंगों का दूसरे ज़रूरतमंदों को किया जाने वाला दान
अंगन्यास
संध्या-पूजा आदि धार्मिक कृत्यों के समय मंत्रों का उच्चारण करते हुए विधिपूर्वक विभिन्न अंगों को स्पर्श करना, पूजा-अर्चना अथवा मंत्रोच्चारण करते हुए विभिन्न अंगों को पवित्र करने की धारणा से किया जाने वाला स्पर्श, (शाब्दिक) मंत्रों का जाप करते समय शास्त्र के नियमों के अनुसार हाथ, पैर आदि को छूने की क्रिया, (अर्थ) जिन मंत्रों में यह क्रिया आवश्यक है
अज़ा
(शाब्दिक) कष्ट, (अर्थात्) दुःख देने वाली बात, दर्द भरी बात, ऐसी बात या वस्तु या कार्य जिस से (ख़ुद को या दूसरे को) तकलीफ़ पहुंचे, चोट पहुँचाने वाली बात या कार्य, कष्ट, दुःख, अज़ीयत, यातना
अत्का
(लफ़ज़न) अटका हुआ, (जहाज़रानी) ज़मीन पर टिका हुआ, ख़स्तकी पर चढ़ा हुआ, ज़मीन केरिया ज़मीन गिरिफ़ता जहाज़, अंग्रेज़ी : agroun
अतयाब
(शाब्दिक) पवित्र, पकीज़ा, सुगंधित और उत्तम (सामग्री, (आशय) भलमानस, प्रिय और सम्मानित लोग (प्रायः समास में प्रयुक्त)
अंतरा
(शाब्दिक) बीज का, दरमयानी, (संगीत) गाने के मुखड़े (पहले बोल) के बाद का बोल, पहले के सिवा गीत के बाक़ी टुकड़े, गाने का वो टुकड़ा जो इस्ताई से पहले हो
अदा बंद
शब्दों में सुंदर स्थिति का चित्र खींचने वाला, सुंदर स्त्रियों की चंचलता को वर्णिन करने वाला, (अधिकांश) ग़ज़ल कहने वाले कवि
अपभ्रंश
(अर्थात) प्राकृत भाषाओं का परवर्ती रूप जिनसे उत्तर भारतीय आधुनिक आर्यभाषाओं की उत्पत्ति मानी जाती है
अबू-रस्मा
(लाक्षणिक) ख़ून का बहना, (अर्थात) रग के फटने और चमड़े के नीचे ख़ून और हवा से उभार पैदा हो जाने की बीमारी
अयाज़
(शाब्दिक) महमूद गज़नवी के तुर्की गुलाम का नाम (कहा जाता है कि उसके बाल बहुत सुंदर थे और महमूद उससे प्यार करता था, वह बहुत बुद्धिमान एवं सुंदर था)
अर्ज़-ए-तिस'ई्न
(लफ़ज़न) नव्वे से मंसूब, (मुरादन) वो इलाक़े जो ख़त-ए-इस्तिवा से नव्वे नव्वे दर्जे पर हैं और वहां छः महीने दिन होता है और छः महीने रात क़ुतबैन
अर्रऊफ़
(शाब्दिक) बहुत मेहरबान, नरमी करने वाला, नरमी से पेश आने वाला, (मुराद) अल्लाह (भगवान) के निन्यानवे नामों में से एक नाम
अल-'अद्ल
(शाब्दिक) न्याय, न्याय करने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह के निन्यानवे नामों में से एक नाम
अल-'अफ़ू
(शाब्दिक) बहुत क्षमा करने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह के निन्यानवे नामों में से एक नाम
अल-'अलीम
(शाब्दिक) जानने वाला, ((अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके ईश्वर के निन्यानवे नामों में से एक नाम
अल-किताब
(शाब्दिक) पवित्र कुरान, (लाक्षणिक) ब्रह्मांड के प्रसिद्ध गुणों का संग्रह, जिसकी संरचना और अस्तित्व में दिव्य ज्ञान के हजारों संकेत हैं। (हज़रत अली करम अल्लाह वजहु के दिेए गए निम्न पंक्ति से उदधृत: व अन्तलकिताबु-उ-लमुबीनल्लज़ी, या हर्फ़ा यज़हर-उ-लमुज़मिर = ऐ मनुषय! तू वही वो 'अल-किताब-उ-लमुबीन' है जिस के एक एक अक्षर से ईश्वर के दिव्य रहस्य प्रकट होते हैं
अल-जब्बार
(शाब्दिक) सर्वशक्तिमान, ताक़तवर, बिगड़े काम बनाने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह का निन्नानवे नामों में से एक नाम
अल-मुकल्लिफ़
(शाब्दिक) कष्ट देने वाला (अर्थात) किसी आमंत्रण या सभा में भाग लेने के लिए आवेदक (सामान्य रुप से आमंत्रण पाठ में आमंत्रणकर्ता के नाम के साथ प्रयुक्त
अलमूत
(शाब्दिक) सर्वोत्तम उँचाई पर होना, (अर्थात) फ़ारस में क़ज़वीन और ग़ीलान के मध्य उँचाई पर स्थित एक दुर्ग का नाम और तलमीहात में प्रयुक्त (मलिक शाह सलजूक़ी के शासन काल (९२ - १०७२) में एक अवधि तक फ़िर्क़ा-ए-बातनीया (रुक) का केन्द्र बना रहा)
अल-माने'
शाब्दिक: रोकने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह का निन्नानवे नामों में से एक नाम
अल्लाह का दीदार मोहम्मद की शफ़ा'अत
(लफ़्ज़ा) ख़ुदए ताला का दीदार और गुनाहों की माफ़ी के लिए आं हज़रत सलाम की सिफ़ारिश,(मुरादा) सब से बड़ी नेअमत
अलसा'
(शाब्दिक) अपशब्द बोलने वाला, मुँहफट; लोगों पर आरोप या लांछन लगाने वाला (अभिप्राय) वो व्यक्ति जो अक्षर 'र' का उच्चारण न कर सके
अल-हक़
सत्यतः, सचमुच, हक़ीक़त में, सच्चा, वास्तविकता से प्रमाणित, इश्वर का एक नाम, औचित्य, उचित रूप से, न्यायसंगतता, सचमुच, बिना किसी संशय के
अल-हाफ़िज़
(शाब्दिक) रक्षा करनेवाला, हिफ़ाज़त करने वाला, याद करने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह का निन्नानवे नामों में से एक नाम
अल-हासिब
(शाब्दिक) हिसाब करने वाला, (अर्थात) इस्लामिक धर्म के अनुसार उनके अल्लाह का निन्नानवे नामों में से एक नाम
अशाहिब
(शाब्दिक) कालेपन पर सफ़द रंग का घोड़ा (लाल) की बहुवचन, (अर्थात) अरब में मुंज़िर वंश के लोग जो अपनी सुंदरता के कारण इस नाम से प्रख्या हुए
असहाब-उल-फ़ील
(शाब्दिक) हाथी वाले, (लाक्षणिक) यमन राष्ट्र का अबरहा नामक ईसाई शासक और उसकी हाथियों की सेना जो इस्लाम धर्म के अस्तित्व में आने से चालीस वर्ष पूर्व पवित्र काबा पर आक्रमण करने आया था, परमेश्वर ने पक्षियों का एक झुंड भेजा जिसने ऊपर से कंकड़ बरसाए और हाथी और
असहाब-ए-किसा
(लफ़ज़न) कमली वाले, (मुरादन) हुज़ूर (सलाम) हुज़ूर की बेटी बीबी फ़ातिमा, हज़रत अली और दोनों नौ उसे इमाम हुस्न और इमाम हुसैन (रिज़वान अल्लाह अलैहिम) . (जिन्हें हुज़ूर (सलाम) ने एक कमली में लेकर उनके हक़ में दुआ फ़रमाई थी), इल्ल अबा
असहाबुश्शिमाल
(शाब्दिक) बाएँ ओर वाले, (अर्थात) पापी लोग जिनके कर्मपत्र पुनरुत्था के दिन उनके बाएँ हाथ में दिए जाऐंगे (और यह नरक में भेजे जाने की संकेत होगी), बुरे लोग
अंसिजा
(लफ़्ज़ा) बनावट के तार, (तशरीह अलाबदान) वो मुहीन नसें और रेशे जिन से अज़लात और आसाब की साख़त-ओ-हाफ़ित होती है, (अंग्रेज़ी) Nerv
आईना-कार
(लफ़ज़न) आईने होने वाला, (मुरादन) आईने बनाने या ढालने वाला , आईनों से सजाने वाला, चमकाने वाला
'आक़
ख़राब या बुरे आचरण वाले पुत्र/पुत्री से माता-पिता का संबंध विक्षेद करना और पैतृक सम्पत्ति से वंचित कर देना, बहिष्कृत व्यक्ति, परित्याग व्यक्ति
आनिस-उल-अरवाह
(शाब्दिक) आत्माओं को आनंद देने वाला, अर्थात् एक प्रकार की घास जिसके फूल दवाई के काम आते हैं
आफ़त-ए-जाँ
मुसीबत, कष्टदायक, सदमा उठाना, दुःख सहना, आत्मा का रोग, सतानेवाला, कष्टदाता,जानी दुश्मन, प्रेमी, माशूक़, वबाल
आब-ज़ेर-ए-काह
(शाब्दिक) घास से छिपा हुआ पानी, घास के नीचे पानी, (लाक्षणिक) धूर्त, धोखेबाज, फ़रेबी, कपटी
आमदम बर सर-ए मतलब
अब में अपने मतलब की तरफ़ आता हूँ, अब मैं अपने मंतव्य की ओर आता हूँ, संक्षेप में, अर्थात
इकवाही
: (घुड़सवारी) खोड़े घोड़े की एक नुमाइशी चाल जिस में वो उगला एक पैर उठा कर तीन पैरों पर कूदता हुआ चलता है
इक़ाला
कही हुई बात से इंकार करना, क्र्य-विक्रय के अनुबंध को रद्द करना, ऋण के अनुबंध को रद्द करना, किसी काम का विचार छोड़ देना
इख़्लाल
(लफ़ज़न) ख़ललअंदाज़ी, तबाह वबर्बाद करना, (बलाग़त) नज़म में बर महल लफ़्ज़ छोड़कर दूसरा लफ़्ज़ उस की जगह लाने का ऐब, जैसे: (शेअर) असर फै़जे आम से इस के, काअबा आबाद मैकदा मामूर(हाली) में मैकदा की जगह बुतकदा मुनासिब है (बहर उल-फ़साहत, ११७२) , इख़तिसार का इस हद तक पहुंच जाना कि नफ़स मज़मून की मुतअद्दिद कड़ियां ग़ायब होजाएं और असल मज़मून ख़बत होजाए
इंज़ाज
शाब्दिक: पकाना, फल को पाल आदि द्वारा पकाना, चिकित्सा: शरीर की दूषित धातुओं को दवाओं द्वारा पकाकर इस क़ाबिल करना कि वे शरीर से निकाली जा सकें, दवाओं द्वारा गाढ़ माई को पतला और पतले को गाढ़ा करना
इतिस्सार
(लफ़ज़न) आसानी, सहूलत (बदुनियात) एक एहसास इसबानीए के तहेज से दूसरे इसबानीए के तहेज को क़ुव्वत पहुंचाने का अमल
इदराकिया
(शाब्दिक) इदराक (बोध) से संबद्ध, (पारिभाषित) पत्र के वह लेख जो पत्र पावक के विषय से अवगत होने और उस पर सूचना प्राप्त करने की अभिव्यक्ति में लिखा जाए, जैसे: सूचना प्राप्त हुई थी या स्थिति का पता चला था आदि, प्राप्ति सूचना, अभिस्वीकृति, पावती
इदला'
(शाब्दिक) ज़बान का बाहर निकल पड़ना, (चिकित्सा) एक बीमारी जिसमें ज़बान फूल कर इतनी बड़ी हो जाती है कि मुँह में नहीं समाती
इन्नमा
(लफ़ज़न) नहीं है मगर यानी ज़रूर है, (मुरादन) एक आया-ए-अराई का कलमा-ए-अव्वल और पूरी आयत की बजए ख़ुसूसन मनक़बत वग़ैरा के अशआर में मुस्तामल (पूरी आयत : अन्नम्मा अलैकुम अल्लाह-ओ-रसोला वाल्ज़ यन आमिनवा अलज़ीन यकीमोनि अलासलो वेवतून अलज़कू वहम राकावन = नहीं है तुम्हारा मूलउ कोई मगर अल्लाह और इस का रसूल और वो लोग जो ईमान लाए और नमाज़ पढ़ते हैं और हालत रुकवा में ज़कू हैं) ।
इन्नी
(लफ़ज़न)जो तहक़ीक़ या यक़ीन के साथ साबित हो,(मंतिक़) वजूद मालूल के इल्लत पर इस्तिदलाल करना(बुरहान या इस्तिदलाल वग़ैरा के साथ मुस्तामल)
इफ़'आल
(लफ़ज़न) करना, (मुरादन) अरबी में सलासी मज़ीद मुसद्दिरों के नौ ओज़ान या बाबों में से एक वज़न या बाब (जिस के बहुत से मुसद्दिर उर्दू में मुस्तामल हैं, जैसे : इक़बाल, इनकार, इक़रार, इकराम वग़ैरा. इस वज़न के मुसद्दिरों की आम ख़ासीयत 'तादिया' है)
इफ़्तिराज़
(मंतिक़) ' मंतक़ी अमल जिस के के ज़रीये क़ज़ी-ए-जज़ईआ को कुल्लिया की सूरत में लाया जा सकता है' मसलन कहा जाये कि ' बाअज़ आदमी खाना पका सकते हैं ' फिर उस 'बाअज़' का नाम हम बावर्ची रख लें तो इस तरह कहा जाएगा कि कल बावर्ची खाना पका सकते हैं
इब्दाल
बदलना, एक को हटा कर दूसरे को इस की जगह रखने की प्रक्रिया, एक चीज़ को दूसरी चीज़ से बदलना, तबदीली, किसी शब्द के एक अक्षर को दूसरे के साथ बदलना
इम्दाद-ए-बाहमी
शाब्दिक: मिल-जुलकर काम करना, एक दूसरे की मदद करना, सहकारिता, अर्थात: शेयर पूंजी के साथ एक एसोसिएशन बनाकर व्यापार करने का एक तरीका जो विशेष नियमों के तहत सरकार की देखरेख में किया जाता है
इमाम-ए-ज़माँ
शाब्दिक: अपने ज़माने का इमाम, अर्थात: इमाम आख़िर-ऊज़-ज़मा (प्रायः धार्मिक साहित्य में उपयोगित
इलमाम
शाब्दिक: यात्रा से आकर उतरना, दर्शन करके आना, फ़िक़्ह: हज की रस्में पूरी करने के बाद घर पहुंचना
इसतख़्र
(लफ़ज़न) तालाब , क़िला , (मुरादन), क़दीम ईरान का एक शहर जो शीराज़ से शुमाल की जानिब वाक़्य और सलातीन क्यानी का पाया तिगत था . (सिकंदर यूनानी ने उसे जला कर तबाह-ओ-बर्बाद किया . अवाइल इस्लाम तक कुछ निशानात बाक़ी थे मगर अब बिल्कुल मिट गए और ज़राअत गाह की शक्ल इख़तियार करली . फ़िलवक़्त ' मरोशत ' के नाम से मशहूर है, इस से कुछ फ़ासले पर क्यानी सलातीन के वीरान शूदा महलात हैं जिन में तसाईर और ख़त मेख़ी के कुछ कुतबे पाए जाते हैं
इस्तिक़ाला
(शाब्दिक) वादे से फिरना, (क़ानून) किसी से वचन को छोड़ देने का निवेदन करना, अनुबंध को ख़त्म करना
इस्तितबा'
पीछे चलने की इच्छा, पीछे चलना, प्रतीकात्मक: किसी की प्रशंसा इस तौर पर करना कि उससे दूसरी प्रशंसा जन्म ले
इस्तिफ़राज़
(लफ़ज़न) शरीक को अलग करना, बला शिरकत ग़ैरे कोई काम करना, (तिब्ब) दवा के ज़रीये जिस्म से फुज़लात को ख़ारिज करना
इस्तिमरा
(लफ़ज़न) दूध दूहना या निकालना, (तिब्ब) ग़िज़ा का हज़म होना, ग़िज़ा का हज़म हो कर जिगर और तमाम आज़ा की तरफ़ जाना
इस्तिहज़ा
(लफ़ज़न) किसी शख़्स की नालैन तलब करना, जूतीयों में जा पड़ना, सफ़ नालको पसंद करना , (तसव्वुफ़) क़रीब बारी ताला
इस्तिहबाब
शाब्दिक: पसंदीदा या प्रिय होना, फ़िक़्ह: किसी अमर का अच्छा होना अर्थात शरीयत की अनुसार पुण्य या मस्नून होना
इस्तिहसाफ़
(लफ़ज़न) ख़ुशक ख़ारिश होना, (तिब्ब) वो बबूस्त या ख़ुशकी जो मुसामात के बंद होजाने से पैदा होती है
इसाबत-ए-हक़
(लफ़ज़न) सही नतीजे पर पहुंचना, (दीनयात) इस अमर तक ज़हन की रसाई जो शरीयत के रो से हक़ हो (ख़ित्तए इजतिहादी के बिलमुक़ाबिल), मसले में इस नतीजे तक पहुंचना जो अहकाम अलहाई के मुताबिक़ हो, जैसे : फुक़हा में ये मुस्लिम है कि असाबत-ए-हक़ पर फ़कीह को दोहरा अज्र मिलता है
इहकाम
(शाब्दिक) मज़बूत करना, (निर्माण) वह स्तंभ आदि जो भवन के किसी भाग को स्थिर और मज़बूत करने के लिए बनाया जाए
इहतिवा
सभी घटकों या व्यक्तियों को घेरना, इकट्ठा करना, अर्थात: सभी के लिए समान रूप से कुछ लागू करने या जारी करने की प्रक्रिया
'ईद
मुसलमानों का प्रसिद्ध त्योहार; ख़ुशी का दिन; रमज़ान मास के रोज़े समाप्त होने पर चाँद दिखाई देने के दूसरे दिन मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार।
ईदा'
(शाब्दिक) अमानत देना या रखना, (अनुपम ज्ञान) प्रशंसित व्यक्ति को ऐसे शब्दों से याद करना कि उन शब्दों से उनका नाम निकल आए, जैसे यूसुफ़ ख़ान की तारीफ़ में कहें कि रात जो मैंने तेरे हसीं चेहरे से फ़ाल खोली सूरत यूसुफ़ फ़ाल में निकली
उड़ता हुआ
(लफ़ज़न) उड़ना (रुक) से हालिया ना तमाम, (मुरादन) : १. तराज़ू के दूसरे प्ले की चीज़ या बाट के वज़न से कम, तूल में कम
उतरी खली बल्दियों जोग
(लफ़ज़न) ख़राब खुली घोसी के काम आई है, गाय भैंस की ग़िज़ा होती है, (मुरादन) नाक़िस, ख़राब और इस्तिमाल शूदा चीज़ को कोई आदमी नहीं पूछता बेक़दर हो जाती है
उमना
अदालते दीवानी हैं मुदियों डिग्री की जायदाद क़ुरक़ करने और जांचने वाले ओहदा दार, अमीन के ओहदे पर मामूर अस्हाब
उल्टे बाँस बरेली
((शाब्दिक) बरेली शहर (यूपी, भारत) के पैदा होने वाले बांस जो वहां से लाए गए थे फिर वहीं को वापिस चले, (लाक्षणिक) उलटा मामला, बेवक़ूफ़ी का काम, नुक़्सान का काम
उलटी-सैफ़ी
(लफ़ज़न) दुश्मन को नुक़्सान पहुंचाने के अमल यानी इसम-ए-जलाली का वो असर जो दुश्मन की बजाय आमिल पर पड़ जाये, (मुरादन) दूसरे को ज़रर पहुंचाने की तदबीर में ख़ुद अपना नुक़्सान, दुश्मन को जिस हालत में मुबतला करना चाहें इस में ख़ुद मुबतला हो जाना
एनिवर्सरी
(शाब्दिक) वह दिन जो साल के साल आए, (मुराद) बरसी, प्रतिवार्षिक तिथि, वार्षिक उत्सव, जन्मदिन, सालगिरा आदि
कफ़चा-नुमा
(शाब्दिक) चमचा जैसा (वनस्पति) बिना डंठल के वह पत्ता जो ऊपरी भाग पर चौड़ा और गोल हो और आधार पर क्रमशः तंग होता जाए, जैसे: पोई का साग
करताल
लकड़ी, काँसे आदि का बना हुआ ताल देने का एक प्रसिद्ध बाजा जिसका एक-एक जोड़ा हाथ में लेकर बजाते हैं, झाँझ, मजीरा, झींका,वाद्य
का'बा
चौकोर, वर्गाकार, मक्के में स्थित मुसलमानों का पवित्रतम धर्मस्थल जहाँ मुसलमान लोग हज करने जाते हैं
क़िज़िलबाश
(लफ़ज़न) सुर्ख़ सर , इस्माईल सफवी शाह-ए-ईरान ने अपने लश्करीयों के लिए बारह गोशे की सुर्ख़ टोपी मुक़र्रर की थी इस लिए इन लश्करीयों को क़ज़लबाश कहा जाने लगा, बाअज़ लोगों का ख़्याल ये है कि क़ज़लबाश इन क़ैदीयों की औलाद हैं जिन्हें तैमूर ने शाह इस्माईल के वालिद के कहने से आज़ाद कर दिया था ये लोग सुर्ख़ टोपियां पहनते थे
किरातना
(लफ़ज़न) झाड़ना, रगड़ना , (ईस्तलाहन) ढले हुए बर्तन के खुरदुरे पिन को खराद पर चढ़ाने से क़बल सोहन से रगड़ कर कम करना
किरानी
ईसाई, मसीही, वो देसी जो ईसाई हो गया हो, जिसके माता-पिता में से कोई एक भारतीय और दूसरा यूरोपियन हो
खूटा
पत्थर, लकड़ी, लोहे आदि का वह टुकड़ा जो जमीन में खड़ा गाड़ा गया हो और जिसमें गाय, भैंस अथवा खेमों, नावों आदि की रस्सी बाँधी जाती हो। मुहा०-खूटा गाड़ना = (क) केंद्र निश्चित या निर्धारित करना। (ख) सीमा या हद बाँधना। तुम
गुर्ज़-मार
(गदागरी) (लफ़ज़न) ग़रज़ मारने वाला, ग़रज़ से ज़रब लगाने वाला, (ईस्तलाहन) फ़क़ीरों का एक गिरोह, इन फ़क़ीरों के पास ग़रज़ होता है और जब कोई उन को भीक नहीं देता तो वो ग़रज़ से अपने आप को ज़ख़मी करलेते हैं
गर्द-ए-यतीमी
शाब्दिक: अनाथ की गर्द, अर्थात, तंगी, बेकसी, यकताई, प्रतीकात्मक: मोती की चमक, आबदारी, मोती का साफ़ और बे-ऐब होना
गै़र-फ़सीह
जिसे साहित्यिक जन असाधु समझे (शब्द आदि), साहित्य में अप्रचलित या अप्रयुक्त शब्द, जिस में फ़साहत न हो
गुल-अफ़्शाँ
(लाक्षणिक) सुंदरता से बातें करने वाला, अच्छी बातें करने वाला, मधुर वाणी, वाक्पटु, सुवक्ता
गुलू-तराश
(शाब्दिक) गला काटने वाला, बर्बाद करने वाला; (अर्थशास्त्र) व्यवसायिक प्रतियोगिता जिसके आधार पर दुश्मन को नुकसान पहुँचान और बर्बाद करन होता है यहाँ तक कि स्वयं का नुकसान भी सहन कर लिया जाता है ताकि दुश्मन मैदान छोड़ कर भाग जाए और हो चुके नुकसान की भरपाई भी ह
गुल-बाँग
चहचा, चहचहाना, चहकार, पक्षियों का फूल को देख कर आनंदित हो कर मधुरस्वर में चहचहाना, वह शोर जो किसी के व्याह-शादी आदि के अवसर पर होता है, हर्षध्वनि, योगियों लगाया जाने वाला नारा, फूल जैसी कोमल और मधुर आवाज़, दिल को मग्न्मुग्ध करने वाली आवाज़. शुभ समाचार, खुशखबरी, एक के बाद एक एक पीने की आवाज़, सार्वजनिक निमंत्रण, अज़ान की आवाज़, जंग की बिगुल
गायत्री
उक्त छंद में रचित एक वैदिक मंत्र, एक प्रकार का वैदिक छंद, एक छंद का नाम जिस के हर एक पद (लफ़्ज़) में छे छे अक्षर होते हैं
घूमा
(लफ़ज़न) घास का पोला नीज़ बच्चों का एक खेल जो घास वाले मैदान में बरसात के मौसम में खेला जाता है, खेल इस तरह होता है कि पहले सब लड़के एक मैदान में अखटे हो कर किसी एक लड़के को चोर बना लेते हैं बाक़ी सब लड़के पंवार का एक एक पोला बना लेते हैं, इन पूलों को घूमा कहते हैं,खिलाड़ी मौक़ा पा कर अपने अपने घूमे खूंटी के पास से उठा ले जाने की कोशिश करते हैं, अगर घूमे वाला किसी खिलाड़ी को अपनी बारी में मार दे या छू ले तो नए छूए हुए खिलाड़ी को रस्सी पकड़ कर घूमा की हिफ़ाज़त करनी पड़ती है और वो चोर बिन जाता है, लेकिन अगर सब खिलाड़ियों ने होशयारी से सब घूमा खूंटी के पास से उठा लिए और रखवाला किसी को ना छू सका तो इस को पदना पड़ता है और भाग कर थान की तरफ़ जाना पड़ता है, ये थान घूमा की खूंटी से ४० हाथ की दूरी पर कोई निशान बना कर या पेड़ वग़ैरा के सहारे मान लेते हैं, तब घूमा उठ जाने पर रखवाला रस्सी छोड़कर थान की तरफ़ भागता है बाक़ी लड़के अपना अपना घूमा फेंक कर रास्ते भर उसे मारते हैं अगर वो उस वक़्त किसी का घूमा उठा कर चूम ले तो इस घूमा वाले लड़के पर हार पड़ जाती है
चार-यार
(इस्लाम) पैग़म्बर मोहम्मद साहब के चार निकटतम दोस्त जो पैग़म्बर मोहम्मद के बाद उत्तराधिकारी (ख़लीफ़ा) बने अर्थात अबुबकर, उमर, उसमान और अली
जू-ए-शीर
वो नहर जो फ़र्हाद ने शीरीं की ख़ाहिश पर पहाड़ काट कर बनाई थी, कठिन काम करना, कठिन काम में मर जाना
जज़्म
काटना, दृढ़, पक्का, मज़बूत, अटल, मज़बूत, पुख़्ता, एतिमाद, यक़ीन, अक्षर को मौन करना तथा वो चिह्न जो मौन अक्षर पर लिखे जाते हैं
जनरेटर
(शाब्दिक) पैदा करने वाला, (अर्थात् ) बिजली पैदा करने वाली मशीन, विद्युत उत्पादन करने वाला यंत्र
जफ़्फ़-उल-क़लम
शाब्दिक: क़लम सूख गया, मशहूर हदीस "जफ्फ़-उल-कलम बीमा होव कइन" का एक भाग जिसका अर्थ हैं कि भाग्य का कलम सभी चीजें लिख चुका अब बदलाव संभव नहीं
जब्ज़
(लफ़ज़न) खेन अपनी तरफ़ खेन, (साईंस) उमूमन किसी ठोस शैय का किसी गैस या माए वग़ैरा के सालिमों (Adsorption) को अपनी सतह पर जमा रखना
जवाहिर-पारा
मणि का एक टुकड़ा, जवाहरा का एक टुकड़ा, (लाक्षणिक रूप से) मूल्यवान, महत्वपूर्ण और सुंदर चीज, किसी सुंदर और मूल्यवान लेखन का एक टुकड़ा
जस्सासा
(शाब्दिक) बड़ी खोज करने वाला, एक काल्पनिक या मनघड़ंत जानवर, दज्जाल (मुसलमान की आस्थानुसार प्रलय के निकट एक कूरूप लेकिन शैतानी शक्तियों वाला व्यक्ति) के गधे का नाम
जाँ-काह
प्राणों को घुलाने वाला, अत्यंत कष्ट देनेवाला, जान घटाने या कमज़ोर करने वाला, अत्यधिक दुखदाई, हृदयद्रावी, ह्रदय विदारक
जामा उतारना
(शाब्दिक) लिबास तर्क करना, कपड़े छोड़ना, शैली या अंदाज़ बदलना, पद्धति बदलना (पुराना के साथ)
जामा तंग होना
(शाब्दिक) वस्त्र का तंग होना, अत्यधिक व्याकुल होना, क्रूरता की वह स्थिति जब वस्त्र भी शरीर पर अच्छा न लगे
त'अव्वुज़
(लाक्षणीक) वो काग़ज़ जिस में ख़ाना-पुरी इश्वरीय नामों की हो या कोई मंत्र लिखा हो जिसको उद्देश्श्य प्राप्ति के लिए कभी नदी में बहाते कभी चलाते कभी कुँए में डालते कभी ज़मीन में दफ़न करते हैं
तूई
कपड़े पर बनी हुई बैल, फ़ीता, कौर, गोट जो कपड़े के लिहाज़ से मुख़्तलिफ़ किस्म की बनाई जाती है और दोपट्टे वग़ैरा के किनारों पर लगाए जाती है
तख़्ता-ए-ज़ा'फ़रान
(शाब्दिक) केसर का खेत, (लाक्षणिक) चेहरे का पीलापन; वह चीज़ जिसको देखकर अनायास हँसी आ जाए
तगाब
(लफ़ज़न) वो नशीबी ज़मीन जो सरसब्ज़-ओ-शादाब हो, नीज़ वो जगह जहां बारिश का पानी जमा हो, सतह ज़मीन जहां से पानी दरिया में दाख़िल हो
तजल्ली-गाह
(लफ़ज़न) वो जगह जहां शान-ओ-शौकत या रोशनी ज़्यादा हो, जलवागा, (मजाज़न) वो मुक़ाम जहां मूसा आ को ख़ुदा का जलवा नज़र आया
तज़ाद-उल-'अमल
(शाब्दिक) प्रभाव में एक दूसरे के विपरीत होना; (चिकित्सा) एक दवा के असर को किसी दवा के असर से कमज़ोर कर देना या रोक देना
तद्ख़ीन
चिकित्सा: तदख़ीन (धूमन) वाष्प या धुंआ बन कर उड़ जाने वाली औषधि स्थानीय या सामान्य स्नान, गंधक और पारा इस अभिप्राय के लिए विशेष तौर पर उपयोगित हैं
तनज़्ज़ुल
नीचे उतरना, नीचे आना, घटाओ, कमी, गिराव, अवनति, पतन, पदोन्नति, पद ह्रास, तनख्वाह में कमी होना, ह्रास, कमी, अपदस्थता
तन्तर
सान की एक क़िस्म जो सबज़ माइल बसिया ही होता है पांच हाथ का दकी़क़ मिसल क़लम होता है बहुत जल्द चलता है और दुबक कर पांच हाथ से आदमी पर जस्त करता है जिस को काटता है जज़ाम होकर छः महीने के अंदर अंदर मर जाता है
तनाज़ुर
(हैयत) अव्वल बुरज-ए-सर्तान या अव्वल बुरज-ए-हमल में दो सितारों का इस तरह जमा होना कि दोनों का फ़ासिला अव्वल सुरतान या अव्वल हमल से बराबर हो
तुफ़ंगी-सूराख़
(लफ़ज़न) तफ़ंग की गोली से पैदा शूदा सूराख़ , (नबातीयात) पत्तों की एक बीमारी से पैदा शूदा धब्बा या सूराख़ जो बंदूक़ की गोली के मुशाबेह होता है बाअज़ औक़ात पत्तों पर जो धब्बे पड़ जाते हैं इस जगह की मुर्दा बाफ़्त झड़ जाती है और इस तरह वहां पर एक गोल सा सूराख़ बिन जाता है बिलकुल ऐसे जिस तरह बंदूक़ की गोली से किया गया हो इन सूराखों को तफ़ंगी सूराख़ (Shotholes) कहते हैं इस किस्म के सूराख़ गुलाब और चीरी जैसे पौदों में आम तौर पर दिखाई देते हैं
तफ़ज़ील-ए-कुल
(लफ़ज़न) तमाम पर फ़ज़लेत देना, (क़वाइद) सिफ़त का वो दर्जा जिस के ज़रीये एक मौसूफ़ की तमाम पर तर्जीह ज़ाहिर की जाये (फ़ारसी में सिफ़त के बाद ' तरीन ' लगा कर ज़ाहिर करते हैं, जैसे : बुज़ुर्ग तरीन = सब से बर्ज़ग, बद रैन सब से बुरा
तफ़ज़ील-ए-नफ़सी
(लफ़ज़न) ज़ाती सिफ़त , (क़वाइद) सिफ़त का वो दर्जा जिस में मौसूफ़ को किसी और पर तर्जीह और फ़ज़लेत ना दी जाये
तफ़्ज़ील-ए-बा'ज़
शाब्दिक: कुछ को प्राथमिकता देना, व्याकरण: तुलनात्मक डिग्री (विशेषण की), विशेषण का वो दर्जा जिसके द्वारा एक वर्णित की कुछ पर प्राथमिकता प्रकट की जाये
तफ़र्रुस
(लफ़तन) किसी ज़ाहिरी नज़र से किसी चीज़ के बातिन का हाल मालूम करना, (मजाज़न) फ़िरासत, अलामत से मालूम करना, ताड़ लेना
तमज़्ज़ुक़
(लफ़ज़न) फट जाना, पारापारा होजाना, कपड़े का फट जाना, (तिब्ब) किसी उज़ू का फट जाना या शक़ होजाना, तशकक, अंग : Ruptur
तयम्मुम
पवित्र होने का आशय करना, पानी से वज़ू या गुस्ल करने के बजाए मुंह और हाथों का पाक पिट्टी से मासह करना
त्याग
किसी वस्तु के प्रति अपनेपन का भाव छोड़ देना अथवा उस वस्तु के प्रति मोह न रखना, ग्रहण के विपरीत कर्म, उत्सर्ग, वैराग्य, विराग, स्वार्थ की उपेक्षा,समर्पण, उदारतापूर्वक दान-देना, मोह-माया का त्याग
तुरई का सा फूल
(शाब्दिक) तुरई के पीले फूल जैसा, (संकेतात्मक) शुद्ध स्वर्ण, खरा रुपया, बेहतरीन और ख़ूबसूरत सिक्का
तल्फ़ीफ़
(शाब्दिक) अच्छी तरह लपेटना, किसी अंग का पैच या आवरण, आमतौर पर मस्तिष्क का उठा हुआ पैच या आवरण
तवातुर
(लफ़ज़न) किसी बात या वाक़िया को बहुत से लोगों का नक़ल करना या कसरत और तसलसुल से नक़ल किया जाना कि बाइस यक़ीन हो
तहत-उल-हनक
शाब्दिक: ठोढ़ी के नीचे, प्रतीकात्मक: पगड़ी की बंदिश की एक कला जिसमें उसका एक पेंच ठोड़ी के नीचे से निकालते हैं
तहरीमात
(शाब्दिक रूप से) वह सभी चीज़े जिन्हें हराम घोषित किया गया है, (लाक्षणिक रूप से) समाज की परंपराएँ या रीति-रिवाज जिन्हें पसंद नहीं किया जाता है
ता'वीज़ की डोरी
(लफ़ज़न) वो तागा जिस में तावीज़ सी कर बांध दिया जाता है, (मजाज़न) ज़िंदगी की आख़िरी सांसें
तिदरा
(लफ़ज़न) तीन दर वाला, दालान की किस्म की इमारत,आम तौर से इस का मफ़हूम मामूल से छोटा दालान होता है इस में बाअज़ बगै़र महिराबी दरों का मामूली लक्कड़ी के खंबों पर बना होता है, सहि दर्रा
तौजीह
कारण बताना, वजह ज़ाहिर करना, किसी की ओर मुंह करना, आकर्षित होना, स्पष्ट करना, साफ़ करना, यह बताना कि ऐसा क्यों है
तौशीह
(बदी) ऐसे अशआर जिन के हर मिसरे या हर बैत के पहले हुरूफ़ जमा करने से कोई नाम, शेअर या इबारत पैदा हो
दुभाषिया
दो भाषाओं का ज्ञान रखने वाला, दो भाषाएँ जानने और बोलने वाला, एक से दूसरी भाषा में मौखिक भाषांतरण करने वाला, श्रोताओं को एक भाषा की बात दूसरी भाषा में समझाने वाला, अनुवादक, भाषांतरकार, दोभाषी
दाब्बत-उल-अर्ज़
वो अजीब अल जानवर जो क़ुरब-ए-क़ियामत कोह-ए-सफ़ा से पैदा होगा और लोगों से कलाम करेगा इस के पास हज़रत-ए-सुलेमान अलैहि अस्सलाम की मुहर और हज़रत मूसा अलैहि अस्सलाम का असा होगा (हज़रत-ए-सुलेमान अलैहि अस्सलाम की मुहर और हज़रत-ए-मूसा अलैहि अस्सलाम के उसे से निशान लगा कर मुसलमान और काफ़िर की निशानदही करेगा
नुजूम-दानी
(लफ़ज़न) इलम नुजूम से वाक़िफ़ होना , मुराद : इलम नुजूम, जोतश, सितारों से मुताल्लिक़ इलम , सितारों की चाल से हालात-ओ-वाक़ियात बताने का अमल
नज़्र पर हाथ रखना
(शाब्दिक) किसी की दी हुई भेंट को अपने हाथ से छूना, अर्थ: भेंट स्वीकार करना, आज्ञापालन से संतुष्ट होना
नम-दीदा
रोता हुआ, जिसकी आँख तर हो, विलाप करने वाला, सीला हुआ, तर, भीगा हुआ, जिस पर तरी का असर हो गया हो, जिस पर पानी या ओस के क़तरे पड़े हूँ
नवीद-ए-जाँ-फ़िज़ा
शाब्दिक: आत्मा को सुख देने वाला, ख़ुशख़बरी, प्रतिकामक: अत्यधिक खुशी का समाचार, प्राणों को आनंद देने वाली शुभ सूचना
नस्र-ख़्वाँ
(लफ़ज़न) नस्र पढ़ने वाला , मुराद : शुहदाए कर्बला के मसाइब को मुरस्सा नस्र में पढ़ने वाला शख़्स
नस्र-ख़्वानी
(लफ़ज़न) नस्र पढ़ने का अमल , मुराद : शुहदाए कर्बला के मसाइब को नस्र में पढ़ना, एक किस्म की ज़ाकरी जिस में ज़ाकिर ऐसी नस्र पढ़ता है जो मुक़फ़्फ़ा और मुसज्जा होती है
नस्साख़
(शाब्दिक) बहुत बड़ा निरस्त करने वाला, निरस्त करने वाला, पिछले आदेश या चलन को समाप्त या रद्द कर देने वाला
नसिई
(लफ़ज़न) ताख़ीर, मोहलत , मुराद : इस्लाम के मुतबर्रिक महीनों के घटाने या बढ़ाने का अमल (अश्हर हिर्म यानी मुहर्रम, रजब, ज़ी क़ादा, ज़ी अलहजा को आगे पीछे कर लेना ज़ाती अग़राज़ के लिए मुहर्रम को सिफ़र क़रार देना और सिफ़र को मुहर्रम, इन महीनों में लड़ाई नाजायज़ थी, अरब जब लड़ना चाहते तो महीना आगे पीछे कर लेते थे)
नहवा
(इलम हदीस) हदीस अमिता बह की एक क़िस्म, वो हदीस जो सिर्फ़ मानी में दूसरी हदीस के मुताबिक़ हो लेकिन लफ़ज़न मुवाफ़िक़ ना हो
नाइर
(लफ़ज़न) मालिक , साहिल माला बार की एक हाकिम और जंगजू ज़ात जो ख़ुद को खत्री कहती है और हिंदूओं के नज़दीक शूद्र का दर्जा रखती है
नाफ़िराना
(शाब्दिक) मायूसी के साथ; अर्थात : कायरों की तरह, कायराना; भागने वालों की तरह, भगोड़ों की तरह
नाहीद-ज़ेब
(लफ़ज़न) नाहीद को ज़ीनत बख़शने वाला , (मजाज़न) स्यारा ज़ुहरा से ज़्यादा ख़ूबसूरत , (कन्ना यन) हुसैन-ओ-जमील
निर-बिचार
(लफ़ज़न) ग़ौर-ओ-फ़िक्र के बगै़र , (फ़लसफ़ा) किसी शैय का वो तसव्वुर जो उसे ज़मान-ओ-मकान की हदूद-ओ-क़यूद से बाहर रख कर किया जाये
निशान-गीर
(लफ़ज़ा) सुराग़ लगाने वाला, खोज लगाने वाला, तशख़ीस करने वाला, मुराद : (साईंस) (मर्ज़ का) सुराग़ लगाने वाला अंसर, सराग़ी अंसर, मस्नूई तौर पर तैय्यार करदा हम जा अंसर
नौ-आमोख़्ता
(लफ़ज़न) जिस ने हाल ही में सीखा हो , (मजाज़न) जो हाल ही में मुनकशिफ़ हुआ हो, नया नया ज़ाहिर होने वाला
नौ-कशीद
(शाब्दिक) नई भबका की हुई, नया खींचा हुआ (प्रायः) नई खींची हुई, नई-नई टपकाई हुई, नई बूँद-बूँद टपकाई हुई (शराब के लिए प्रयुक्त)
नौ-बार
(लफ़ज़ा) मौसम का पहला फल , (क़ानून) ईसाईयों में मज़हबी औक़ाफ़ की पहले साल की जुमला आमदनी जो रोमा के पापाए आज़म के नज़र की जाती थी नीज़ निज़ाम जागीरदारी में एक असामी के मरने के बाद अराज़ी की एक साल की आमदनी जो बादशाह को पेश की जाती थी (First Fruits का तर्जुमा)
नौ-रात
(रुक : नौ मातहती अलफ़ाज़) आशोज सदी की पहली से नौवीं तक के नौ रात और दिन, हिंदूओं का मज़हबी तहवार जिस में शुरू साल की नौ रातें वो इबादात और पूजा में मशग़ूल रहते हैं, देबी पूजा के दिन
नौ-रोज़े-ए-'आलम-अफ़रोज़
(लाक्षणिक) वो दिन जो सृष्टि-रचना का दिन समझा जाता है और त्यौहार की तरह मनाया जाता है
पंचम
(संगीत) सरगम या सप्तक का 'प' के रूप में पाँचवाँ स्वर जिसका स्त्रोत दिल और कोयल की कूक का स्वर भी माना जाता है, सितार के तार की वो आवाज़ जिस का सुर माध्यम हो, धीमा सुर, एक राग जो छः ख़ास रागों में तीसरा है मारवा ठाठ से लिया गया है
पछल-पाई
(मरग़बाज़ी) पैर के कांटे से हरीफ़ पर हमला करने के लिए मुर्ग़ का उल्टे क़दम पीछे हटने या मैदान करने का अमल
पट्टा
एक रस्म जिस में ज़च्चा के मैके वाले पट्टा और शीरीनी लाते हैं एक ज़च्चा की पेशानी और दूसरा बच्चे के सर पर बांधते हैं ये पट्टा सलमा सितारे या ज़रदोज़ी के काम से भी तैय्यार किया जाता है
पर-फ़िशाँ
पर झाड़ने वाला, पर फाफड़ाने वाला अर्थात सांसारिक सुखों का त्यागी, प्रतीकात्मक: जहाज़ का ज़मीन पर उतरना
प्रेम-सागर
शाब्दिक: प्रेम का समुंदर, अर्थात: इश्वर का एक नाम, भागवत प्राण के दसवें भाग या अध्याय का नाम जिसमें कृष्ण जी के प्रेम का हाल दर्ज है
पराया-जुर्म
(लफ़ज़न) ग़ैर की ख़ता, दूसरे का गुनाह, किसी और की ग़लती, (मजाज़न) दिल का मुहब्बत में गिरफ़्तार होजाना
पैवंद-ए-ख़ाक होना
(शाब्दिक) मिट्टी में मिलना, फ़ना होना, मर जाना, ज़मीन में गाडा या दबाया जाना, दफ़न होना, किसी मृत शरीर को कब्र में रखा जाना
पेश-मना'अत
(लफ़्ज़ा) पहले से अज़ीज़ होना रखना, माक़बल महिकमी-ओ-उस्तिवारी, आने वाले ख़तरात से पहले ही ख़बरदार करने या होने की हालत पैदा पेश आगाही, पेश अंदेशगी
पसीना सूखना
(शाब्दिक) पसीना सूखना, (लाक्षणिक) बहुत कम समय या अवसर में किसी स्थान पर पहुँच कर दम लेना
पा-ए-दान
गाड़ी पर चढ़ने को पैर टिकाने की सीढ़ी जो गाड़ी के स्वरूप भिन्न प्रकार का होता है और सवार होने को सीढ़ी का काम करता है
पा-ए-रफ़तन-न-जा-ए-माँदन
(लफ़ज़न) ना जाने की क़ुव्वत ना ठहरने की जगह, इस मौक़ा पर बोलते हैं जब ना भागते बिन पड़े ना ठहरते, गोमगो की हालत
पात खड़कना
शाब्दिक: सूखे पत्तों का आवाज़ पैदा करना, प्रतीकात्मक: सरसराहट सी आवाज़ सुनाई देना, आहट होना, घबरा देने वाली आवाज़ पैदा होना
पानी बह जाना
(लफ़ज़न) पानी का किसी एक सिम्त सेलाब की सूरत में फैल जाना या चला जाना, (मजाज़न) वक़्त का गुज़र जाना, मौक़ा हाथ से निकल जाना
पा-मर्द
जिसका पाँव किसी कठिनाई या विपदा में न डगमगाए, दृढ़ चित्त, स्थिरनिश्चयी, साहसी, हिम्मत वाला, सहायक
पालागन
आदर-पूर्वक किसी पूज्य व्यक्ति के पैर छूने की क्रिया या भाव, चरण स्पर्श, साष्टाँग प्रणाम, दंडवत प्रणाम
पा-शिकस्ता
शाब्दिक: जिस का पांव टूट गया हो, जो चलने-फिरने में असमर्थ हो, प्रतीकात्मक: बेबस, लाचार, असहाय, विवश
पासा उल्टा पड़ना
(शाब्दिक) ऐसा पासा फेंकना जिससे खिलाड़ी हार जाए (लाक्षणिक) किसी बात का इच्छा या योजना के विरुद्ध होना, योजना का असफल हो जाना, अपेक्षा के विपरीत होना
पिटा
एक रस्म जिस में ज़च्चा के मैके वाले पट्टा और शीरीनी लाते हैं एक ज़च्चा की पेशानी और दूसरा बच्चे के सर पर बांधते हैं ये पट्टा सलमा सितारे या ज़रदोज़ी के काम से भी तैय्यार किया जाता है
पिदरम सुल्तान बूद
पिदरम सुल्तान बूद (मेरा बाप बादशाह था) एसे अवसर पर बोला जाता है जब कोई व्यक्ति ख़ुद कोई विशेष दर्जा नहीं रखता है, लेकिन अपने पूर्वजों पर गौरव करता है, और उन की बड़ाई बयान करता रहता है
पिशाच
एक प्रकार के भूत या प्रेत जिनकी गणना हीन देवयोनियों में होती है तथा जो वीभत्स कर्म करने वाले माने जाते हैं
बजाना
किसी बाजे आदि पर आघात पहुँचाकर अथवा हवा का ज़ोर पहुँचाकर उससे शब्द उत्पन्न करना, किसी बाजे की आवाज़ निकालना, बाजे से सुर पैदा करना
बटा
वह पड़ी पाई जो भिन्न का स्वरूप सूचित करने के लिए अंश या हर के बीच में लगाई जाती है, जैसे- 3/4 में 3 और 4 के बीच में; भिन्नांक; चिह्न, जैसे- ⅔
बेटी-चोद
(लाक्षणिक) बेटी के साथ बुरा काम करने वाला, (अर्थात) एक बुरी गाली जो बहुत ग़ुस्से में किसी को दी जाती है
बैठना-उठना
(लफ़ज़न) नशिस्त-ओ-बर्ख़ास्त, बैठने और उठने का अमल, (मुरादन) सोहबत में शरीक होना, दोस्ताना तौर पर आने जाने के ताल्लुक़ात रखना
बद-क़ौल
(शाब्दिक) बुरी बात कहने वाला, बद ज़बान, बुरी बातें करने वाला, (अर्थात्)वादा ख़िलाफ़, ज़बान देकर बदल जाने वाला
बुदबुदाना
(प्रतीकात्मक) इस तरह बोलना या पढ़ना कि होंटों की गति नज़र आए और बहुत हल्की सी सनसनाहट सुनाई दे (प्रायः मंत्रजाप आदि के लिए उपयोगित)
बुन्यान-ए-मर्सूस
इमारत की ऐसी नींव जिसमें सीसे से जुड़ाई हुई हो, बहुत ही मज़बूत नींव, (शाब्दिक) सीसे से बनी हुई बुनियाद, (अर्थात्) वो बुनियाद जो बहुत मज़बूत और ठोस हो
बूफ़े
(शाब्दिक) होटल आदि में वह जगह जहाँ बरतन आदि रखने की अलमारियाँ होती हैं, (अर्थात) वह निमंत्रण जिसमें कपड़े पहनने का कोई विशेष नियम न हो और इसमें खाना खड़े हो कर खाया जाए (खाने वाले 'अपनी मदद स्वयं' के आधार पर मेज़ पर रखे हुए व्यंजनों में से खाना अपनी प्लेट मे
बम बाट करना
(शाब्दिक)नष्ट करना, तबाह-ओ-बर्बाद करना, (अर्थात) बहस आदि में विरोधी के विरुद्ध वाद-विवाद या गाली-गलौज आदि की भरमार करना, तहस नहस करना
बमकना
आवेश में आकर डींग हाँकना या शेखी बघारना, बेपर की उड़ाना, डींग मारना, शेख़ी बघारना, सीना फुलाना, उछलना
बल-बकरा
(वस्तुतः) बलि का बकरा, वध किया हुआ या वध के योग्य, वह व्यक्ति जो बिना कुछ किए या कहे लड़ाई में मारा जाए
बसे-ख़राबी
(शाब्दिक) बहुत उजाड़, (सूफ़ीवाद) प्रेमी का वास्तविक प्रियतम के प्रेम में पूर्णत्या विलीन होना
बसातत
(लफ़ज़न) फैलाव, वुसअत, (फ़लसफ़ा) बसीत या ग़ैर मुरक्कब होने की कैफ़ीयत, नाक़ाबिल तजज़िया होने की सूरत-ए-हाल
बहज़ाद
शाह इस्माइल सफ़वी के शासनकाल के दौरान एक प्रसिद्ध ईरानी चित्रकार थे। पीर सईद अहमद तबरीज़ी के छात्र इस मशहूर चित्रकार का नाम और काम साहित्य में रूपक के रूप में उपयोग किया जाता है
बहर-ए-अहमर
शाब्दिक: लाल सागर अर्थात: अफ़्रीक़ा और अरब के मध्य का वो समुंद्र जो उत्तर में में सोएज़ नहर के ज़रीये रूम सागर और दक्षिण में आता है बाबुल-मंदब के माध्यम से अरब सागर से मिलता है, बहर-ए-कुल्ज़ुम
बहर-ए-आ'ज़म
(भूगोल) पानी के पाँच बड़े हिस्सों में से हर एक जो पृथ्वी को चारों तरफ़ से घेरे हुए हैं (जिनके नाम ये हैं: अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक महासागर, दक्षिणी महासागर
बाइन
(लफ़्ज़ा) जुदा होने की वाला, (फ़िक़्ह) की तलाक़ की एक क़िस्म जिस के बाद फिर रुजू करने की इजाज़त नहीं
बागड़-बिल्ला
डरावनी शक्ल का एक क़िस्म का बड़ा बिल्ला, बच्चों को डराने का एक नाम जिस से ख़ौफ़नाक और डरावनी शक्ल का तसव्वुर होता है
बाज देना
(शाब्दिक रूप से) श्रद्धांजलि अर्पित करना, (लाक्षणिक) अपनी हीनता या हार या कमज़ोरी को स्वीकार करना, आज्ञाकारिता स्वीकार करना
बाज़ी का फूल
(लफ़ज़न) गुल बाज़ी, आतिशबाज़ी की चिनगारियां जो फूल की तरह मालूम होती हैं. (मजाज़न) मुतलव्विन उल-मिज़ाज
बाट में पड़ना
(शाब्दिक) रासते में होना, (लाक्षणिक) आसानी से हाथ आना, प्रयास किए बिना मिल जाना, बहुत आसान होना
बादल-गीर
(शाब्दिक) (इतना ऊँचा कि) बादलों से टकराए, (अर्थात) अकबर के एक नौरत्न मानसिंह के बनवाए हुए बहुत ऊँचे महल का नाम जो ग्वालियर में क़िले के नीचे था
बादशाही-हुक्म
(अर्थात) वह आदेश जिसे स्थगित नहीं किया जा सकता, वो हुक्म जो टाला न जाये, कठोर दमनकारी आदेश, नादिरशाही आदेश
बाम-ए-दुनिया
(अर्थात) एशिया के मध्य में पामीर का ज़मीनी भाग जिसे फ़ारस के लोग इस नाम से संबोधित करते हैं
बालिग़-उल-'उलूम
(शाब्दिक) ज्ञान में निपुर्ण, (अर्थात) (अठारवीं सदी के अंत और उन्नीसवीं सदी के आरंभ में) बी. ए पास (बैचलर आफ़ आर्टस का अनुवाद)
बासिंदी
(शाब्दिक) सफ़ानियान क्षेत्र का निवासी, बासंद से संबद्ध (अर्थात) एक संप्रदाय का नाम जिसका संस्थापक अब्दुल अज़ीज़ बासंदी था (उसने 322 हिज्री में पैग़म्बर (देवदूत) होने का दावा किया लेकिन कुछ ही दिनों बाद सरकार ने उसके आंदोलन को कड़ाई के साथ कुचल दिया)
बा-हमा-ओ-बे-हमा
सबके साथ, और किसीके साथ न हो, ऐसा व्यक्ति जो भलाई में सबके साथ हो, और बुराई में किसी के साथ न हो।
बाहूर
(चिकित्सा) रोग की गंभीरता के कारण मन उत्पन्न होने वाला मानसिक विकार या उत्तेजना, बोहरान, बोहरान का दिन
बीबी
ख़ातून, कुल बधू, कुलीन स्त्री, महिला, जोरू, पत्नी, क्षेत्र विशेष में ननद को दिया गया संबोधन फ़ातिमा
बोलो राम करना
(शाब्दिक रूप से) 'बोलो राम' कहना (= राम का नाम लेना, एक शब्द जो हिंदुओं द्वारा शवयात्रा में बोला जाता है) कहना, (मतलब के तौर पर) जनाज़ा निकाल देना, नष्ट कर देना, मौत के घाट उतार देना, समाप्त कर देना
बौल-फ़िल-फ़िराश
एक रोग जिसमें रोगी सोते हुए पलंग पर पेशाब कर देता है, प्रायः यह रोग दस बारह बरस के बच्चों को होता है, शय्यामूत्र ।।
भूमि-दान
( लफ़ज़न) ज़मीन की शक्ल में दान या क़ुर्बानी या नज़राना, (अस्ला हिन्) ज़मींदारों की सयासी जमात की इमदाद के लिए अतयात देने की एक तहरीक
मक़ाम-ए-महमूद
पसंदीदा स्थान, जिसका वाअदा पैग़ंबर साहिब से किया गया है, उस स्थान का नाम जहाँ पैग़म्बर मोहम्मद मे'रजा की रात्री को पहुंचे थे
मग़्ज़-रौशन
(शाब्दिक) बुद्धि को प्रज्वलित कर देने वाला; (अभिप्राय) तंबाकू की बुकनी, नसवार, हुलास, तंबाकू; (ज़र्दा का) चूर्ण जो नाक से खीचने या सुड़कने के लिए बनाया जाए
मुग़्लक़
जिसका अर्थ समझना मुश्किल हो, अस्पष्ट, अव्यक्त, छिपा हुआ, व्यर्थक (बात), पेचीदा (बात), उलझा हुआ, बहुत कठिन या मुश्किल, समझ से बाहर (शब्द, बात, आदि)
मुफ़त्तित
(लफ़ज़न) तोड़ने वाला, रेज़ा रेज़ा करने वाला , (तिब्ब) वो तफ़र्रुक़ इअतसाल जिस से हड्डी चूर चूर होजाए नीज़ पथरी को रेज़ा रेज़ा करने की दवा , तप-ए-दिक़ का तीसरा दर्जा जिस में रतूबत साल्सा फ़ना होने लगती है
मुफ़तरक़
शाब्दिक: फ़र्क डालने वाला, प्रतीकात्मक: फूट डालने वाला, दो दोस्तों के बीच में दुश्मनी पैदा करा देने वाला, अलग कर देने वाला
मुरफ़्फ़ल
(शाब्दिक) जिसका दामन लंबा किया गया हो (छंदशास्त्र) तरफ़ील वाला भाग, वह अंश जिसके अंत में वतद-ए-मजमू (वह त्रीअक्षरीय शब्द जिसके पहले दो अक्षर गतिशील मात्रा के साथ हों) हो और वतद-ए-मजमू के बाद एक ऐसा पूरा सबब-ए-ख़फ़ीफ़ (वह दो अक्षरीय शब्द जिसका पहला अक्षर गतिशी
मलदूद
(शाब्दिक) अधिक बचाव करने वाला; (चिकित्सा) वह कमज़ोर मरीज़ जिसके मुँह के एक कोने में दवा डाली जाए
मुल्ला-गुग
(लफ़ज़न) छोटा मिला , एक किस्म का चंडोल जो बहुत सवेरे फ़ज्र को उठता है और बोली बोलता हुआ आसमान पड़ चढ़ता है फिर तलूअ आफ़ताब के वक़्त नीचे आ जाता है
मुवल्लद
भाषाविज्ञान: ऐसे शब्द जिनकी बनावट और रूप-रेखा को हमने किसी अक्षरीय व्याकरण से बदल कर अपनी भाषा में सम्मिलित कर लिया हो
मुस्तलह
वो शब्द जो किसी विशेष साहित्यिक या कलात्मक अभिप्राय को अदा करने के लिए बनाया जाए, अपने असली के अतिरिक्त परिभाषित अर्थों में प्रचलित (शब्द, परिभाषित)
मुहन्नद
हिंद का अर्थात भारत का, हिन्दी बनाया हुआ तथा उर्दू बनाया हुआ, (प्रायः शब्द), वह शब्द जो किसी दूसरी भाषा का हो, परन्तु उसे हिंदी कर लिया गया हो जैसे, ‘जारूब' से झाडू, ‘आबखोरह' का अमखोरा आदि,
मुहमल
(क़वाइद) ऐसा लफ़्ज़ जिस के कोई मानी ना हूँ, जो किसी लफ़्ज़ के साथ बतौर ताबे इस्तिमाल होता है जैसे खाना वाना, रोटी ववटी में वाना और ववटी
महामंत्री
प्राचीन काल में राज्य या साम्राज्य का प्रधान मंत्री, प्राचीन काल में राज्य का सबसे बड़ा मंत्री, महामात्य
मा'क़ूदात
(लफ़ज़न) मुंजमिद चीज़ें, (अर्ज़ियात) कम-ओ-बेश गोल शक्ल के कलसी या सलीकाई माद्दे जो रेतीले पत्थर या मिट्टी में पाए जाते हैं और अक्सर उन की तहें फौसल रीत के ज़र्रे और किसी और किस्म के मरकज़े के गर्द लिपटी होती हैं
मो'तदिल
सामान्य, समशीतोष्ण, ना धीमा न तेज़, ना ज़्यादा ठंडा न ज़्यादा गर्म, संतुलित, मध्यम प्रकृति का, दरमयानी, ख़ुशगवार, पुरसुकून, ठहरा हुआ, यकसाँ, औसत, जिसका गुण या तासीर न तो अधिक गरम हो और न अधिक ठंढी
यक-ज़ा
(शाब्दिक) एक समय में केवल एक बच्चा जनने वाला, (वनस्पति विज्ञान) एक ही धुरा या तने पर आधारित डालियाँ, एक बार मे एक जनने वाला
यक-जान
दोस्त, घनिष्ट मित्र, यकसाँ, इकट्ठा, एक साथ, मुत्तहिद, निहायत आमेख़्ता, ख़ूब मिला हुआ, एक दल, हमरंग
यक-तबी'अत
(शाब्दिक) एक ही स्वभाव का (लाक्षणिक) पैग़म्बर ईसा के व्यक्तित्व में एक ही स्वभाव की आस्था रखने वाला व्यक्ति, मूल रूप से दिव्य और दूसरा या आंशिक रूप से मानव मानने वाला, पैग़म्बर ईसा के एकेश्वरवादी स्वभाव में विश्वास करने वाला
यक-तार
एक तार वाला, एक तार का सितार या बाजा, तंबूरा जिसे अक्सर फ़क़ीर बजाते और इस की आवाज़ पर भजन गाते फिरते हैं
यक-रंगा
(लफ़ज़न) एक रंग का , (मुसव्विरी) वो डिज़ाइन जिन में सफ़ैद पर सिर्फ़ एक रंग इस्तिमाल किया जाता है (अंग : Monotonous
यक-लौनी
(लफ़ज़न) एक रंग या साख़त पर मुश्तमिल , (तबीअयात) एक ही तूल मौज या ताद्दुद पर मबनी (तनवीर या ताबकारी) (अंग : Monochromatic)
यूसुफ़-ए-सानी
पैग़म्बर युसुफ़ के सामान सुंदर, जो देखने में बिलकुल यूसुफ़ जान पड़े, द्वितीय युसुफ़, अत्यंत सुंदर, यूसुफ़ का जोड़, पैग़म्बर मोहम्मद
या-इलाही
ऐ ख़ुदा, ऐ अल्लाह, हे-भगवान, हे-प्रभु, हे-परमात्मा, भगवान के सम्मुख अपनी मनो-कामना पूर्ण करने के लिए उपयोग किया जाता है
याँग
(लफ़ज़न) हाँ (चीनी फ़लसफ़ा) कायनात की दो कुव्वतों में से एक जो मुसबत ख़्याल की जाती है (यन (रुक) का नक़ीज़)
यादगारी
(तसव्वुफ़) सांस जारी होना जिस को पासे अन्फ़ास कहते हैं, ज़िक्र इलहा, ज़िक्र ख़ुदा अल्लाह की याद में मसरूफ़ रहने की हालत
यौम-ए-सियाह
(लफ़ज़न) काला दिन , मुरादन : ख़राब दिन, ुबरा दिन, बदतरीन दिन , किसी ग़म के मौके़ पर या एहतिजाज के तौर पर मनाया जाने वाला दिन जिस में स्याह झंडे वग़ैरा लहराए जाते हैं या बाज़ूओं पर स्याह पट्टी बांधी जाती है
राक़िस
(शाब्दिक) नाचने वाला, (खगोल शास्त्र) सितारों के एक झुरमुट (अट्ठाईस सितारे) का नाम जो सर्प नक्षत्र में विराजमान है
लुग़ती-अल्फ़ाज़
शब्दकोश के अनुसार शब्द, व्याकरण के अनुसार सही शब्द, (लाक्षणिक) कठिन, मुश्किल, जटिल (शब्द)
लासिक़
(लफ़ज़न) मिला हुआ, पैवस्ता, लगा हुआ, (नसीजयात) नख़ज़मायह का एक ख़ास तर केबी जुज़ु (अंग : Agglotinin)
वक़्स
(उरूज़) हर्फ़ सानी मुतहर्रिक को गिरा देना, बहर-ए-कामिल से मख़सूस एक ज़हाफ़ जिस में दूसरा हिस्सा हरकत के लिए हज़फ़ कर देते हैं, मतफ़ाअलन का एक ज़हाफ़ रुकन
वुजूद-उल-वुजूद
(लफ़ज़न) वजूद का वजूद , मुराद : वजूद-ए-हक़ीक़ी का मज़हर, वजूद-ए-आदम जिसे अल्लाह ताला ने अपने नफ़स को पुतले में फूंक कर ज़ाहिर फ़रमाया
वजबत
(लाक्षणिक) धमाके के साथ गुज़रना अथवा गिरना; डूबना (अर्थात) जान का निकल जाना (विशेष रूप से क़ुर्बानी के जानवर के लिए प्रयुक्त)
वरक़्चा
(शाब्दिक) छोटा वर्क़, बारीक पत्रा, (सर्जरी) पत्ते जैसी खाल या झिल्ली की बारीक तह यानी एक पतला झिल्ली नुमा नसीज
वरीद
(लफ़ज़न) गर्दन की रग , वो रग जो गंदा ख़ून फेफड़ों में पहुंचाती है और वहां साफ़ होकर वो ख़ून शरयानों के ज़रीये जिस्म में फैल जाता है, रग (अंग : Vein)
वल-'आदियात
(लफ़ज़न) क़सम है इन (दौड़ने वाले) घोड़ों की , क़ुरान-ए-पाक की सौवीं (१००) सूरत अलादयात की तरफ़ इशारा जो तीसवीं पारे में है और वालादयात के अलफ़ाज़ से शुरू होती है
वल्लाहु-आ'लम
ख़ुदा जाने, ख़ुदा मालूम, अल्लाह ही जानता है, अल्लाह ही जाने, मुझे तो ख़बर नहीं, (आमतौर पर उस समय प्रयुक्त जब बोलने वाला ये ज़ाहिर करना चाहे कि जो बात में कह रहा हूँ संभव है वो सही न हो अथवा अपना अज्ञान ज़ाहिर करने के लिए प्रयुक्त)
वली-रा-वली-मी-शनासद
(फ़ारसी फ़िक़रा उर्दू में मुस्तामल) (लफ़ज़ा) वली को वली पहचानता है , मुराद : आदमी अपनी किस्म के आदमी को पहचान लेता है , नेक को नेक और बद को बद पहचानता है, जो जिस ढंग का आदमी होता है उसे उसी ढंग का आदमी अच्छी तरह पहचानता है और वो उस की अच्छाई और बुराई को जल्द मालूम कर लेता है
वश्शम्स
(लफ़ज़न) सूरज की क़सम, क़ुरान-ए-पाक की इकया नौवीं सूरत अश्शम्स की तरफ़ इशारा जो तीसवीं पारे में है और वालशम्स के अलफ़ाज़ से शुरू होती है
वस्क़
(लफ़ज़न) जमा कर लेना , मुराद : बोझ जो ऊंट उठा सके, बार-ए-शुत्र , एक वज़न जो साठ (६०) साव के बराबर होता था
वस्सलाम
और तुम सुरक्षित रहो, तुम इश्वर की दया हो, ख़ुदाहाफ़िज़, सलाम के साथ (सामान्यतः लेख के अंत में लिखा जाता है या विदा होते समय कहते हैं)
वसायत
शाब्दिक: जो कुछ कि आज्ञा किया गया, वसीयत, फ़िक़्ह: वकालत, अवयस्क की अभिभावकता, अभिभावक होना (शी'आ), वसी (हज़रत अली) का पद
वसिय्यत
एक चीज़ का दूसरी चीज़ से मिलना, मिलाप, किसी बात की प्रतिज्ञा लेना, किसी बात का परामर्श देना, मरनेवाले का अंतिम कथन, मरते समय अपनी जाइदाद और संपत्ति के प्रबंध अथवा व्यय के लिए अंतिम आदेश, प्ररिक्थ, उक्त आशय का लिखा हुआ आदेश पत्र, वसीयतनामा
वसीम
अंकित, चिह्नित, निशान किया हुआ, जिसपर चिह्न या निशान हो, (प्रतीकात्मक) सुंदर, आकर्षक, मनोहर, शोभित, ख़ूबसूरत, ख़ूबरू
वा'दा-ए-नुसरत
(लफ़ज़न) फ़तह-ओ-नुसरत का वाअदा , (मुरादन) वो वाअदा जो अल्लाह ताला ने इस्लाम और मुस्लमानों से फ़तह का किया और मैदान बदर में पूरा किया (वादा फ़तह मुबय्यन जो क़ुरआन हकीम की सूरा फ़तह में है)
वादी-ए-ऐमन
शाब्दिक: सीधे हाथ की घाटी, वह घाटी जहाँ पैग़म्बर मूसा ने ईश्वर की आवाज़ को सूना था और उनको दिव्य की प्राप्ति हुई थी, तूर पहाड़ के आसपास का क्षेत्र
वाम-दार
(शाब्दिक) उधार रखने वाला, (लाक्षणीक) उधार लेने वाला, ऋणी व्यक्ति, देनदार व्यक्ति, क़रज़दार व्यक्ति
वामाँदा
पीछे छूटा हुआ, थका हुआ, हारा हुआ, निढाल, पसमाँदा, दीन, दुखी, परेशान, लाचार, थक जाने के कारण रास्ते में पीछे छूटा हुआ
वारिस-ए-परवेज़
शाब्दिक: ख़ुसरो परवेज़ का उत्तराधिकारी (ख़ुसरो परवेज़ की तरफ़ उपमा) प्रतीकात्मक: अत्यधिक मालदार,
विलायत-ए-फ़क़ीहा
(लफ़ज़न) फ़क़ीहा की हुकूमत , (अहल इतशीअ) ये नज़रिया कि ममलकत की हुक्म रानी फ़क़ीहा आदिल-ओ-बसीर पर अल्लाह की जानिब से आइद की गई ज़िम्मेदारी है
विष्णू-अवतार
(हिंदू) (लफ़ज़न) भगवान का इंसान या किसी और ज़ाहिरी जिस्म में जलवागर होना (वेदांत) वो बुज़ुर्ग हस्ती जो भगवान का रूप हो, भगवान का इंसानी रूप
शम्सी-क़मरी
(शाब्दिक) सूरज और चाँद का, अर्थात: वह राशि जो सरकारी अधिकारी सूरज और चाँद महीने का अंतराल निकाल कर लिया करते थे, तीन-चार दिन की विदाई जो दासीयों और सेविकाओं को शाही महलों में मिला करती थी; दो-तीन चीज़ों को जो विभिन्न मात्राओं में हों बराबर कर देना
शेर-बहा
(लफ़ज़न) दूध की क़ीमत , मुराद : वो चढ़ावा जो बाअज़ मुस्लमान घरानों में शादी से पहले दूल्हा के यहां से दुल्हन के घर भेजा जाता है, बुरी
शीस
शाब्दिक: भगवान का उपहार, एक पैग़म्बर का नाम जो पैग़म्बर आदम की तीसरी संतान थी चूँकि क़ाबील ने हाबील का वध कर दिया था इसलिए अल्लाह ने उसके बदले के तौर पर इन्हें दिया था
सूरत बाँधना
तशकील पाना, सरअंजाम होना, (अलफ़ाज़ या अदाई से) समां दिखा देना, तस्वीर दिखा देना, मंज़र दिखाना, हूबहू बयान करना
सेहर-ए-हलाल
शाब्दिक: वह जादू जिसका करना धर्म में विहित है कविता का जादू,, मान्य जादू, प्रतीकात्मक: दिल को लुभाने वाला और उत्तम लेख, उत्कृष्ट कविता, फ़सीह-ओ-बलीग़ कलाम
हैअत-ए-तबी'ई
(लफ़ज़न) वो निज़ाम जो क़ानून क़ुदरत के मुताबिक़ हो , (फ़लकियात) अजराम-ए-फल्की की हरकात के अस्बाब की तहक़ीक़ात जो मुशाहिदों से हासिल हो
हज्व-आलूद
(लफ़ज़न) बरी बातों में लिथड़ा हुआ , (मजाज़न) गालियों भरा, दुश्नाम वाला (उमूमन लहजे या ज़बान-ओ-बयान वग़ैरा)
हतौड़ा
लोहार का हथौड़ा, लोहार के एक औज़ार का नाम, खूंटी, कील आदि ठोकने का एक उपकरण जिसमें लंबी लकड़ी का एक हैंडल लगा होता है
हुनूद-अहमर
(लफ़ज़न) सुर्ख़ हिन्दी , मुराद : शुमाली अमरीका के क़दीम बाशिंदे, सुर्ख़ हिन्दी (अंग : Red Indian)
हुनर-फ़रोश
(शाब्दिक) प्रतिभा बेचने वाला, (लाक्षणिक) अपनी कला या कौशल आदि की नुमाइश करने वाला और वो जो अपनी कला या कौशल का दावा करे
हफ़्त-अल्वान
(लफ़ज़न) सात रंग , मुराद : रंगा रंग खाने , मुख़्तलिफ़ किस्म के लज़ीज़ ताम , सात मुख़्तलिफ़ किस्म के खाने ख़ुसूसन जो हज़रत ईसा पर उतरे थे, (रोटी, गोश्त (मछली), नमक, सरका, शहद, मक्खन, हलीम या साग
हफ़्ताद-ओ-दो-तन
(लफ़ज़न) बेहतर अश्ख़ास, ७२ आदमी , मुराद : कर्बला में कूफ़े की फ़ौजों के मुक़ाबले पर हज़रत इमाम हसीनओ के बेहतर साथी
हमहमा
शाब्दिक: हर वो आवाज़ या गुप्त बात जिसमें भारीपन पाया जाता हो, धाड़, ज़ोरदार आवाज़, अर्थात: शेर की दहाड़, सिंह गर्जन, बैल या घोड़े की आवाज़
हय्या-हय्या
(लफ़ज़न) जल्दी करो , एक साथ ज़ोर लगाने के लिए साथीयों को दावत देने की आवाज़ , (उमूमन) मज़दूर सामान उठाते वक़्त ज़ोर लगाने के लिए मिल कर बतौर नारा लगाते हैं
हरमान
(शाब्दिक) दो हरम, दो इमारतें, जिनके बारे में रिवायत है कि तूफ़ान नूह से पहले की बनी हुई हैं (कहा जाता है कि इन दोनों को हज़रत इदरीस अलेस्सलाम ने बनवाया था)
हरी-चुग
(लाक्षणिक) वह जो केवल अच्छे समय में साथ दे, संपन्न अवस्था में साथ देने वाला, दरिद्रता में साथ छोड़ देने वाला
हल-अता
क्या आया, क्या गुज़रा, क़ुरान-ए-पाक के पारा २५ में सूरा दहर की पहली आयत के अलफ़ाज़ में से जो शी'आ रिवायत के मुताबिक़ अली, फ़ातिमा, हस, हुसैन की शान में नाज़िल हुई
हवा न पहुँचना
(शाब्दिक) हवा न आना तथा हवा की पहुँच न होना, बिलकुल भी पहुँच न होना, बिलकुल न पहुँच पाना
हवाई-क़ज़्ज़ाक़
(लफ़ज़न) फ़िज़ाई लुटेरा , (कनाएता) परवाज़ के दौरान में हवाई जहाज़ को अग़वा करने वाला, हाई जैकर (अंग : Hijacker)
हवा-कशी
(लफ़ज़न) हुआ खींचने का अमल, (अनजीनरी) किसी बंद जगह के अंदर हुआ की ताज़गी, मुसलसल गर्दिश और हरकत से बहमरसानी (अंग : Ventilation)
हवा-सुधार
(शाब्दिक) हवा को ठीक करने वाला, (भौतिक विज्ञान) वह कृत्रिम प्रक्रिया जिसके द्वारा हवा के तापमान और आर्द्रता में परिवर्तित कर उसे मानव शरीर के तापमान के अनुसार सुखदायी बनाता है, प्रायः किसी भवन या कमरे में गर्म हवा को ठंडा करने की प्रक्रिया या विधि, वातानु
हैहात
(शाब्दिक) दूर हो, हट परे हो तथा अभिशाप, (उर्दू में) शोक व्यक्त करने या दुख व्यक्त करने के लिए उयोगित, हा हंत, हाय अप्सोस, हाय-हाय
हाई-जम्प
(शाब्दिक) ऊँची कूद; (खेल) वर्ज़िशी खेलों में ऊँची से ऊँची कूद का मुक़ाबला जिसमें ऊँचाई पर लगे हुए डंडे को एक बाँस के जैसा लकड़ी के द्वारा फलांगना होता है
हाँके-पुकारे
(शाब्दिक) हाँकते-पुकारते, अर्थात: खुल्लम-खुल्ला, स्पष्ट रूप से, उदघोषित रूप से, डंके की चोट से
हाजिम
(शाब्दिक) अचानक या बिना अनुमति के आ जाने वाला; (सूफ़ीवाद) ऐसी समा (सूफ़ी संगीत) जिससे अकस्मात बेचैनी और व्याकुल्ता पैदा हो जाए
हाथ कंगन को आरसी क्या
(शाब्दिक) हाथ के कंगन को देखने के लिए आईने की ज़रूरत नहीं होती, अर्थात: जो बात ज़ाहिर हो उसके खोजने करने की क्या ज़रूरत है, जो चीज़ आँखों के सामने हो उसको क्या बयान करना
हितोपदेश
किसी का हित या उपकार करने के उद्देश्य से दिया जानेवाला उपदेश, अच्छी नसीहत, अच्छी बात, हित उपदेश
हिलाल-ए-अह्मर
(लफ़ज़न) सुर्ख़ चांद (मुरादन) एक बैन-उल-अक़वामी तंज़ीम जो बीमारों, जंगी ज़ख़मीयों और क़ैदीयों की फ़लाह-ओ-बहबो का काम करती है (बाअज़ इस्लामी ममालिक में रेडक्रास के तर्ज़ पर बनाई गई तंज़ीम का नाम)
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क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा